TRENDING TAGS :
Lucknow News: KGMU में होगी बेसिक लाइफ सपोर्ट एवं एडवांस लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग, अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा शुरू हुआ प्रोग्राम
राजधानी के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा बेसिक लाइफ सपोर्ट एवं एडवांस लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग की शुरुआत हुई।
Lucknow News: बुधवार को राजधानी के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा बेसिक लाइफ सपोर्ट एवं एडवांस लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग की शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम का शुभारंभ किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति ले. जनरल डॉ. बिपिन पुरी (Dr. Bipin Puri) ने किया।
इस उद्घाटन समारोह में चिकित्सा विश्विद्यालय की डीन प्रोफेसर उमा सिंह एवं डीन डेंटल डॉ. रंजीत कुमार उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का आयोजन एनस्थीसियोलाजी एवं क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट की प्रोफेसर रजनी गुप्ता ने किया।
प्रोफेसर रजनी गुप्ता हैं इंटरनेशनल ट्रेनिंग की इंचार्ज
प्रोफेसर रजनी गुप्ता इंटरनेशनल ट्रेनिंग की इंचार्ज हैं। वह यह कार्यक्रम पिछले 10 वर्षो से चिकित्सा विश्वविद्यालय में करवा रही हैं। अभी तक इस इंटरनेशनल ट्रेनिंग सेंटर द्वारा केजीएमयू के 5000 से ज्यादा लोग ट्रेनिंग ले चुके हैं। इस ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से उत्तर प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज लाभान्वित हो रहे हैं। इस ट्रेनिंग में उच्च स्तर के ट्रेनर उपस्थित रहे।
बुधवार को 60 डॉक्टरों ने ट्रेनिंग प्राप्त की
इस प्रोग्राम में विश्वविद्यालय के मेडिसिन, डेंटल, पीडियाट्रिक, डेंटल, एंडोक्राइन, मेन्टल हेल्थ, रेस्पिरेटरी मेडिसिन, क्वीन मेरी व नर्सिंग एवं मुख्य डिपार्टमेंट के रेसिडेंट डॉक्टरों ने भाग लिया। बुधवार को 60 डॉक्टरों ने ट्रेनिंग प्राप्त की। इस उच्च स्तरीय ट्रेनिंग को प्राप्त करके चिकित्सा विश्विद्यालय में आने वाले सभी क्रिटिकल बीमार मरीज़ (critically ill patients) लाभान्वित होंगे।
ट्रेनिंग में मौजूद रहे
इस ट्रेनिंग में डॉ प्रेमराज, डॉ संदीप साहू, डॉ चेतना शमशेरी, डॉ दिव्या श्रीवास्तव, डॉ रीतू वर्मा, डॉ मेधवी और डॉ राम नरेश मौजूद रहे।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन संयुक्त राज्य अमेरिका में एक गैर-लाभकारी संगठन है जो कार्डियोवैस्कुलर चिकित्सा अनुसंधान को फंड मुहैया कराता है, स्वस्थ जीवन के लिए लोगों को शिक्षित करता है और कार्डियोवैस्कुलर बीमारी और स्ट्रोक से होने वाली अक्षमता और मौतों को कम करने के प्रयास में हृदय की उचित देखभाल के लिए जागरूक करता है।