Lakhimpur Kheri Violence update: लखीमपुर मामलें में बुरी तरह से घिरी राज्य सरकार, विपक्षी नेताओं का पहुंचना शुरू, योगी से इस्तीफे की मांग

लखीमपुर खीरी की घटना पर सियासत तेज हो गई...

Shreedhar Agnihotri
Published on: 3 Oct 2021 3:36 PM GMT (Updated on: 3 Oct 2021 3:44 PM GMT)
Lakhimpur Kheri Violence
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लखीमपुर घटना में घायल किसान (फोटो-न्यूजट्रैक)

Lakhimpur Kheri Violence update: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले लखीमपुर कांड ने विपक्ष को राज्य सरकार को घेरने का एक बड़ा हथियार दे दिया है। विपक्षी नेताओं ने राज्य सरकार को घेरने के साथ ही लखीमपुर जाने के कार्यक्रम तय कर लिए हैं। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कल घटनास्थल पर स्वंय पहुंच रहे हैं जबकि कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का भी कार्यक्रम तय हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ बसपा सुप्रीमों मायावती एक प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर भेजने का फैसला लिया है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा देने की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि यूपी के लखीमपुर खीरी में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव आने से पहले ही भारी बवाल हो गया। मंत्री के गांव से सात किलोमीटर पहले तिकुनिया कस्बे के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंदती हुई दो कारें निकल गईं। इस हादसे में दो किसानों की मौत हो गई और कम से कम 10 किसान जख्मी हुए हैं।

इस घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है। प्रदेश भाजपाइयों का ज़ुल्म अब और नहीं सहेगा। यही हाल रहा तो उप्र में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे।

वहीं कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट के जरिए कहा कि भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा हैं, जो इस अमानवीय नरसंहार को देखकर भी चुप है, वो पहले ही मर चुका है। लेकिन हम इस बलिदान को बेकार नहीं होने देंगे- किसान सत्याग्रह ज़िंदाबाद!'

बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना अत्यन्त दुखद है। यह भाजपा सरकार की तानाशाही और क्रूरता को दर्शाता है। जो कि इनका असली चेहरा है। उन्होंने ट्विट के माध्यम से राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि इस घटना में पीड़ितों को न्याय मिलने की उम्मीद नही है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट इस दुखद घटना का स्वयं संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि बसपा का एक प्रतिनिधिमंडल घटना स्थल पर जाकर मामले की सच्चाईका पता करेगा।

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद डां संजय सिंह ने कहा कि सत्ता का ऐसा नशा न आपने कभी देखा होगा न सुना होगा। तीन आंदोलनकारी किसानों को मार दिया। कितने किसानों की शहादत लेंगे मोदी जी! उन्होंने हत्यारों को गिरफ्तार करने के साथ ही मामले की सीबीआई से जांच कराने तथा उचित मुआवजा देने की मांग की है। उधर किसान नेता राकेश टिकैत भी घटना स्थल की तरफ रवाना हो गए हैं।

Raghvendra Prasad Mishra

Raghvendra Prasad Mishra

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