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TS Mishra Medical College का तुगलकी रवैया: अपने हक की मांग कर रहे MBBS छात्रों के खिलाफ FIR, सस्पेंड भी किया

राजधानी के सरोजनी नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज (TS Mishra Medical College) ने अपने छात्रों के लिए तुगलकी रवैया अपनाया है।

Shashwat Mishra
Written By Shashwat MishraPublished By Ashiki
Published on: 8 Aug 2021 4:37 PM GMT (Updated on: 8 Aug 2021 5:13 PM GMT)
TS Mishra Medical College
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 इंटर्न डॉक्टर बैठे अनिश्चित कालीन धरने पर  

लखनऊ: राजधानी के सरोजनी नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज (TS Mishra Medical College) ने अपने छात्रों के लिए तुगलकी रवैया अपनाया है। कॉलेज के मुख्य सुरक्षा अधिकारी परेश पांडे ने 2016-17 बैच के एमबीबीएस डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। यह इंटर्न डॉक्टर अपनी जायज मांगो के लिए तीन दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। जिनके खिलाफ संस्थान की तरफ से सरोजनी नगर थाने में एफआईआर की गई है।

FIR में है इन बातों का ज़िक्र

मुख्य सुरक्षा अधिकारी परेश पांडे के द्वारा की गई शिकायत में छात्रों पर आरोप लगाया गया है कि, इन्होंने लोक शांति भंग की, हॉस्पिटल परिसर में मरीजों की जान संकट में डाला, लोक न्यूसेन्सकारित करने, हास्पिटल कर्मियों व मरीजों के स्वतन्त्र आवागमन का अवरोध करने, महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने व आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम के तहत एफआईआर की है। साथ ही, परेश पांडे ने 2016-17 के बैच एमबीबीएस छात्रों पर आरोप लगाया है कि, इनकी वजह से हॉस्पिटल में भर्ती व चिकित्सीय सहायता के लिए आ रहे, मरीजों को काफी परेशानी हुई। अंदर भर्ती मरीजों के सहयोगी, अटेंडेंट, वार्ड बॉय, सफाई कर्मी अंदर से बाहर ना जा सके। जिससे कतिपय औषधियां, खाद्यान्न जो अंदर उपलब्ध नहीं थी। बाहर से मंगाई ना जा सकी। इसी प्रकार बाहर से डॉक्टर, चिकित्सा सहायक, टेक्नीशियन तथा मरीज अंदर प्रवेश नहीं पा सके। जिसकी वजह से सारा नैत्यिक कार्य ठप पड़ गया।

छात्रों को तीन महीने के लिए किया गया सस्पेंड

कॉलेज मैनेजमेंट ने अपने हक़ की मांग कर रहे डॉक्टरों के लिए यह निर्णय लिया है कि, 2016-17 बैच की इंटर्नशिप को तत्काल प्रभाव से तीन महीने के लिए निरस्त किया जाता है। जो भी इंटर्न्स हॉस्टल में रह रहे हैं, वह हॉस्टल को तुरंत खाली कर दें। बता दें कि, 2016-17 एमबीबीएस बैच में 109 छात्र हैं।

12 हजार का मासिक मानदेय

गौरतलब है कि, हाल ही में छात्रों ने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की है। उन्होंने बताया कि सरकार की गाइड लाइन के अनुसार जिन छात्रों ने इंटर्नशिप चरण में प्रवेश किया है। उनको 12 हजार मासिक मानदेय दिया जाना चाहिए। कई अस्पताल दे भी रहे हैं। लेकिन, टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मैनेजमेंट ने इंटर्नशिप देने से साफ मना किया है। जब तक मानदेय को लेकर हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी। तब तक हम लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे। इस संबंध में एडिशनल सीएमएस डॉ. मनिक कुमार सक्‍सेना ने कहा कि इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं, मैनेजमेंट का मसला है।

Ashiki

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