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AAP की मांग- 'जल जीवन मिशन' की CBI जांच हो, महानगर अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव त्यागी ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रदेश सरकार की 'जल जीवन मिशन' योजना में हजारों करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए, प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर मटका फोड़ कर विरोध प्रदर्शन किया।

Shashwat Mishra
Written By Shashwat MishraPublished By Ashiki
Published on: 25 Aug 2021 1:53 PM GMT
aap to hold matka bust demonstration
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आप का 'मटका फोड़ो' प्रदर्शन 

लखनऊ: आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रदेश सरकार की 'जल जीवन मिशन' योजना में हजारों करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए, प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर मटका फोड़ कर विरोध प्रदर्शन किया। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ में बेगम हजरत महल पार्क के पास कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में इकठ्ठे होकर मटका फोड़ कर विरोध दर्ज कराया और इस गंभीर भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराने की मांग की है, जिससे दोषियों को सख्त सजा मिल सके।

आम आदमी पार्टी के लखनऊ महानगर अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव त्यागी ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन प्रशासन को दिया। महानगर अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव त्यागी ने कहा कि 'जल जीवन मिशन में उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह और उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने कई हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया है। जल जीवन मिशन योजना के द्वारा हर घर में नल से जल पहुंचाया जाना है, जिसके लिए केंद्र सरकार ने 1 लाख 20 हजार करोड़ आवंटन किया, लेकिन योगी सरकार ने इस योजना में फर्जी कंपनियों से साठगांठ करके करोड़ो रूपये का घोटाला किया है। बीते दिनों इस घोटाले का भंडाफोड़ आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने किया है। आम आदमी पार्टी ने राज्यपाल से इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।

बता दें कि केंद्र सरकार की 'जल जीवन मिशन' योजना के अंतर्गत वर्ष 2020-21 में राज्यों को 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। इसमें कई हजार रुपये घोटाले का आरोप बीते दिनों आप के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने लगाया है।


उत्तर प्रदेश में 'जल जीवन मिशन' के अंतर्गत हर घर पानी पहुंचाने के लिए पाइप सप्लाई का कार्य 'रश्मि मैटेलिक्स' कंपनी को दिया गया है। यह कंपनी पूर्व में भी भ्रष्टाचार में लिप्त रही है और घटिया क्वालिटी की पाइप बनाती है। केंद्रीय आर्थिक सूचना ब्यूरो (CEIC) ने अपनी जांच में पाया था कि यह कंपनी फ़र्जी निवेश तथा फ़र्जी शेल कंपनियां बनाने में लिप्त है।

मध्य प्रदेश, पंजाब तथा पश्चिम बंगाल समेत देश के 8 राज्यों तथा सेना ने भी इस कंपनी को भ्रष्टाचार एवं निम्न गुणवत्ता के कारण काली सूची में डाला हुआ है। इन सब तथ्यों के अलावा उत्तर प्रदेश में योजना के कार्यकारी निदेशक, यूनिट कोऑर्डिनेटर, परियोजना प्रबंधक तथा पूर्व मुख्य अभियंता ने भी अपनी रिपोर्ट्स में कहा है कि इस कंपनी के पाइप मानकों के अनुरूप नहीं है। बावजूद इसके यूपी के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने नियमों को ताक पर रखकर 'रश्मि मैटेलिक्स' कंपनी को पाइप सप्लाई का ठेका दे दिया। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश में 'जल जीवन मिशन' के क्रियान्वयन में और भी बड़ी वित्तीय गड़बड़ी सामने आयी है।


जो कार्य उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा लगभग 1,580 और 1501 रुपये की दर से हो जाता है, वही कार्य जल जीवन मिशन के अंतर्गत लगभग 2,065 एवं 2,100 रुपये की दर से कराया जा रहा है। इस तरह भ्रष्टाचार के कारण राज्य में मिशन के हर कार्य की लागत सामान्य से 30% से 40% तक बढ़ गई है। वहीं थर्ड पार्टी इन्स्पेक्शन के लिए भी यूपी सरकार ने 1.33% धन खर्च किया है जबकि केरल ने 0.04% और चेन्नई ने 0.15% में ही इसे कर लिया। इस तरह से उत्तर प्रदेश में 'जल जीवन मिशन' के अंतर्गत भारी आर्थिक अनियमितता एवं भयानक भ्रष्टाचार सामने आया है।


आम आदमी पार्टी ने राज्यपाल से इस गंभीर भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराने की मांग की है, जिससे दोषियों को सख्त सजा मिल सके।

बुधवार को हुए विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से प्रदेश सह प्रभारी नदीम अशरफ जायसी, प्रदेश उपाध्यक्ष सरबजीत सिंह मकक्कड़, प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित श्रीवास्तव, महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव, प्रदेश सचिव तुषार श्रीवास्तव, ललित बाल्मीकि, शीलू जैसवाल, संतोष दुबे जुबेर अली, हर्षित गौतम, सलमान सिद्दकी, जॉनी, फकरूल इस्लाम महानगर महासचिव, सय्यद नकी रजा विधानसभा अध्यक्ष, किश्वर जहा,फकरूल इमाम, धीरज कुमार, दुर्गेश सिंह दीपू, अमित चोपड़ा, एडवोकेट अभय सिंह, आशुतोष मिश्रा, पवन श्रीवास्तव, सोहन लाल वर्मा, संगीता जायसवाल, रामचरित पाल, पन्नालाल निगम, मोहम्मद रफीक, सील कुमार, अमन यादव, मोती चंद्र गुप्ता, अभिषेक यादव, अफरोज आलम, सैयद मोहम्मद तकी, बीएन खरे, अनंत बारी, तरुण मिश्रा, सुभाषनी मिश्रा अनिल जैन गिरीश, मनीष श्रीवास्तव, विनोद कुमार, अरुणा मुकेश गोल्डी, त्रिलोचन सिंह, जितेंद्र सैनी सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।

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