Independence Day 2021: मशहूर शेफ़ डॉ. इज्जत हुसैन ने बनाई 75 तरह की बिरयानी, 'लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स' में दर्ज हो सकता है नाम

नोएडा के एक होटल में काम करने वाले मशहूर शेफ़ डॉ. इज्जत हुसैन को कौन नहीं जानता?

Shashwat Mishra
Published on: 14 Aug 2021 4:47 PM GMT
Dr. Izzat Hussain
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मशहूर शेफ डॉ. इज्जत हुसैन (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Independence Day 2021: नोएडा के एक होटल में काम करने वाले मशहूर शेफ़ डॉ. इज्जत हुसैन को कौन नहीं जानता? वह अपने मुगलई व अवधी खाने को अलग अंदाज़ में बनाने की वजह से प्रसिद्ध हैं। हाल ही में उन्होंने अपना नाम 'लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स' में दर्ज करवाने के लिए, 75 तरह की बिरयानी बनाई हैं। ऐसा उन्होंने एक निजी यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को अपनी क्लासेस के दौरान किया। इसके पीछे उन्होंने बताया कि यह उनकी तरफ से 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूरे हिंदुस्तान को तोहफ़ा है।

जाने-माने शेफ़ डॉ. इज्ज़त हुसैन ने 'लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स' में नाम दर्ज कराने के उद्देश्य से 75 तरह की बिरयानी बनाई हैं। उन्होंने यह एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को सिखाने के समय बनाई थी। ऐसा करने की पीछे मंशा 75वां स्वतंत्रता दिवस भी था। जिसकी वजह से ही उन्होंने 75 तरह की बिरयानी बनाई हैं।


शाही, अवधी, रामपुर व इलाहाबादी बिरयानी

'लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स' में नाम दर्ज कराने के लिए शेफ़ डॉ. इज्जत हुसैन ने शाही वेज बिरयानी, अवधी वेज बिरयानी, मोटी बिरयानी, रामपुर डेगी बिरयानी, इलाहाबादी, कानपुरी, बनारसी बिरयानी, दूधिया, सिंधी बिरयानी, हैदराबादी वेज बिरयानी और बॉम्बे बिरयानी सहित 75 तरह की बिरयानी बनाई।


कौन हैं डॉ. इज्जत हुसैन

मशहूर शेफ डॉ. इज्जत हुसैन मूलतः 'शहर-ए-अदब' के नाम से प्रसिद्ध 'लखनऊ' के हुसैनाबाद क्षेत्र के रहने वाले हैं। उन्होंने पहले बीयूएमएस की डिग्री ली, उसके बाद अपने पैशन को फॉलो करने के लिए शेफ बनने की कोशिशों में लग गए। अवध क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले डॉ. इज्जत हुसैन आज किसी पहचान के मोहताज़ नहीं हैं। उन्हें भारत के कोने-कोने में जाकर लोगों को खाने के बारे में बताने व सिखाने का शौक़ है। साथ ही, वह अवधी खाने को भी दुनियाभर में पहुंचा रहे हैं।


पिज्जा-बर्गर से बनाएं दूरी

शेफ डॉ. इज्जत हुसैन ने बताया कि आज के युवा पिज्जा-बर्गर खाने पर ज़्यादा जोर देते हैं। वह इसी तरह के खाने को पसंद भी करते हैं। लेकिन, आज के युवाओं को ऐसे खानों से बचना चाहिए। उन्हें इसकी जगह पर पराठे व बिरयानी जैसी चीजें खानी चाहिए, जो न सिर्फ स्वाद देगा, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी हमें फायदा पहुंचाएगा।


हर 25 किलोमीटर पर बदलती है बिरयानी

शेफ डॉ. इज्जत हुसैन ने 'न्यूज़ट्रैक' के साथ बातचीत में बताया कि 'हर 25 किलोमीटर पर बिरयानी बदलती है। बिरयानी में दो चीज़ों को होना ज़रूरी है। दो चीज़ों को मिलाकर ही बिरयानी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि चावल तो रहेगा ही, साथ में आप जिस तरह की बिरयानी बनाना चाहते हैं, वह होना आवश्यक है। जैसे अग़र आप मटन बिरयानी बना रहे हैं, तो चावल में मटन मिलाकर बनाने पर वह मटन बिरयानी हो जाएगी। इसी तरह, जिसे जिस तरह की बिरयानी खाने पसंद आता है, वह उसी को चावल में मिलाकर बिरयानी बनाते हैं।'


अपने नाम का ले रखा है ट्रेडमार्क

हिंदुस्तान भर में अपनी एक अलग पहचान बना चुके डॉ. इज्जत हुसैन ने अपने नाम का ट्रेडमार्क ले रखा है। ऐसा करने वाले भारत के पहले शेफ हैं। उन्होंने ट्रेड मार्क्स 1999 के तहत अपना पंजीकरण कराया हुआ है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन विभाग में भी अपना पंजीकरण करवा रखा है।



Raghvendra Prasad Mishra

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