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Assembly Election 2022: यूपी सहित 5 राज्यों के चुनाव समय पर ही होंगे, टालना संभव नहीं, बोले मुख्य चुनाव आयुक्त
Assembly Election 2022: देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव समय से ही होंगे। दरअसल, चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (Sushil Chandra) के नेतृत्व में एक टीम तीन दिवसीय दौरे पर प्रदेश के दौरे पर है।
Assembly Election 2022 Latest news: देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव समय से ही होंगे। दरअसल, चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त Chief Election Commissioner of India) सुशील चंद्रा (Sushil Chandra) के नेतृत्व में एक टीम तीन दिवसीय दौरे पर प्रदेश के दौरे पर है।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के साथ उनकी टीम मंगलवार को लखनऊ पहुंची। बता दें, कि इस टीम में मुख्य चुनाव आयुक्त, दो चुनाव आयुक्तों सहित कुल 13 सदस्य हैं। इस दौरे के दौरान चुनाव आयोग की टीम के मेंबर्स ने कहा, कि आगामी चुनावों वाले पांच में से किसी भी राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को टालना संभव नहीं है।
इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त के नेतृत्व वाली चुनाव आयोग की टीम ने लखनऊ के योजना भवन में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ भेंट-मुलाकात की। चुनाव आयोग की टीम ने भारतीय जनता पार्टी (BJP), समाजवादी पार्टी (SP), बहुजन समाज पार्टी (BSP), कांग्रेस (Congress) सहित अन्य दल के नेताओं के साथ भेंट की। साथ ही उनसे चुनाव को लेकर बातचीत की।टीम के साथ बैठक में बीजेपी ने प्रत्येक बूथ पर महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की मांग की है। जबकि, विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (Additional Chief Secretary) (गृह) अवनीश अवस्थी को चुनावी प्रक्रिया से दूर रखने का अनुरोध किया है। कांग्रेस का आरोप है कि अवनीश अवस्थी विधानसभा चुनावों (UP Election 2022) को प्रभावित कर सकते हैं।
बीजेपी ने रखी ये मांग
चुनाव आयोग के साथ बैठक के बाद बीजेपी के महासचिव जेपीएस राठौर ने बताया, कि उन्होंने आयोग के साथ बैठक में तीन मुख्य बातें रखीं। पहली, कि हर मतदान बूथ पर महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाए। ताकि, महिलाओं को सुरक्षा के साथ पहचान करने में दिक्कत पेश न आए। बीजेपी की दूसरी मांग यह थी, कि एक परिवार के सभी मतदाताओं के नाम एक ही बूथ पर रहें, ताकि उन्हें दिक्कतें न आए। साथ ही, तीसरी मांग सघन आबादी वाले बूथ, जहां खड़े होने की पर्याप्त जगह भी नहीं है, वहां कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन किया जाए।
कांग्रेस-बसपा-रालोद की मांग
वहीं, कांग्रेस पार्टी ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी को उनके पद से हटाने की मांग रखी। जबकि, बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने प्रदेश में समय पर चुनाव कराने की मांग की। बसपा और कांग्रेस ने कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए राजनीतिक रैलियों में जुट रही भीड़ का जिक्र किया। वहीं, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रतिनिधिमंडल ने वीवीपैट (VVPAT) पर्ची की दोबारा गिनती कराने का अनुरोध किया। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में ओंकार नाथ सिंह, वीरेंद्र मदान और मोहम्मद अनस रहमान ने मुलाकात की। कांग्रेस पार्टी ने यूपी पुलिस की निष्पक्षता पर संदेह जताते हुए आयोग से चुनाव में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की।
सपा- बुजुर्ग और दिव्यांग को मिले सुविधा
वहीं, उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की मांग की है। चुनाव आयोग से मिलने सपा का एक प्रतिनिधिमंडल गया था। इसमें प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, केके श्रीवास्तव और डॉ हरिश्चन्द्र यादव शामिल थे। इस दौरान सपा ने एक ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें अनुरोध किया गया है कि 80 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों तथा दिव्यांग मतदाताओं की सूची विधानसभा वार, मतदान होने वाले स्थल पर उपलब्ध कराई जाए।
भाकपा- जल्द हो चुनाव की घोषणा
जबकि, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की और से भी एक प्रतिनिधिमंडल ने अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के संबंध में पार्टी का प्रतिवेदन सौंपा। भाकपा द्वारा सौंपे गए आवेदन में चुनाव अभियान के लिए सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को रोकने की मांग की है। साथ ही, भाकपा ने तत्काल ही विधानसभा चुनावों की घोषणा की मांग की। इसके अलावा प्रदेश में जल्द ही आदर्श आचार संहिता लागू करने की भी बात कही।
पहली बार, घर से मतदान का विकल्प
उत्तर प्रदेश का आगामी विधनसभा चुनाव कई मायनों में अलग होने जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में ऐसे मतदाताओं की संख्या करीब 40 लाख है जिन्हें विधानसभा चुनाव 2022 में पहली बार घर से मतदान का विकल्प दिया जा रहा है।