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UP ELECTION 2022: छठे चरण में भी दागी प्रत्याशियों की भरमार, 27 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की ओर से छठे चरण की सीटों पर चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों का ब्योरा जारी कर दिया गया है। छठे चरण में उतरने वाले 27 फीसदी प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Deepak Kumar
Published on: 24 Feb 2022 1:56 PM GMT
UP Election 2022
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UP Election 2022

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) के चार चरणों के मतदान का काम पूरा हो चुका है। प्रदेश में तीन और चरणों के मतदान का काम बाकी रह गया है। पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी (Fifth phase polling on February 27) को होना है और इसके बाद तीन मार्च और 7 मार्च को छठे और सातवें चरण का मतदान होगा। इस बीच उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Uttar Pradesh Election Watch and Association for Democratic Reforms) की ओर से छठे चरण की सीटों पर चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों का ब्योरा जारी कर दिया गया है।

छठे चरण में 10 जिलों की 57 विधानसभा सीटों पर 3 मार्च को मतदान होना है। छठ में चरण में भी दागी प्रत्याशियों की भरमार है। इस चरण में उतरने वाले 27 फीसदी प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन प्रत्याशियों की ओर से दाखिल शपथ पत्रों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है।

23 फ़ीसदी के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले

छोटे चरण की 57 विधानसभा सीटों पर कुल 676 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हैं। इनमें से छह प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके हलफनामे या तो बुरी तरह से स्कैन किए गए हैं या हलफनामे को चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया गया है। ऐसे में 6 प्रत्याशियों को छोड़कर बाकी 670 प्रत्याशियों के हलफनामे का विश्लेषण किया गया है। 670 प्रत्याशियों में से 182 यानी 27 फीसदी उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्शाए हैं। गंभीर आपराधिक मामले वाले उम्मीदवारों की संख्या 151 यानी 23 फ़ीसदी है।

सभी दलों ने उतारे दागी प्रत्याशी

छठे चरण में सपा के 48 में से 40 (83 फ़ीसदी), भाजपा के 52 में से 23 (44 फीसदी),कांग्रेस के 56 में से 22 (39 फ़ीसदी), बसपा के 57 में से 22 (39 फ़ीसदी) और आप के 51 में से 7 (14 फ़ीसदी) उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

यदि गंभीर आपराधिक मामलों की बात की जाए तो सपा के 48 में से 20 (39 फीसदी), भाजपा के 52 में से 20 (36 फ़ीसदी), कांग्रेस के 56 में से 18 (32 फीसदी), बसपा के 57 में से 5 (10 फीसदी) उम्मीदवार दागी हैं। 8 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ महिलाओं से जुड़े अपराध दर्ज हैं। 8 उम्मीदवारों के खिलाफ धारा 302 का मुकदमा दर्ज है जबकि 23 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है।

धनी उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा

यदि उम्मीदवारों की वित्तीय पृष्ठभूमि को देखा जाए तो 60 उम्मीदवार (9 फ़ीसदी) ऐसे हैं जिनके पास पांच करोड़ या उससे अधिक संपत्ति है। 100 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके पास दो करोड़ से 5 करोड़ तक की संपत्ति है। चुनाव मैदान में उतरने वाले 177 उम्मीदवारों के साथ 50 लाख से 2 करोड़ तक की संपत्ति है। इन उम्मीदवारों की संख्या छब्बीस फीसदी है। 10 लाख से 50 लाख तक की संपत्ति वाले 166 उम्मीदवार हैं जबकि 10 लाख से कम की संपत्ति वाले 167 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं।

सभी दलों ने दी प्राथमिकता

सभी राजनीतिक दलों की ओर से धनी उम्मीदवारों को टिकट देने को प्राथमिकता दी गई है। छठे चरण के 670 उम्मीदवारों में से 253 उम्मीदवार यानी 38 फ़ीसदी करोड़पति हैं। सपा के 48 में से 45 (94 फ़ीसदी),भाजपा के 52 में से 42 (81 फ़ीसदी), बसपा के 57 में से 44 (77 फ़ीसदी) और आप के 51 में से 14 यानी 28 फ़ीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। छठे चरण में लड़ने वाले प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 2.10 करोड़ है।

छठे चरण में सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले टॉप 3 उम्मीदवारों में चिल्लूपार सीट से विनय शंकर तिवारी, अंबेडकरनगर की जलालपुर सीट से राकेश पांडे और बलिया की रसड़ा विधानसभा सीट से उमाशंकर सिंह के नाम शामिल हैं। सबसे कम संपत्ति घोषित करने वाले उम्मीदवारों में महाराजगंज की सिसवा सीट से दीपक श्रीवास्तव, बलिया की बेल्थरारोड सीट से शिमोन प्रकाश और देवरिया की रुद्रपुर सीट से नरसिंह पाली के नाम शामिल हैं।

उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता

छठे चरण में 234 उम्मीदवारों ने अपने शैक्षणिक योग्यता पांचवी से बारहवीं कक्षा के बीच बताई है। 382 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता घोषित की है। 6 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं जबकि 44 उम्मीदवारों ने खुद को सिर्फ साक्षर ही घोषित किया है। छठे चरण में 3 उम्मीदवार ऐसे भी उतरे हैं जो पूरी तरह निरक्षर है। एक उम्मीदवार ने अपनी शैक्षणिक योग्यता नहीं घोषित की है।

छठे चरण में 226 उम्मीदवार 25 से 40 आयु वर्ग के बीच के हैं जबकि 346 उम्मीदवार 41 से 60 वर्ष के बीच के हैं। 98 उम्मीदवार 61 से 80 वर्ष के बीच के हैं। छठे चरण में कुल 65 यानी 10 फ़ीसदी महिला उम्मीदवार किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में उतरी हैं।

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Deepak Kumar

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