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BSP Brahmin Sammelan: सतीश चन्द्र मिश्र बोले- ब्राम्हण और दलित एक हो जाएं तो यूपी में बनेगी बसपा की सरकार
BSP Brahmin Sammelan: सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि मायावती की सरकार में सबसे अधिक ब्राम्हणों को सम्मान दिया गया।
BSP Brahmin Sammelan: बहुजन समाज पार्टी ने शुक्रवार को ब्राम्हण समुदाय का आह्वान किया कि वह अगले विधानसभा चुनाव में बसपा के साथ आ जाए। पार्टी ने एक नया फार्मूला दिया है। पार्टी महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि यदि 13 प्रतिशत ब्राम्हण और 23 प्रतिशत दलित एक मिलकर भाई चारा कायम कर लें तो प्रदेश में फिर बसपा की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है।
आज अयोध्या में प्रबुद्व वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मेलन की शुरूआत करते हुए बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने उपस्थिति वर्ग से कहा कि जिस तरह से पिछले साढ़े चार साल में ब्राम्हणों के एनकाउन्टर हुए हैं उनका बदला लेने का समय अब आ गया है। उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ा सवाल इस बात का है कि यह समाज हाशिए पर कैसे आ गया। उन्होंने कहा कि यह समय ब्राम्हणों की एकता का समय है। अब आप लोग जाति और उपजाति की बातों से दूर रहें तभी ताकतवर हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार में सबसे अधिक ब्राम्हणों को सम्मान दिया गया। उस सरकार में 15 ब्राम्हण मंत्री थे जबकि 15 एमएलसी के अलावा ब्यूरोक्रेसी के उच्च पदों पर भी ब्राम्हण अधिकारियों को ही बैठाया गया था। पर इस सरकार में ब्राम्हणों को गुलदस्ता की तरह सजाने के लिए ही रखा गया है। पूरे कार्यकाल में दलितों और ब्राम्हणों को ही निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिकरू कांड में वह पुलिस उत्पीड़न का शिकार हुई खुशी दुबे का केस भी वह लडे़ंगे। उसके साथ अन्याय हुआ है जितनी भी मदद की जरूरत होगी उसकी मदद की जाएगी।
सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि भाजपा अगर यह सोचती है कि भगवान राम केवल उसके हैं तो वह गलत है। भगवान राम सबके हैं और उनसे ज्यादा हमारे हैं। उन्होंने कहा कि न तो हम धर्म की राजनीति करते हैं और न ही रामलला पर राजनीति करते हैं। हम दिखावे की राजनीति नहीं करते बल्कि सुबह उठकर राम की पूजा करते हैं। पार्टी महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने एक बार फिर दोहराया कि अगले विधानसभा चुनाव में बसपा किसी भी दल से गठबन्धन नहीं करेगी और अकेले ही चुनाव लड़ेगी। इससे पहले सतीश चन्द्र मिश्र ने अयोध्या में भगवान रामलला के दर्शन किए। बाद में हनुमान गढ़ी भी गए।
उल्लेखनीय है कि बसपा के ब्राम्हण सम्मेलनों की शुरूआत आज से हो गयी है। अब बसपा उत्तर से लेकर पश्चिम तक सम्मेलनों का आयोजन कर ब्राम्हण समाज को जोड़ने का काम करेगी। अगला सम्मेलन अम्बेडकर नगर में फिर आगरा के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा।
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