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IT Raid in UP: उत्तर प्रदेश में IT रेड से उजागर हुए ये 'नए धनकुबेर', कुछ यूं दबा रखी थी अकूत संपत्ति

IT Raid in UP: आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे लेकर सभी राजनीतिक दलों की सरगर्मियां तेज है। प्रदेश का राजनीतिक पारा भी चढ़ा है। मगर, सुर्खियों में राजनेता नहीं बल्कि हाल ही में उजागर हुए कुछ 'धनकुबेर' हैं।

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By aman
Published on: 4 Jan 2022 12:46 PM IST (Updated on: 4 Jan 2022 12:47 PM IST)
IT Raid in UP: उत्तर प्रदेश में IT रेड से उजागर हुए ये नए धनकुबेर, कुछ यूं दबा रखी थी अकूत संपत्ति
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IT Raid in UP: आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे लेकर सभी राजनीतिक दलों की सरगर्मियां तेज है। प्रदेश का राजनीतिक पारा भी चढ़ा है। मगर, सुर्खियों में राजनेता नहीं बल्कि हाल ही में उजागर हुए कुछ 'धनकुबेर' हैं। जिनके पास से अकूत संपत्ति मिली है या होने का शक है। हालांकि, आयकर विभाग द्वारा इस छापे की टाइमिंग पर सवाल उठना लाजमी है। इन कारोबारियों के किस पॉलिटिकल पार्टी से क्या संबंध हैं या रहे हैं, ये बाद की बात है। आम लोगों और मीडिया को जो एक सबसे अहम चीज ने इनकी ओर आकर्षित किया वो था, इनके पास से पता चला धन।

1.पीयूष जैन

हाल में पड़े छापों में अगर किसी ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी तो वो थे पीयूष जैन। इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) के कानपुर और कन्नौज स्थित घरों से इनकम टैक्स छापेमारी में करीब 194 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश बरामद हुआ। इसके अलावा करोड़ों रुपए का सोना, चांदी और चंदन का तेल भी मिला। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस यानी DGGI के अधिकारियों को घरों की दीवारों, सीलिंग, अलमारियों और तहखाने से जबरदस्त कैश मिला। पीयूष के कानपुर वाले घर से 177.45 करोड़ रुपए और कन्नौज से 17 करोड़ रुपए कैश बरामद हुआ है। साथ ही, अब तक 64 किलो सोना, लगभग 250 किलो चांदी और 600 लीटर चंदन का तेल मिलने की भी जानकारियां सामने आई हैं। इसे Central Board of Indirect Taxes and Customs के अधिकारियों द्वारा नकदी की अब तक की सबसे बड़ी जब्ती रही है।

2. पुष्पराज जैन

दूसरे स्थान पर रहे, समाजवादी पार्टी के एमएलसी (MLC) पुष्पराज जैन (Pushpraj Jain) उर्फ पंपी जैन। जिनके घर पर 72 घंटों से भी अधिक समय तक आयकर विभाग की छापेमारी जारी रही थी। इस दौरान उनके कानपुर वाले घर, कन्नौज में जैन के घर तथा फैक्ट्री पर भी छापेमारी की गई थी। बाद में पुष्पराज जैन को गिरफ्तार कर लिया गया। दरअसल, कन्नौज में छापेमारी को गई आयकर विभाग की टीम को पुष्पराज जैन पर करीब 150 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का शक है। इसी वजह से उनके यहां से कैश या कुछ अन्य बेशकीमती चीजें नहीं मिली मगर बड़ी मात्रा में फाइल और दस्तावेज आदि अधिकारीयों को ले जाते देखा गया है। 31 दिसंबर 2021 को आयकर विभाग के अधिकारियों ने मुंबई, गुजरात, कानपुर, लखनऊ और कन्नौज सहित देश के दूसरे ठिकानों पर छापा मारा था। फिलहाल, पुष्पराज जैन के यहां बरामदगी को लेकर कोई सूचना सामने नहीं आई है।

पुष्पराज और उनके तीन भाई कन्नौज में इत्र व्यवसाय से जुड़े हैं। वो सब एक ही घर में रहते हैं। एमएलसी पुष्पराज का मुंबई में एक घर और एक कार्यालय है। जहां से मुख्य रूप से मध्य पूर्व में लगभग 12 देशों को निर्यात का सौदा होता है। उनके तीन भाइयों में से दो मुंबई ऑफिस में काम करते हैं, जबकि तीसरा उनके साथ कन्नौज में मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय से जुड़े हैं।

3.मयूर वनस्पति वाले सुनील गुप्ता

कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) के बाद डीजीजीआई (महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस) लखनऊ की दो टीमों ने बड़े पैमाने पर टैक्स (Tax) चोरी की आशंका में खाद्य तेल कंपनी मयूर वनस्पति (Mayur Vanaspati) के कार्यालयों और फैक्ट्री पर छापेमारी की। इस कम्पनी के मालिक सुनील गुप्ता (Sunil Gupta) हैं। मयूर समूह खाद्य तेल, आटा-मैदा के अलावा एक बड़ी कंपनी के लिए बिस्कुट भी बनाता है। टीम ने कर्मचारियों से पूछताछ कर आईटीसी में गड़बड़ी से संबंधित कई दस्तावेज जब्त किए हैं। किस स्तर पर गड़बड़ी की गई है, इसके लिए जब्त दस्तावेजों और पूर्व में ली गई आईटीसी का मिलान किया जाएगा। इसके बाद ही स्पष्ट होगा कि गड़बड़ी कितनी बड़ी है।

4. शिखर पान मसाला के मालिक प्रदीप अग्रवाल

इसके अलावा मशहूर शिखर पान मसाला के मालिक प्रदीप अग्रवाल के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई थी। इस छापेमारी का असर एक अन्य पान मसाला कंपनी पर पड़ा। टीम ने नयागंज में दूसरे पान मसाला समूह के निदेशक को भी पूछताछ के लिए घेर लिया। जांच में तार एक चर्चित ट्रांसपोर्टर से जुड़े। फिर, एक इत्र कारोबारी से भी लिंक मिला। टीम की जांच में खुलासा हुआ कि करीब दस करोड़ का अघोषित लेन-देन किया गया है। इसे लेकर एक साथ ट्रांसपोर्टर और इत्र कारोबारी के घर छापा मारा गया। वहां से ट्रांसपोर्टर और पान मसाला कंपनी के बीच करीब 10 करोड़ रुपए के कैश लेन-देन का खुलासा हुआ।

5.गणपति ट्रांसपोर्ट के मालिक प्रवीण जैन

कानपुर में गणपति ट्रांसपोर्ट के मालिक प्रवीण जैन के घर पर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ GST इंटेलिजेंस यानि DGGI और इनकम टैक्स की टीम ने छापा मारा। छापेमारी के लिए आए अधिकारी वहां से भी कुछ जरूरी कागजात आदि ले गए।

6. मलिक परफ्यूमर्स

कन्नौज के इत्र कारोबारी मलिक परफ्यूमर्स के यहां छापे में आयकर विभाग को बड़े पैमाने पर कर चोरी के सबूत मिले हैं। इनका टर्नओवर कुल कारोबार से पांच गुना कम दिखाया जा रहा है। बही-खाते बेहद पुराने और उर्दू में लिखे मिले हैं। जानकारी के मुताबिक, ऐसा पहली बार हुआ है, जब बही-खाते उर्दू में लिखे और बेहद उलझे हुए हैं। अब उर्दू के जानकार से इसका अध्ययन कराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मलिक परफ्यूमर्स का टर्नओवर 25 करोड़ रुपए से अधिक है, लेकिन दस्तावेजों में इसे चार से पांच करोड़ के बीच दिखाया जा रहा था।इनके दिल्ली के फ्रेंड कॉलोनी में तीन फ्लैट भी करोड़ों के बताए जा रहे हैं। पहले फैजान मलिक और उनके परिजन दिल्ली में फ्लैट होने की बात से ही इनकार करते रहे, लेकिन अफसरों ने प्रमाण सामने रखे तो स्वीकार कर लिया। इनके घर से पहले 3.5 करोड़ का कैश मिल चुका है। इसके अलावा फौजान के यहां 1.5 करोड़ कीमत के सोने के गहने मिले हैं।

7. ACE ग्रुप के अजय चौधरी

ताजा मामला, आज यानी 4 जनवरी का है। आयकर विभाग (Income Tax raid) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के बड़े बिल्डर में शुमार अजय चौधरी (Ajay Chaudhary) के ठिकानों पर छापेमारी की है। इनकम टैक्स अधिकारी सुबह से ही ACE ग्रुप के नोएडा, दिल्ली तथा आगरा स्थित दफ्तरों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी कर रही है। अजय चौधरी का नाम नोएडा के बड़े बिल्डरों में गिना जाता है। इसके साथ ही वह समाजवादी पार्टी के करीबी भी बताए जाते हैं। आयकर विभाग की टीम नोएडा सेक्टर 126 में स्थित ACE बिल्डर के मुख्य दफ्तरों पर मौजूद है। टीम ACE इंफ्रासिटी डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड, ACE मेगा स्ट्रक्स्चर्स प्राइवेट लिमिटेड, STAR लैंड क्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड, STAR सिटी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड और AJAY रियल कॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के दफ्तर में छानबीन कर रही है। इसके अलावा बागपत के खेकड़ा थाना क्षेत्र में स्थित महरमपुर गांव में अजय चौधरी उर्फ संजू के फॉर्म हाउस पर भी आयकर टीम के डिप्टी डायरेक्टर राजीव प्रसाद के साथ आयकर विभाग के सात सदस्यमौजूद हैं।



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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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