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Lucknow News: जब सदन सत्र नहीं होता तो विधानसभा की समितियों के माध्यम से कार्य होता है: हृदय नारायण दीक्षित

Lucknow News: उत्तर प्रदेश विधानसभा की नवगठित समिति नियम समिति का आज विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने उद्घाटन किया।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Dharmendra Singh
Published on: 22 July 2021 6:08 PM GMT
hriday narayan dikshit
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एक बैठक के दौरान हृदय नारायण दीक्षित(फोटो: सोशल मीडिया)

Lucknow News: विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि नियम समिति विधानसभा की एक अत्यंत्र महत्वपूर्ण समिति है, जो सदन में प्रक्रिया तथा कार्य संचालन नियमावली के सम्बन्ध में प्राप्त महत्वपूर्ण सुझावों एवं संशोधनों पर विचार करती है और नियमावली में ऐसे संशोधनों की सिफारिश करती है जो वह आवश्यक समझे। उन्होंने बताया कि विधानसभा का कोई भी सदस्य इस नियमावली के सम्बन्ध में संशोधन की सूचना दे सकता है। इसी नियम समिति की संस्तुति पर विधानसभा की नई समिति संसदीय अनुश्रवण समिति का गठन किया गया है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा की नवगठित समिति नियम समिति का आज विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि नियम सिमति सदन की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन नियमावली में नये नियमों को जोड़ने व नियमों में संशोधन का महत्वपूर्ण कार्य करती है।

हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि जब सदन सत्र में नहीं होता तो विधानसभा की समितियों के माध्यम से सदन का कार्य संचालित होता है। इस दृष्टि से संसदीय समितियां सदन का विस्तार है। उत्तर प्रदेश में 19 समितियां हैं और सभी समितियों का काम और विस्तार अलग-अलग है। वैश्विक महामारी कोविड के चलते सामान्य जन जीवन भी प्रभावित हुआ है। हम अपने नियमित कर्तव्य पालन को भी संपादित करने में सफल नहीं हो पाए है। महामारी ने हर तरह से रास्त रोक रखा था इसलिए समिति की बैठकें नहीं हो पाई।
ऋग्वेद एवं अथर्ववेद का उल्लेख करते हुए दीक्षित ने कहा कि दोनों में सभा और समितियों का जिक्र आता है। उस समय भी सभा और समितियों के माध्यम से राष्ट्र जीवन को संचालित किये जाने का कार्य होता था। सभा और समितियों के लिए भी नियम बनाए गये थे। विधान सभा की नियम समिति भी विधान सभा की कार्यप्रणाली कैसे संचालित हो उसके लिए नियम का निर्माण करती है। बैठक में उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे एवं अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया।


Dharmendra Singh

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