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Lucknow News: 'न्यूज़ट्रैक' की पड़ताल! फैजुल्लागंज है डेंगू का गढ़, स्वास्थ्य व नगर निगम की टीम है पूरी तरह से फेल
कोरोना वायरस का क़हर अभी ख़त्म भी नहीं हुआ था कि डेंगू और वायरल इन्फ़ेक्शन ने लखनऊवासियों को अपनी चपेट में ले लिया है।
Lucknow News: राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का क़हर अभी ख़त्म भी नहीं हुआ था कि डेंगू और वायरल इन्फ़ेक्शन ने लखनऊवासियों को अपनी चपेट में ले लिया है।
लखनऊ में बढ़ते डेंगू मरीज़ों की संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों को सख़्त निर्देश दिए हैं कि जिन इलाक़ों में डेंगू का प्रकोप ज़्यादा है, उन इलाक़ों की अच्छे से साफ-सफ़ाई व सैनिटाइज किया जाए। साथ ही, मुख्यमंत्री ने अपने आदेश में यह भी कहा कि यह बीमारी जलभराव की वजह से फैलती है, इसलिए सबसे पहले इसकी समस्या का निदान किया जाए।
शुक्रवार को 'न्यूज़ट्रैक' की टीम ने राजधानी के फैजुल्लागंज इलाक़े में पड़ताल करने पहुंची, तो मौके पर पाया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी इस इलाक़े में सफ़ाई सिर्फ़ काग़ज़ों पर ही की जा रही है।
डीएम के निरीक्षण से पहले हुई थी सफाई
स्थानीय निवासी अभिषेक ने बताया कि 'गुरुवार को यहाँ ज़िलाधिकारी अभिषेक प्रकाश आए थे, उनके आने से पहले यहाँ अधिकारियों ने थोड़ी बहुत सफ़ाई करा दी थी, लेकिन उनके जाने के बाद सब कुछ वैसा ही है।' अभिषेक के अनुसार- 'यहां आपको कई जगह जलभराव दिख जाएगा। जिसमें मच्छरों की भरमार है, हम लोग कई बार शिकायत करते हैं लेकिन अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं।'
सालभर रहता है जलभराव
फैजुल्लागंज निवासी कमलेश ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम फैजुल्लागंज क्षेत्र में सिर्फ़ दिखावे के लिए सफ़ाई अभियान चला रही है। फॉगिंग और एंटीलार्वा का छिड़काव महज़ कुछ घरों के सामने कर दिया जाता है। यहां कुछ ऐसी जगह हैं, जहां साल भर पानी भरा रहता है, इसी जलभराव के चलते इस पूरे इलाक़े में डेंगू का प्रकोप फैलता है, लेकिन आज तक इस जल भराव के लिए कुछ नहीं किया गया।
इस मामले पर जब सीएमओ मनोज अग्रवाल से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार इन इलाक़ों में काम कर रही है, फ़ॉगिंग और एंटीलार्वा का छिड़काव लगातार किया जा रहा है, लेकिन डेंगू बीमारी के लिए लोगों की जागरूकता भी ज़रूरी है। लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि उनके घर में कहीं भी अगर पानी हो, तो इसे समय-समय पर बदलते रहें। ज़्यादा पुराने पानी में डेंगू के लार्वा पनपते हैं।