×

Lucknow Terrorist: लखनऊ की यूनिवर्सिटी में नौकरी करती आतंकी की पत्नी, आखिर क्या है SUV कार का जम्मू कनेक्शन

गिरफ्तार आतंकी मिनहाज के घर के पास पंक्चर बनाने वाले दानिश ने कई बातों का खुलासा किया, उसने बताया कि मिनहाज के घर से बरामद एसयूवी को किसी ने गैराज से बाहर निकलते नहीं देखा।

Network
Newstrack NetworkPublished By Shashi kant gautam
Published on: 12 July 2021 9:33 AM GMT
Terrorist Minhaj Arrested in Lucknow
X

लखनऊ में गिरफ्तार आतंकी मिनहाज: डिजाईन फोटो- सोशल मीडिया

Lucknow Crime News: उत्तर प्रदेश में बीते दिन एक बड़े आतंकी साजिस का खुलासा हुआ, राजधानी लखनऊ में घंटों चले इस आपरेशन में यूपी एटीएस ने आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े दो खतरनाक आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आतंकियों ने उत्तर प्रदेश के कई शहरों में 15 अगस्त को मानव बम के जरिये धमाके की बड़ी साजिश रची थी। यूपी एटीएस ने गिरफ्तार आतंकी मिनहाज के परिवार से सम्बंधित कई राज का खुलासा किया है।

बता दें कि गिरफ्तार किए गए आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े दो खतरनाक आतंकियों पास से दो प्रेशर कुकर बम और एक पिस्टल बरामद किया गया है। इनमें से एक मिनहाज के घर से विस्फोट के लिए तैयार किया जा रहा प्रेशर कुकर और एक पिस्टल बरामद किया गया है। इसके साथ ही मिनहाज की पत्नी और उसकी कार के बारे में भी कई रहस्यों का खुलासा हुआ है।

मिनहाज की पत्नी इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में तैनात है

मिनहाज की पत्नी इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में तैनात है। मिनहाज के घर से बरामद एक गाड़ी में इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का वाहन पास भी लगा है। एटीएस ने रविवार देर शाम को मिनहाज के पिता सिराज, उसकी मां और पत्नी को हिरासत में लिया था।

पंक्चर बनाने वाले दानिश ने कई बातों का खुलासा किया

मिनहाज के घर के पास पंक्चर बनाने वाले दानिश ने कई बातों का खुलासा किया, उसने बताया कि मिनहाज के घर से बरामद एसयूवी को किसी ने गैराज से बाहर निकलते नहीं देखा। मिनहाज का पड़ोसी शाहिद रात को कभी-कभार एसयूवी निकालता था। दानिश के मुताबिक, शाहिद अक्सर पुराने टायर की मांग करता था। कई बार गाड़ी गैराज में नहीं होने पर उसने पूछा तो शाहिद टाल देता था।


यूपी एटीएस टीम: फोटो- सोशल मीडिया


छह महीनों में बदलते थे गाड़ियों के टायर

दानिश की मानें तो, शाहिद और मिनहाज गैराज में खड़ी गाड़ी का टायर छह महीने में बदल लेते थे। इस पर उसे संदेह होता था। दानिश के मुताबिक, शाहिद ने मड़ियांव इलाके से पुराने तीन टायर खरीदे थे। एक टायर कम होने के कारण उससे संपर्क किया। उससे एक टायर लिया। लेकिन वह उसकी एसयूवी में नहीं लग सका। इसके बाद लौटाने आए तो दानिश ने मना कर दिया, कहा कि गैराज में ही रहने दीजिये जब जरूरत होगी तो मांग लिया जाएगा।

विदेशी संदिग्ध लोगों के जरिए उत्तर प्रदेश में आतंक का कारोबार

एटीएस के सूत्रों ने बताया कि आरोपियों के घर पर अफगानिस्तान व पाकिस्तान सहित ईरान के लोगों का भी आना जाना था। इसमें कई संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं। यही विदेशी संदिग्ध लोगों के जरिए ही आतंक का कारोबार उत्तर प्रदेश में फैलाना चाहते थे। इसके लिए भारी मात्रा में विस्फोटक भी उपलब्ध कराया गया था।

तीन-चार संदिग्ध पाकिस्तानी काकोरी आए थे

कुछ दिन पहले तीन-चार संदिग्ध पाकिस्तानी काकोरी आए थे। उन्होंने पूरी साजिश रची थी। इसके बाद उसी एसयूवी से कश्मीर गए थे जो शाहिद के गैराज से एटीएस ने बरामद की है। इसके बाद से जम्मू कश्मीर व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी एसयूवी के नंबर को एटीएस से साझा किया था। इसके बाद ही दोनों आतंकियों को पकड़ लिया गया।

Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story