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AAP ने गंगा-यमुना की सफाई व 4G मीटर पर खड़े किए सवाल, कहा- 'पूंजीपतियों की त‍िजोरी भर रही योगी सरकार'

Lucknow News: आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश अध्‍यक्ष सभाजीत स‍िंंह ने गंगा-यमुना में ग‍िर रहे दर्जनों नालों को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमला बोला है।

Shashwat Mishra
Written By Shashwat MishraPublished By Shweta
Published on: 3 Sept 2021 6:42 PM IST
आप प्रवक्ता वैभव माहेश्‍वरी और प्रदेश अध्‍यक्ष सभाजीत स‍िंंह
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आप प्रवक्ता वैभव माहेश्‍वरी और प्रदेश अध्‍यक्ष सभाजीत स‍िंंह (डिजाइन फोटो)

Lucknow News: आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश अध्‍यक्ष सभाजीत स‍िंंह ने गंगा-यमुना में ग‍िर रहे दर्जनों नालों को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उन्‍होंने आरोप लगाया क‍ि यूपी में सरकार के द्वारा गंगा-यमुना की सफाई के नाम पर पूंजीपतियों की त‍िजोरी भरने का काम हो रहा है। सरकार की नीयत साफ नहीं है, इसल‍िए मां गंगा और यमुना साफ नहीं हो पा रही हैं।

बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत स‍िंंह ने कहा क‍ि 'हाई कोर्ट भी हजारों करोड़ खर्च होने के बाद भी गंगा और यमुना की दुर्दशा पर सरकार को फटकार चुका है। यह सामने आया है क‍ि अब भी 100 एमएलडी सीवेज सीधे दोनों नद‍ियों में ग‍िर रहा है। गौरतलब है क‍ि अब इसे रोकने के ल‍िए एसटीपी संचालन का ज‍िम्‍मा अडाणी समूह को द‍िया जा चुका है। प्रयागराज में करीब तीस नालों से गंदा पानी सीधे दोनों नदियों में ग‍िर रहा है।'

भाजपा गंगा-यमुना के नाम पर राजनीत‍ि कर रही

सभाजीत स‍िंंह ने सरकार की लापरवाही बयां करते हुए कहा क‍ि 'तीन बार स्‍क्रीमर मशीन से गंगा की सफाई कराने के ल‍िए टेंडर हुआ, लेक‍िन यह एक बार भी फाइनल नहीं हो सका। इस कारण पूरे वर्ष गंगा से कूड़ा साफ कराने का काम नहीं हो सका।' सभाजीत स‍िंह ने आरोप लगाया क‍ि 'भाजपा गंगा-यमुना के नाम पर बस राजनीत‍ि करती है, इनकी सफाई से उसे कोई सरोकार नहीं है। आम आदमी पार्टी की सरकार आई तो इन दोनों ही नहीं, बल्कि प्रदेश की सभी नद‍ियों के संरक्षण के ल‍िए उनकी अव‍िरलता लौटाने का काम होगा। साथ ही इस सरकार में गंगा-यमुना की सफाई के नाम पर खर्च हुए अरबों रुपये की जांच भी कराई जाएगी।'

फोर जी मीटर पर सवाल

आप प्रवक्ता वैभव माहेश्‍वरी ने नए मीटर लगाने की तैयारी पर सवाल खड़ा क‍िया। उन्होंने कहा क‍ि 'पहले स्‍मार्ट मीटर लगे तो तीन गुना ब‍िल आने लगे। अब व‍िभाग फोर जी मीटर लगाने की योजना बना रहा है। व‍िभाग के पुराने इतिहास को देखें तो डर लगता है क‍ि‍ कहीं फोर जी मीटर से चार गुना ब‍िल न आने लगे। ऐसे में जब तक इन मीटरों की व‍िश्‍वसनीयता पूरी तरह से परख न ली जाए, इनका इस्‍तेमाल न क‍िया जाए। कृपया इस बार मीटरों को लगाने सेे पहले उपभोक्‍ताओं को यह आश्‍वस्‍त क‍िया जाए क‍ि नया मीटर नई तकनीक के नाम पर उनसे अतिरिक्‍त चार्ज करके उनकी गाढ़ी कमाई लूटने का काम नहीं करेगा।'



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