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Raksha Bandhan 2021: दो सालों से भाई-बहनों ने नहीं मनाया रक्षाबंधन, अब सूनी कलाइयों पर बांधेगी राखी

Raksha Bandhan 2021: दो साल में कोरोना ने हमारी पूरी लाइफस्टाइल बदल दी है।

Sarfaraz Warsi
Report Sarfaraz WarsiPublished By Divyanshu Rao
Published on: 21 Aug 2021 1:13 PM IST
Raksha Bandhan 2021
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रक्षाबंधन की तैयारियों में जुटी महिलाएं

Raksha Bandhan 2021: दो साल में कोरोना ने हमारी पूरी लाइफस्टाइल बदल दी है। इसका असर हमारे त्योहारों पर भी पड़ा। त्योहारों की भव्यता और रौनक पर कोरोना ने ग्रहण सा लगा दिया। भाई-बहन के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन पर भी कोविड का असर पिछले दो सालों में देखने को मिला। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पिछले दो सालों में ज्यादातर भाई-बहन रक्षाबंधन का त्योहार साथ में नहीं मना पाए। कई बहनें भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांध पाईं।

इस त्योहार के दिन मोबाइल फोन पर बात करें या वीडियो कॉलिंग करके ही एक दूसरे को बधाई देकर काम चलाया। लेकिन आज हमारे साथ कई ऐसी महिलाएं हैं जो दो सालों के बाद इस बार रक्षाबंधन में अपने-अपने भाइयों से मिलेंगी और भाइयों को राखी बांधेंगी।

रक्षाबंधन के त्योहार पर बाराबंकी का श्रीवास्तव परिवार काफी उत्साहित है

बाराबंकी में भी एक श्रीवास्तव परिवार इस बार रक्षाबंधन त्योहार को लेकर काफी उत्सुक हैं। परिवार की महिलाओं का कहना है कि वह इस साल पूरे विधि-विधान से रक्षाबंधन का त्योहार मनाएंगी। दो सालों से वह लोग काफी निऱाश थीं। क्योंकि भाई से न तो मिल पा रही थीं और न ही उन्हें राखी ही बांध पा रही थीं। लेकिन इस साल वो धूमधाम से त्योहार मनाएंगी। इन महिलाओं का कहना है कि उन्होंने अपने हाथों से भाई के लिये मास्क भी बनाए हैं, जिससे वह कोरोना से भी उसकी रक्षा कर सकें।

रक्षाबंधन की तैयारियां करती महिलाएं


पिछले दो सालों से रक्षाबंधन के त्योहार पर कोरोना दीवार बनकर खड़ा हो गया था

तो कुल मिलाकर भाई-बहन के बंधन के बीच कोरोना वायरस दो सालों से दीवार बनकर खड़ा हो गया है। कई भाई-बहन पिछले दो सालों से रक्षाबंधन पर राखी नहीं बांध पा रही हैं। न ही बहनें अपने भाई के घर जा पा रहीं हैं। हर साल विदेशों से अपने देश बहन से राखी बंधवाने आने वाले तमाम भाई भी दो बार नहीं आ पाए। लेकिन इस बार रक्षाबंधन में बहनें खुश हैं। क्योंकि दो साल की मायूसी के बाद इस साल वह अपने भाइयों से मिलेंगी भी और राखी भी बांधेंगी।



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Divyanshu Rao

Divyanshu Rao

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