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Kalyan Singh कब से कब तक रहे गर्वनर, जानें कैसा रहा उनका कार्यकाल
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रह चुके कल्याण सिंह का आज निधन हो गया है।
Kalyan Singh: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रह चुके कल्याण सिंह का आज निधन हो गया है। कल्याण सिंह के निधन से राजनीति के एक अध्याय का अंत माना जा रहा है। अयोध्या श्री राम मंदिर निर्माण आंदोलन को लेकर उनकी छवि बनी वह अमिट रहेगी। राजनीति में कल्याण सिंह के नाम ऐसी ऐसी उपलब्धियां जुड़ीं हैं जो हमेशा उनकी याद दिलाती रहेंगी। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के आने के बाद कल्याण सिंह को राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया। उन्होंने 4 सितंबर, 2014 को राजस्थान के राज्यपाल पद की शपथ ली थी और 5 साल का बेहतरीन कार्यकाल पूरा किया। उनका कार्यकाल 3 सितंबर को पूरा हो गया।
कल्याण सिंह के कार्यकाल पूरा होने के साथ राजस्थान के राज्यपाल के रूप में एक उपलब्धि और उनके नाम जुड़ गई। राजस्थान की राजनीति में वर्ष 1967 के बाद कल्याण सिंह ऐसे राज्यपाल हुए जिन्होंने अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया। 1967 के आद से 52 साल में यहां 40 राज्यपाल नियुक्त हुए, लेकिन किसी राज्यपाल का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ। कल्याण सिंह से पहले डॉ. संपूर्णानंद राजस्थान के ऐसे राज्यपाल रहे, जिन्होंने अप्रैल, 1967 में अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया था। इसके बाद बतौर राजस्थान राज्यपाल के रूप में यह उपलब्धि कल्याण सिंह के नाम आई।
कल्याण सिंह की राजनीति को अयोध्या मुद्दे से धार मिली। यहीं से उनकी हिंदुत्ववादी नेता के रूप में वह उभरे और पूरे देश के चहेता नेताओं में शामिल हो गए। हालांकि इसके लिए उन्हें बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ गया था। हालांकि इसी के बाद से उनकी अलग पहचान भी बन गई। उत्तर प्रदेश की राजनीति में भाजपा नहीं बल्कि भाजपा कल्याण सिंह के नाम से जानी जाने लगी। हालांकि बाद में कल्याण सिंह भाजपा से असंतुष्ट होकर खुद की पार्टी बना ली, लेकिन सफल नहीं हुए। भाजपा ने बाद में उन्हें मनाकर पार्टी में ले आई और फिर से उन्हें राजनीति में सक्रिय करते हुए वर्ष 2014 में राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया।