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Kalyan Singh: पीएम मोदी की मौजूदगी में पूरी हुई कल्याण सिंह की अंतिम इच्छा
कल्याण सिंह के निधन के बाद उनके जीवन की यादें एकबार फिर ताजी हो गई हैं।
Kalyan Singh: कल्याण सिंह के निधन के बाद उनके जीवन की यादें एकबार फिर ताजी हो गई हैं। कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कल्याण सिंह की अंतिम इच्छा को पूरी करते हुए उनके पार्थिव शरीर को पार्टी के झंडे से लपेटा। उनके शरीर पर पहले राष्ट्रीय ध्वज उसके बाद बीजेपी का झंडा लपेटा गया।
कल्याण सिंह भाजपा के ऐसे नेता रहे जिनकी कमी पार्टी को हमेशा खलेगी। भाजपा की पहचान वैसे हिंदुत्व से है, लेकिन कल्याण से बड़ा को हिदुंत्वादी नेता खुद को साबित नहीं कर पाया। हालांकि कुछ परिस्थितियां ऐसी बनी कि वह पार्टी से बाहर भी हुए लेकिन उनकी कमी पार्टी को खली और उन्हें फिर से उसी सम्मान के साथ पार्टी में शामिल कराया गया। सही मायने में भाजपा और कल्याण सिंह एक दूसरे के पूरक रहे। कल्याण सिंह की अपनी लकीर पर चलने की आदत की वजह से उन्हें कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपने सिद्धांतों के साथ कभी समझौता नहीं किया।
"जीवन का जब अंत होने को हो तो मेरा पार्थिव शरीर भी भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपटकर जाए" - स्व• कल्याण सिंह जी बाबूजी
— Swatantra Dev Singh (@swatantrabjp) August 22, 2021
कोटि-कोटि नमन! pic.twitter.com/205hQYUaFR
कल्याण सिंह की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें उत्तर प्रदेश की राजनीति में कुछ लोग बाबूजी के नाम से जानते थे। उनके निधन पर पार्टी के कुछ नेता बाबूजी के नाम से उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। कल्याण सिंह ऐसे नेता रहे जो हिंदुत्व के नाम पर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक को त्याग दिया था। हालांकि जिंदगी के आखिरी पड़ाव में भाजपा ने उन्हें वह सम्मान दिया जिसके वह हकदार थे। वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के बनने के बाद कल्याण सिंह को राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया। फिलहाल अब वह इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनकी यादे हमेशा जीवंत रहेंगी।