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Lucknow News : लखनऊ विश्वविद्यालय में रैगिंग करने वालों की खैर नहीं, शिकायत आने पर होगी सख्त कार्यवाई

Lucknow News : लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति ने रैंगिंग को रोकने के लिए एक एन्टी रैगिंग समिति का गठन कर दिया है।

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Report KrantiveerPublished By Shraddha
Published on: 21 July 2021 6:11 AM GMT (Updated on: 21 July 2021 6:12 AM GMT)
लखनऊ विश्वविद्यालय में रैगिंग करने वालों पर होगी सख्त कार्यवाई
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लखनऊ विश्वविद्यालय (फाइल फोटो - सोशल मीडिया)

Lucknow News : लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ ही नहीं देश भर से हर साल छात्र इस विश्वविद्यालय में एडमिशन कराते हैं। इसके साथ छात्र - छात्राओं को रैंगिंग का सामना करना पड़ता है। वैसे तो रैंगिंग पर हर कॉलेज में प्रतिबन्ध लगाए गए हैं लेकिन इसके बावजूद किसी न किसी बहाने से नए सैशन की शुरूआत के बाद कुछ माह तक रैगिंग के नाम पर जूनियर छात्रों के साथ मारपीट और अमानवीय हरकतों की घटनाएं देखने को मिलती है।

एलयू के कुलपति ने रैंगिंग को रोकने के लिए एक एन्टी रैगिंग समिति (Ragging Committee) का गठन कर दिया है। इस कमेटी में 9 लोगों को रखा गया है जो इस बात पर नजर रखेंगे की यूनिवर्सिटी में किसी भी छात्र और छात्राओं के साथ रैगिंग न हो और साथ ही शिकायत आने पर कार्यवाई करेंगे। इस समिति का अध्यक्ष चीफ प्रॉक्टर दिनेश कुमार को बनाया गया है। दरसअल यूनिवर्सिटी में किसी प्रकार की रैंगिंग न हो इसलिए ये कठोर कदम उठाया गया है।

इसके साथ ही डीएसडब्लू प्रो. पूनम टण्डन, चीफ वार्डेन प्रो नलिनी पाण्डेय, प्राचार्य कला और शिल्प महाविद्यालय डॉ. आलोक कुमार, अपर कुलानुशासक लविवि प्रो. एके लाल, प्रो. मनीषा गुप्ता, डॉ . मो. अहमद, सहायक कुलानुशासक डॉ . कमर इकबाल, डा. किशोरी लाल को एंटी रैगिंग समिति का सदस्य बनाया गया है। देश में करीब एक दशक पहले रैगिंग के ऐसे दो मामले सामने आए थे, जिनका सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा संज्ञान लिया था और बहुत कड़े दिशा-निर्देश तय किए थे लेकिन उसके बावजूद जिस प्रकार हर साल कॉलेजों में नए सैशन की शुरूआत के बाद कुछ माह तक रैगिंग के नाम पर जूनियर छात्रों के साथ मारपीट और अमानवीय हरकतों की घटनाएं सामने आती रही हैं।

लखनऊ विश्वविद्यालय (फाइल फोटो - सोशल मीडिया)

इससे स्पष्ट हो जाता है कि शिक्षण संस्थान अपने परिसरों में रैगिंग की घटनाओं को रोकने के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने और पर्याप्त कदम उठाने में कोताही बरत रहे हैं। इसी कारण से एलयू में समिति का गठन किया गया है ताकि नए स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग न हो सके।

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