Lucknow Mein Tendua: लखनऊ में तेंदुए का खौफ, रात के अंधेरे में कर रहा हमला, ऐसे करें बचाव

Lucknow Mein Tendua:आइए जानते हैं कि तेंदुए के हमले से कैसे बचें, ये जानना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पिछले कुछ सालों से हर साल राजधानी में जाड़े के मौसम में तेंदुए की घुसपैठ हो रही है।

Ramkrishna Vajpei
Published on: 27 Dec 2021 10:30 AM GMT (Updated on: 27 Dec 2021 10:34 AM GMT)
lucknow mein tendua
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लखनऊ में तेंदुआ (फोटो- सोशल मीडिया)

 

Lucknow Mein Tendua: राजधानी में तेंदुआ (leopard in lucknow)। तेंदुए के हमले में कई लोग घायल (leopard attack)। तेंदुए ने किया कुत्ते का शिकार (Leopard hunted dog )। भयभीत लोगों का सबसे बड़ा सवाल येहै कि तेंदुए के हमले से कैसे बचें (How to avoid a leopard attack)।

आइए जानते हैं कि तेंदुए के हमले से कैसे बचें (tendue ke hamle se kaise bache) ये जानना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पिछले कुछ सालों से हर साल राजधानी में जाड़े के मौसम में तेंदुए की घुसपैठ (Lucknow Mein Tendua) हो रही है और तमाम बार तेंदुआ घनी बस्तियों में आया और घूमकर चला गया लेकिन वन विभाग की टीम की पकड़ में नहीं आया और फिर दिखा नहीं इसलिए मान लिया गया कि वह जंगल लौट चुका है। इस बार भी कुछ ऐसा ही लग रहा है।

तेंदुए के हमले से कैसे बचा जाए
How to Avoid Leopard Attack

वैसे चिड़ियाघर या सफारी मे तेंदुआ हमारे बीच के बहुत से लोगों की पहली पसंद है। वैसे आम तौर पर तेंदुआ शर्मिला जानवर है और आम तौर पर इंसानों से बचते हैं, लेकिन कुछ ऐसे उदाहरण भी होते हैं जिनमें वे हमला कर देते हैं। हम आपको बताते हैं कि तेंदुए के हमले से कैसे बचा (tendue ke hamle se kaise bache) जाए।


  • सामान्यतः तेंदुआ हमला नहीं करता लेकिन वह हमला तब करता है जब वह घायल हो और शिकार करने में असमर्थ हो।
  • तेंदुआ दहाड़कर मनुष्यों को धमकी दे सकता है यदि उसे अपने ऊपर खतरा महसूस हो लेकिन इसके विपरीत यदि वह घायल हो और शिकार करने में असमर्थ हो तब छोटे जानवरों और बच्चों पर हमला कर देता है क्योंकि वे आसान शिकार हैं।
  • पिछले कई दिनों से तेंदुआ राजधानी लखनऊ में दुबका (Lucknow Mein Tendua) हुआ है और वह शाम या रात में अपनी उपस्थिति का अहसास कराता है हालांकि पिछले 24 घंटे से तेंदुए से जुड़ी कोई गतिविधि सामने नहीं आई है।
  • दो रात पहले तेंदुए के एक वृद्ध पर एक सिपाही पर हमले की खबर आई थी लेकिन उनकी चोटें गंभीर नहीं थीं।
  • तेंदुआ जंगल में रहने का आदी है शहरी शोरशराबा उसे असहज और भयभीत करता है ऐसे में छेड़ने पर वह हमला कर सकता है।
  • वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि तेंदुआ दिखे तो उसके बहुत करीब न जाएं, क्योंकि रात में वह भूखा होने पर शिकार की तलाश में होता है।
  • छोटे बच्चों को शाम या रात में सुरक्षित निगरानी में रखें, जबकि तेंदुआ आपके क्षेत्र में अक्सर देखा जा रहा है।
  • यदि तेंदुआ दिखता है, तो चिल्लाएं, ताली बजाएं और अपनी बाहों को बड़ा दिखाने के लिए हिलाएं, जिससे वह खुद ही आपसे दूर भाग जाएगा।
Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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