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Lucknow News: पुलिस अभिरक्षा में गायब नाबालिग लड़की का अब तक पता नहीं, परिजन हो रहे हैं परेशान

Lucknow News : एक नाबालिग लड़की पुलिस अभिरक्षा से गायब हो जाती है। पुलिस के पास इस संदर्भ में कुछ बताने के लिए नहीं है।

Sandeep Mishra
Report Sandeep MishraPublished By Shraddha
Published on: 17 Aug 2021 9:22 AM GMT
पुलिस अभिरक्षा में गायब नाबालिग लड़की के परिजन हो रहे परेशान
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पुलिस अभिरक्षा में गायब नाबालिग लड़की के परिजन हो रहे परेशान  

Lucknow News : एक नाबालिग दलित लड़की अचानक पुलिस अभिरक्षा से गायब हो जाती है। गत 12 अगस्त से यह नाबालिग लड़की पुलिस अभिरक्षा से गायब है। अब पुलिस के पास इस संदर्भ में कुछ भी बताने के लिये नहीं है। गायब लड़की के परिजन पिछले पांच दिन से थाने के चक्कर काट रहे हैं और थानेदार यही सवाल कर रहे हैं कि पुलिस की अभिरक्षा में एक हफ्ते तक रही उनकी नाबालिग बेटी आखिर कहां गायब हो गई है।

थाना पुलिस अपनी ही अभिरक्षा से गायब लड़की का पता लगाने व पीड़ित परिजन को ढांढस बंधाने के बजाय गायब नाबालिग लड़की पर उल्टा यह आरोप भी लगा रहे हैं कि उनकी नाबालिग लड़की पुलिस अभिरक्षा से गायब होने के दौरान एक महिला कॉन्स्टेबिल की एक सोने की अंगूठी,एक सोने की चेन व कुछ रुपये लेकर गयी है।

कहने का मतलब यह है कि इस प्रकरण में थाना पुलिस अपनी लापरवाहीपूर्ण गलती नहीं मान रही है बल्कि उल्टे उस गायब नाबालिग लड़की को ही आरोपित कर रही है। जब यह मामला एसपी के संज्ञान में आया तो थाने के एक कॉन्स्टेबिल को निलंबित कर इस मामले में जांच बैठा दी है। यह सनसनीखेज मामला सूबे के जनपद कानपुर देहात के थाना मूसानगर का है।

मिली जानकारी के अनुसार कानपुर देहात के थाना मूसानगर के चांदपुर गांव में रहने वाले एक दलित मजदूर की 16 वर्षीय नाबालिग पुत्री को उरई का एक विजय नामक लड़का अपने साथ कुछ दिन पूर्व भगा ले गया था। जिसकी परिजनों ने थाना मूसानगर में मामला दर्ज करवाया था। गत 5/6अगस्त को थाना पुलिस ने इस नबालिग लड़की को आरोपी युवक के साथ गिरफ्तार कर लिया और दोनो को थाना मूसानगर ले आयी। कुछ देर बाद पुलिस ने आरोपी युवक को तो थाने से छोड़ दिया,जबकि बरामद नबालिग लड़की को यह कहकर थाने में रोक लिया कि उसकी डॉक्टरी करायी जाएगी और परिजनों को थाने से चलता कर दिया।


नाबालिग लड़की अचानक पुलिस अभिरक्षा से गायब

पीड़ित परिजनों ने बताया कि डॉक्टरी करवाने के नाम पर उनकी बेटी को थाना पुलिस ने लगभग 6 दिन तक थाने में रोका। जब गत 12 अगस्त को परिजन अपनी बेटी से मिलने थाना मूसानगर पहुंचे तो थाने से बेटी गायब मिली। जब उन्होंने थाना मूसानगर पुलिस से अपनी गायब बेटी की जानकारी मांगी तो पुलिस ने उन्हें यह कहकर थाने से टरका दिया कि उनकी बेटी जिला अस्पताल से अपनी डॉक्टरी के कुछ कागज लेने गयी है।

जब पूरे दिन बेटी थाने वापस नहीं आयी तब पीड़ित परिजनों ने शाम के समय थाने में फिर सम्पर्क किया, तब थाने के दरोगा कृपाल सिंह ने उनकी बेटी पर ही चोरी के उल्टे आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी बेटी एक महिला कॉन्स्टेबिल की सोने की लर व अंगुठी व कुछ रुपये लेकर चुपचाप गायब हो गयी है,उसे पुलिस तलाश रही है। इस मामले की जानकारी जैसे ही एसपी कानपुर देहात को हुई तो उन्होंने थाने के एक कॉन्स्टेबिल को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच शुरू करवा दी है।

इन पूरे मामले में कानपुर देहात की थाना मूसानगर पुलिस की घोर लापरवाही उजागर हुई है। जब पुलिस को दलित नबालिग लड़की व उसको भगाने का आरोपी युवक मिल गया था, तब पुलिस ने आरोपी युवक को किस कानून के तहत थाने से उसी दिन छोड़ दिया? साथ ही थाना मूसानगर पुलिस बरामद नाबालिग लड़की को डॉक्टरी के नाम आठ दिन तक थाने में क्यो बैठाए रही।जबकि पुलिस को आरोपी युवक को जेल भेजना चाहिए था और बरामद लड़की को उसके घर। जबकि पुलिस ने ऐसा नहीं किया। अब पुलिस अभिरक्षा से अचानक लड़की कैसे गायब हो गयी इसको लेकर भी परिजन थाना पुलिस पर ही सन्देह कर रहे हैं। कुल मिलाकर पुलिस अभिरक्षा से लड़की अब तक गायब है और इस मामले में कानपुर देहात पुलिस की किरकिरी हो रही है।

Shraddha

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