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Lucknow News: KGMU में हुआ 11वां सफल लीवर ट्रांसप्लांट: मरीज और डोनर दोनों को मिली छुट्टी

किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय (KGMU) से 43 वर्षीय यहियागंज निवासी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

Shashwat Mishra
Published on: 13 July 2021 8:12 PM IST
KGMU Liver Transplant
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केजीएमयू में सफल लीवर ट्रांसप्लांट करने वाली टीम (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Lucknow News: मंगलवार को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय (KGMU) से 43 वर्षीय यहियागंज निवासी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। मरीज़ का 26 जून 2021 को केजीएमयू में किया गया लीवर ट्रांसप्लांट सफल रहा। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने कहा कि 'रोगी गंभीर पीलिया और रक्तस्राव के साथ उन्नत चरण के लीवर सिरोसिस से पीड़ित थे। उनके पेट से रोजाना करीब 4 से 6 लीटर तरल पदार्थ निकलता था। उनकी पत्नी ने अपने लीवर का एक हिस्सा दान कर दिया। पत्नी (दाता) को सर्जरी के एक सप्ताह बाद घर से छुट्टी दे दी गई, जबकि मरीज को सर्जरी के 2 सप्ताह बाद आज छुट्टी दे दी गई।

यूपी सरकार की 'असाध्य रोग योजना' से मिली सहायता

डॉ. सुधीर सिंह ने कहा कि 'छोटे स्तर का दुकानदार होने के कारण, रोगी निजी अस्पतालों (30-40 लाख की लागत) में दी जाने वाली प्रत्यारोपण सर्जरी का खर्च उठाने में असमर्थ था। केजीएमयू ने असाध्य रोग योजना, यूपी सरकार के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान की। अतुल शर्मा ने अवध इंटरनेशनल फाउंडेशन लखनऊ की ओर से वित्तीय योगदान के रूप में 4 लाख रुपये का दान दिया है।'

उन्होंने बताया कि 'लीवर ट्रांसप्लांट सर्जरी सबसे जटिल सर्जिकल प्रक्रिया में से एक है। इसमें 100 से अधिक डॉक्टरों और कर्मचारियों की एक टीम द्वारा बहु-विषयक प्रबंधन शामिल है। न केवल मरीज की गंभीर स्थिति, बल्कि कोविड महामारी एक और चुनौती थी। सख्ती से, सभी COVID प्रोटोकॉल का पालन किया गया।

'11वां सफल लीवर ट्रांसप्लांट'

डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि केजीएमयू में यह 11वां सफल लीवर ट्रांसप्लांट है। सफलता दर 90% से अधिक है। यह दर दुनिया के सबसे उन्नत केंद्रों की सफलता दर के बराबर है। केजीएमयू बहु-अंगदान करने वाला यूपी का एकमात्र संस्थान भी रहा है और एम्स नई दिल्ली और आर एंड आर अस्पताल नई दिल्ली आदि सहित अन्य संस्थानों के साथ केजीएमयू के सहयोग से 50 से अधिक अंगों को जरूरतमंद रोगियों में प्रत्यारोपित किया गया है।

प्रत्यारोपण दल का नेतृत्व केजीएमयू के कुलपति ले. जनरल (डॉ.) बिपिन पुरी पीवीएसएम, वीएसएम (आरईटीडी) ने किया। तो, सर्जरी टीम का नेतृत्व गैस्ट्रोसर्जरी विभाग के डॉ. अभिजीत चंद्रा और डॉ. विवेक गुप्ता ने किया। वहीं, एनेस्थीसिया टीम का नेतृत्व डॉ. जीपी सिंह, डॉ. मोहम्मद परवेज, डॉ. शशांक ने किया। केजीएमयू के साथ समझौता ज्ञापन के अनुसार प्रक्रिया के दौरान मैक्स इंस्टीट्यूट नई दिल्ली से डॉ शालीन अग्रवाल और डॉ राजेश डे उपस्थित थे।

अन्य महत्वपूर्ण सेवाएं डॉ. तूलिका चंद्रा (रक्त आधान), डॉ. अमिता जैन (माइक्रोबायोलॉजी), डॉ. नीरा कोहली (रेडियोलॉजी), डॉ. वाहिद अली (पैथोलॉजी), डॉ. अविनाश अग्रवाल (क्रिटिकल केयर), डॉ. डी हिमांशु (संक्रमण नियंत्रण), डॉ. गौरव चौधरी (कार्डियोलॉजी), डॉ. आनंद श्रीवास्तव (रेस्पिरेटरी मेडिसिन), अनीता सिंह (सिस्टर इंचार्ज), पीयूष श्रीवास्तव और क्षितिज वर्मा (प्रत्यारोपण समन्वयक) ने दी।



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Raghvendra Prasad Mishra

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