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Kendriya Mantri ka Daura: गिरिराज सिंह ने की यूपी सरकार के कामों की समीक्षा, कहा- दिसंबर तक पूरा करें द्रोण सर्वे और घरौनी सर्टिफिकेट का का काम

Kendriya Mantri ka Daura: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) आज लखनऊ (Lucknow) दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से भेंट की।

Rahul Singh
Report Rahul SinghPublished By Shweta
Published on: 16 Sept 2021 7:56 PM IST (Updated on: 16 Sept 2021 8:13 PM IST)
गिरिराज सिंह सीएम योगी से किया भेट
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गिरिराज सिंह सीएम योगी से किया भेट 

Kendriya Mantri ka Daura: केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) गुरुवार को लखनऊ (Lucknow) दौरे पर पहुंचे। मंत्री गिरिराज सिंह ने सबसे पहले मुख्यमंत्री आवास जाकर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान केंद्र और यूपी सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर चर्चा भी हुई।

इसके बाद गिरिराज सिंह ने यूपी के ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री और अधिकारियों के साथ बैठक की। गिरिराज सिंह ने अधिकारियों से ग्रामीण इलाकों में चल रही सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी हासिल की और जरुरी निर्देश भी दिए। बता दें कि बैठक के बाद मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि लखनऊ में ग्रामीण विकास मंत्री मोती सिंह (Moti Singh), पंचायती राज मंत्री भूपेन्द्र चौधरी, राज्य मंत्री उपेन्द्र राय, आनंद स्वरूप शुक्ल के साथ ही अधिकारियों की उपस्थिति में केंद्र द्वारा प्रायोजित ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज की योजनाओं और स्वामित्व स्कीम में हुई प्रगति की समीक्षा। गिरिराज सिंह ने योगी सरकार के कामों की तारीफ करते हुए कहा कि योगी के नेतृत्व में तेज़ी से कार्य प्रगति पर है । दिसम्बर, 2021 तक द्रोण सर्वे और घरौनी सर्टिफ़िकेट का 22,000 गांवों में वितरण का काम पूरा करने का सुझाव सरकार को दिया है।

यूपी में मातृभूमि योजना की घोषणा

उपस्थिति सभी लोग

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने आमजन को विकासकार्यों में प्रत्यक्ष भागीदार बनाने के लिए 'उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना' शुरू करने की घोषणा की है। इस अनूठी योजना के तहत गांवों में होने वाले अवस्थापना विकास के विभिन्न कार्यों में हर व्यक्ति को सीधी हिस्सेदारी का मौका मिलेगा। परियोजना की कुल लागत का 50 फीसदी खर्च सरकार वहन करेगी, जबकि शेष 50 फीसदी इच्छुक व्यक्ति की ओर से सहयोग होगा। बदले में परियोजना का नामकरण सहयोगी व्यक्ति की इच्छानुसार उनके परिजनों के नाम पर किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने ग्राम्य विकास और पंचायती राज विभाग को इस अभिनव योजना की औपचारिक शुरुआत के लिए विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करने को कहा है।



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