TRENDING TAGS :
Lucknow: बीजेपी कार्यालय के सामने स्वच्छ भारत मिशन के कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने लिया हिरासत में
Lucknow News In Hindi: लखनऊ में बीजेपी कार्यालय के सामने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण काम करने वाले लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर ईको गार्डेन भेज दिया है।
Lucknow News In Hindi: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यालय के सामने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण (Swachh Bharat Mission Gramin) में काम करने वाले लोगों ने पिछले कई महीनों से मानदेय ना मिलने के विरोध में प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शन में आए लोगों को पहले समझाने की कोशिश की, जिस पर प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी और पुलिस से धक्का मुक्की करने लगे। जिस पर पुलिस ने प्रदर्शन करने आए लोगों को हिरासत में लेकर ईको गार्डेन भेज दिया है।
जाहिर है कि अपने मानदेय की बढ़ोत्तरी को लेकर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यकर्ताओं में सरकार को लेकर बेहद नाराजगी है। अपनी इस नाराजगी का इजहार करने के लिए लखनऊ की सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिये आज स्वच्छ भारत मिशन के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भाजपा कार्यालय का घेराव करने के लिये पहुंच गए। प्रदर्शन करने आये इन स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यकर्ताओं को मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन ये कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुलिस पर ही आक्रामक होने लगे। परिणामस्वरूप पुलिस ने इन सभी को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया है।
क्या हैं कार्यकर्ताओं की मांगे?
इन आंदोलनकारी स्वछ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यकर्ताओं की दो प्रमुख मांगे हैं जिसको लेकर वे आंदोलित हैं। इनका कहना है कि उनको पिछले कई महीनों न तो कोई मानदेय दिया जा रहा है और न ही उनके मानदेय में ही कोई बढ़ोत्तरी की जा रही है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि आज से सात पहले उन्हें जो मानदेय मिल रहा था उसी मानदेय सरकार आज भी उनसे काम ले रही है जो न्याय संगत नहीं है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यकर्ताओं ने बताया कि आज लगभग छह माह हो चुके हैं तब से उन्हें मानदेय मिलना भी बन्द हो गया है। इन कार्यकर्ताओं ने सरकार से सवाल किया है कि आखिर बेगार पर हम लोग कब तक काम करते रहें?
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण से जुड़े इन कार्यकर्ताओं ने बताया है कि जिला स्तर पर तीन जिला कंसल्टेंट, एक योजना सहायक, जिला स्तर पर दो कम्यूटर ऑपरेटर, 37 खण्ड प्रेरक, 20 डेटा इंट्री ऑपरेटर सूबे के प्रत्येक जिलों में कार्यरत हैं। आज से सात साल पहले जो मानदेय हम लोगों मिलता था उसी मानदेय पर सरकार आज भी हम लोगों से काम ले रही है। स्वछ भारत मिशन ग्रामीण के इन गुस्साए कार्यकर्ताओं ने कहा कि हद तो तब हो गयी कि हम लोगों के मानदेय में बढ़ोत्तरी तो दूर की बात है अब तो पिछले छह माह से हम लोगों का मानदेय मिलना भी बन्द हो गया है जिस कारण से हम लोग अब आर्थिक रूप से भी परेशान हैं।
जीविका चलाने का संकट गहराया
मिशन के इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि सर्विस चार्ज की कटौती के चलते अत्यंत कम मानदेय मिलता है वो भी अब कई माह से बन्द हो गया है। ऐसे अब हम लोगों के सामने जीविका चलाने का संकट काफी गहरा गया है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के इन कार्यकर्ताओं ने बताया कि सूबे के कुछ जनपदों में तो आठ आठ माह से कार्यकर्ताओं का मानदेय नहीं मिल रहा है। अगर सरकार हमारे रुके हुए मानदेय व पुराने मानदेय में बढोत्तरी पर विचार नही करेगी तो हम लोगों का यह आंदोलन इसी तरह से अनवरत जारी रहेगा।
दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।