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Gonda News: मंत्री रमापति शास्त्री ने ब्राह्मणों के लिए कहे अपशब्द, संजय सिंह बोले- आखिर इतनी नफरत क्यों?
Gonda news : मंत्री रमापति शास्त्री से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बहुजन समाज पार्टी के प्रबुद्ध सम्मेलन पर सवाल किया गया, सत्ता के नशे में चूर मंत्री जी बिना किसी की परवाह किए ब्राह्मणों के लिए अपशब्द बोलने लगे।
Gonda news: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly elections 2022) से पहले जहां सभी पार्टियां ब्राह्मणों को रिझाने में लगी हैं, वहीं सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए उनकी पार्टी के नेता ही मुसीबत खड़ी करने में लगे रहते हैं। योगी सरकार (Yogi Government) में समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री (Ramapati Shastri) ने ऐसा बयान दिया है, जिससे विपक्ष को बीजेपी को घेरने का एक मौका मिल गया है। समाज कल्याण मंत्री (social welfare minister) जब ऐसे विवादित बयान देंगे तो समाज का कल्याण कैसे होगा?
मंत्री रमापति शास्त्री क्या बोले?
दरअसल, सोमवार को गोंडा पहुंचे मंत्री रमापति शास्त्री से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) के दौरान बहुजन समाज पार्टी (BSP) के प्रबुद्ध सम्मेलन पर सवाल किया गया, सत्ता के नशे में चूर मंत्री जी बिना किसी की परवाह किए ब्राह्मणों के लिए अपशब्द बकने लगे। जिसके बाद अब बखेड़ा खड़ा होता दिखाई दे रहा है, यही नहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वह प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को लेकर नीम, हकीम का भी उदाहरण देते सुनाई दे रहे हैं।
आप सांसद संजय सिंह ने बीजेपी को घेरा
मंत्री रमापति शास्त्री का वीडियो वायरल होने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद और यूपी के प्रभारी संजय सिंह (Sanjay Singh) ने बीजेपी को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "यही है भाजपा की असलियत मंत्री ब्राह्मणों को गाली देते हैं, मुख्यमंत्री प्रबुद्ध सम्मेलन की नौटंकी करते हैं आखिर क्यों इतनी नफरत है ब्राह्मणों से?"संजय सिंह का ट्वीट बीजेपी के प्रबुद्ध सम्मेलन को लेकर है, चुनाव से पहले जहां बसपा, सपा, कांग्रेस ब्राह्मणों को रिझाने में लगी है तो वहीं सरकार से नाराजगी की खबरों के बीच यूपी सरकार भी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर ब्राह्मणों को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है लेकिन मंत्री का बयान ऐसे समय आया है, जिस वक्त चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। सभी ब्राह्मण, ब्राह्मण करते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में मंत्री रमापति शास्त्री का यह बयान यूपी सरकार और भारतीय जनता पार्टी के लिए कहीं न कहीं मुसीबत खड़ी कर सकता है।