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Lucknow News: एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने रवि किशन की फिल्म को मिले 82 लाख के अनुदान पर उठाये सवाल, जाँच की मांग

डॉ नूतन ठाकुर उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट फिल्म बन्धू भोजपुरी फिल्म "पंडितजी बताई न ब्याह कब होई-2" पर गलत तरीके से अनुदान पर सवाल उठाया है। मुखमंत्री योगी से जांच की मांग भी की है।

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Newstrack NetworkPublished By Pallavi Srivastava
Published on: 10 July 2021 1:28 PM IST (Updated on: 10 July 2021 1:47 PM IST)
Ravi Kishan and Activist Nutan Thakur
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रवि किशन व एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर (File Photo) pic(social media)

Lucknow Bhojpuri Film News: एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने रवि किशन की फिल्म को मिले 82 लाख के अनुदान पर गंभीर सवाल उठाएं हैं और जांच की मांग की है। डॉ नूतन ठाकुर उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट फिल्म बन्धू भोजपुरी फिल्म "पंडितजी बताई न ब्याह कब होई-2" पर गलत तरीके से अनुदान पर सवाल उठाया है। मुखमंत्री योगी से जांच की मांग भी की है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार फिल्म बंधू, उत्तर प्रदेश द्वारा भोजपुरी फिल्म पंडितजी बताई न ब्याह कब होई-2 सहित 21 फिल्मों को गलत ढंग से अनुदान देने के आरोपों की जाँच करवा रही है। उक्त जानकारी एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर द्वारा इस संबंध में की गयी शिकायत के क्रम में थाना हजरतगंज के दरोगा चंद्रभान गिरी ने अपनी आख्या में दी।

पंडितजी बताई न ब्याह कब होई-2 सहित 21 फिल्मों को गलत ढंग से अनुदान देने का आरोप pic(social media0

रुपये 82.52 लाख के अनुदान पर सवाल

एक्टिविस्ट डॉ नूतन ने कहा था कि रवि किशन की फिल्म को रुपये 82.52 लाख का अनुदान दिया गया किन्तु फिल्म के निर्माता रवि किशन तथा समीर त्रिपाठी द्वारा तमाम आवश्यक अभिलेख प्रस्तुत नहीं किये गए, साथ ही कई फर्जी अभिलेख भी लगाये गए। यहाँ तक कि निर्मातागण ने नियमानुसार फिल्म के व्यय के न तो बीजक लगाये थे और न फिल्म के 5 प्रमुख अभिनेताओं के उत्तर प्रदेश के निवासी होने के प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं कराये थे।

रवि किशन तथा समीर त्रिपाठी ने 02 अलग-अलग चार्टर्ड अकाउंटेंट से फिल्म के कुल लागत का प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया। जिसमे संजीव श्रीराम वर्मा ने लागत रुपये 3,81,81,000 तथा एन आर गोलचा ने लागत रुपये 2,18,01,662 का प्रमाणपत्र दिया।

जाँच के बाद होगी विधिक कार्रवाई

दरोगा चंद्रभान गिरी ने कहा कि फिल्म बंधू में इस संबंध में जाँच से मालूम हुआ कि वर्ष 2016-17 में 21 फिल्मों को गलत अनुदान के संबंध में शासन द्वारा 08 दिसंबर 2020 को विभागीय जाँच गठित की गयी जो अभी लंबित है। उन्होंने कहा कि विभागीय जाँच के बाद ही विधिक कार्रवाई की जाएगी। नूतन ने इतने गंभीर मामले में 08 माह बाद भी जाँच लंबित रहने पर अपनी आपत्ति प्रकट की।

Pallavi Srivastava

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