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बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात रसोइयों और अनुदेशकों को योगी का बड़ा तोहफा
Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आई थी तो उस समय स्कूलों की हालत बेहद खराब थी लेकिन पिछले साढे चार साल में सामूहिक प्रयासों से हालात में सुधार आया है।
Lucknow : बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत रसोइयों तथा अंशकालिक अनुदेशकों के साथ हुए आज एक संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा तोहफा देते हुए कहा कि रसोइयों की मांग को देखते हुए अब उनके मानदेय में 500 रूपए की वृद्धि की है।
इसके अलावा महिला रसोइयों को दो साडियों एप्रेन का पैसा सीधे रसोइयों के खाते में देने के साथ ही हर रसोइयों को पांच लाख की बीमा राशि को आयुष्मान योजना से जोडा जाएगा। इसके अलावा अंशकालिक अनुदेशकों को दो हजार रूपए अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा। इसके अलावा उनके जाब की गारंटी भी देने पर विचार किया जाएगा।
54 लाख बच्चे बेसिक शिक्षा से जुडे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आई थी तो उस समय स्कूलों की हालत बेहद खराब थी लेकिन पिछले साढे चार साल में सामूहिक प्रयासों से हालात में सुधार आया है। प्रदेश के 54 लाख बच्चे बेसिक शिक्षा से जुडे है। यदि इसी तरह से संख्या बढती रही तो बेसिक शिक्षा परिषद से जुडे स्कूलों के हालात और भी बेहतर हो जाएगें।
इसके पीछे अनुदेशकों और रसोइयों का भी बडा योगदान है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प से भी स्थिति में बदलाव आया है। इसमें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों सांसदो एवं विधायकों की सहभागिता का भी लाभ मिला।
अंशकालिक अनुदेशकों ने मुख्यमंत्री से सीधा संवाद
योगी ने कहा कि 1 लाख 56 हजार विद्यालयों में एक लाख तीस हजार विद्यालयों का काया कल्प हो चुका है। स्कूलों में बच्चों की ड्रेस जूते आदि का धन सीधे अब उनके माता पिता के खाते में ट्रांसफर करने का काम किया गया। विभाग में अनगिनत नियुक्तियां की गयी है जिसके कारण स्थितियों में बदलाव आ रहा है।
उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में वेतन कटौती की गयी लेकिन यूपी पहला राज्य है जहां वेतन कटौती नहीं की गयी। भ्रष्ट्राचार के खिलाफ जंग लडने में यूपी आगे रहा है। इस समय प्रदेश में 27546 अनुदेशकों की संख्या है वहीं 3 लाख 78 हजार रसोइयों भोजन उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं।
इससे पहले कई रसोइयों और अंशकालिक अनुदेशकों ने मुख्यमंत्री से सीधा संवाद कर अपनी बातों को रखा।