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Dr Ram Manohar Lohia Institute : लोहिया संस्थान में मरीज़ की मौत पर मचा बवाल, डॉ. विक्रम सिंह का कहना- 'गंभीर परिस्थितियों में लाया गया पेशेंट, भर्ती होने से पहले हुई मौत'
बहराइच के रहने वाले मरीज़ की गोमती नगर स्थित लोहिया संस्थान में मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। लगभग दो-ढ़ाई घण्टे तक मरीज़ के साथ आए लोगों ने डॉक्टरों व बाक़ी कर्मचारियों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया।
Dr Ram Manohar Lohia Institute: डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के इमरजेंसी विभाग के बाहर एक मरीज़ की मौत हो गई। जिसके बाद, मरीज़ के साथ आए तीमारदार और परिवार के बाक़ी सदस्यों ने ख़ूब हंगामा काटा। रविवार को इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर ख़ूब चर्चा में बना रहा। मरीज़ के घरवालों का आरोप है कि "पेशेंट को डॉक्टरों द्वारा भर्ती नहीं किया गया। जिससे उसकी मौत हो गई।" वहीं, लोहिया संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने 'न्यूज़ट्रैक' को बताया कि मरीज़ को गंभीर परिस्थितियों में ही अस्पताल में लाया गया था। उसे जब तक भर्ती किया जाता, तब तक उसकी मृत्यु हो गई।
एम्बुलेंस में ही मरीज़ ने तोड़ा दम
बहराइच के रहने वाले मरीज़ की गोमती नगर स्थित लोहिया संस्थान में मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। लगभग दो-ढ़ाई घण्टे तक मरीज़ के साथ आए लोगों ने डॉक्टरों व बाक़ी कर्मचारियों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया। साथ ही, आरोप लगाते हुए बताया कि मरीज़ की मौत डॉक्टरों की लापरवाही से हुई है। तीमारदारों का कहना है कि क़रीब एक घण्टे तक हम मरीज़ को एम्बुलेंस में ही लेकर खड़े रहे। इमरजेंसी के डॉक्टरों ने उसे देखा तक नहीं।
'डॉक्टर कर रहे थे बच्चे का CPR'
विभूतिखण्ड थाना क्षेत्र स्थित लोहिया अस्पताल में हुई इस घटना पर सफाई देते हुए, लोहिया संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि तीमारदारों से मरीज़ को इमरजेंसी वार्ड में लाने को कहा गया था। लेकिन, वह अंदर नहीं लाए। उन्होंने बताया कि जिस वक्त वह मरीज़ को लेकर पहुंचे, वहां पर मौजूद दोनों मेडिकल ऑफिसर द्वारा एक बच्चे का सीपीआर किया जा रहा था। जिसकी स्थिति बेहद नाज़ुक थी। डॉ. विक्रम ने बताया कि मरीज़ को वेंटिलेटर पर ही लाया गया था। उसने एम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया। अस्पताल में आने के 10 मिनट के भीतर ही उसकी मौत हो गई थी।