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Lucknow News: मुख्तार अंसारी यूपी विधानसभा सत्र में नहीं ले सकेंगे हिस्सा, सैलरी और भत्ते की होगी रिकवरी

Lucknow News: यूपी में माफिया विधायक मुख्तार अंसारी की विधानसभा सदस्यता रद्द करने वाली याचिका दायर करने वाले माफिया विरोधी मंच के अध्यक्ष सुधीर सिंह का कहना है कि आगामी विधानसभा सत्र में मुख्तार अंसारी हिस्सा न लेने दिया जाए।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Shweta
Published on: 6 Aug 2021 10:19 PM IST
UP Election 2022: मुख़्तार अंसारी को बड़ी राहत, कोर्ट ने दी जेल से नामांकन की मंजूरी, सुभसपा के टिकट पर लड़ेंगे चुनाव
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विधायक मुख्तार अंसारी की फाइल तस्वीर (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Lucknow News: यूपी में माफिया विधायक मुख्तार अंसारी की विधानसभा सदस्यता रद्द करने वाली याचिका दायर करने वाले माफिया विरोधी मंच के अध्यक्ष सुधीर सिंह का कहना है कि आगामी 17 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में उनको हिस्सा न लेने दिया जाए। इसके लिए उन्होंने आज विधानसभा अध्यक्ष हदयनारायण दीक्षित को एक ज्ञापन सौंपा।

उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से यह मांग भी की है माफिया विधायक मुख्तार अंसारी ने लगातार जेल में रहने के कारण उन्होंने एक जनप्रतिनिधि का दायित्व नहीं निभाया है इसलिए सदस्यता रद्द होने के साथ ही उनके द्वारा अवैध तरीके से हासिल की गयी तनख्वाह और भत्ते की रिकवरी की जानी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि याचिकाकर्ता सुधीर सिंह ने 4 नवम्बर 2020 को विधानसभा अध्यक्ष हदयनारायण दीक्षित को विधायक मुख्तार अंसारी की सदस्यता रद्द करने के लिए याचिका पत्र दिया था जिसमें कहा गया है कि विधानसभा के किसी भी सत्र या संविधानिक चर्चा में मुख्तार अंसारी शामिल नहीं हो रहे हैं। जबकि भारतीय संविधान के अनुसार लगातार 60 दिन तक सत्र में अनुपस्थित रहने वाले विधायक की सदस्यता रद्द करने का प्रावधान और इसलिए वह अंसारी की सदस्यता रद्द करने की मांग की है।

बसपा विधायक मुख्तार असांरी के खिलाफ यह याचिका भी विधानसभा अध्यक्ष ह्दयनारायण दीक्षित के पास विचाराधीन है। नियमानुसार संविधान के अनुच्छेद 192 में यह व्यवस्था दी गयी है कि यदि कोई सदस्य सदन में लगातार 60 दिन अनुपस्थित रहता है, तो सदन उसकी सदस्यता रद्द कर सकती है। याचिका कर्ता माफिया विरोधी मंच के अध्यक्ष सुधीर सिंह इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष ह्दयनारायण दीक्षित और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना से पहले भी मुलाकात कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार आने के बाद से मुख्तार अंसारी पर लगातार शिंकजा कसता रहा है। पंजाब की रूपनगर जेल से स्थानांतरित होकर बांदा मंडल कारागार आने के बाद से मुख्तार यहां कड़ी सुरक्षा और चौकसी में रखा गया है। इससे पहले उनके कई गुर्गो को गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही अवैध सम्पत्तियों पर भी बुलडोजर चलाया जा चुका है। हाल ही में गाजीपुर में सैय्यद बाड़ा में ही उसके साले के धर की कुर्की की गयी जिसमें करोडों की अवैध सम्पत्ति बरामद की जा चुकी है। इसके पहले राजधानी लखनऊ के मेट्रो टावर, पेपर मिल कंपाउंड में मुख्तार की पत्नी अफ्शां के फ्लैट को भी सील किया जा चुका है



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