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Lucknow News: दागी वकीलों के खिलाफ हाईकोर्ट हुआ सख्त, पुलिस से आपराधिक मुकद्दमों की स्टेटस और रिपोर्ट की सूची की तलब
Lucknow News: हाईकोर्ट (High Court) की लखनऊ खंडपीठ दागी वकीलों के खिलाफ अब सख्त हो गया है, हाईकोर्ट लखनऊ जिला जज से ऐसे वकीलों के आपराधिक मुकद्दमों की स्टेटस रिपोर्ट व पुलिस से वकीलों के आपराधिक मुकद्दमों की सूची की तलब।
Lucknow News: हाईकोर्ट (High Court) की लखनऊ खंडपीठ (Lucknow Bench) अब दागी वकीलों के प्रति सख्त हो गयी है। हाईकोर्ट ने लखनऊ जिला जज (Lucknow District Judge) से उन दागी वकीलों (lawyers) को सूची को तलब किया है जिन पर न्यायालय में आपराधिक मुकद्दमे विचाराधीन हैं। हाईकोर्ट ने इन वकीलों के आपराधिक मुकद्दमों (criminal cases) की स्टेटस रिपोर्ट भी तलब की है। इधर कोर्ट ने लखनऊ के पुलिस कमिश्नर (police commissioner) से आपराधिक मुकद्दमों वाले वकीलों की जानकारी देने के आदेश दिए हैं।
पिछले कई वर्षों से राजधानी में वकीलों के एक समूह के द्वारा थानों में पुलिस के साथ मारपीट करने, कवरेज कर रहे पत्रकारों से अभद्रता करने के मामले हमेशा से सुर्खियों में बने रहे हैं। हाईकोर्ट को बीते दिनों से यह भी जानकरी मिल रही थी कि कुछ वकील एक गिरोह बनाकर राजधानी में लोगों की भूमि पर कब्जे (possession of land), ब्लैक मेलिंग के धंधे व मनी लॉड्रिंग (money laundering) जैसे अवैध कार्यों में लिप्त रहकर वकीलों के इस पेशे को कलंकित कर करने में लगे हुए हैं।
कुछ कलंकित वकीलों के कारण इस पेशे को बदनाम नहीं होने दिया जाएगा-हाईकोर्ट
वकीलों की इस अवैध हरकत को लेकर हाईकोर्ट ने अपनी यह टिप्पणी की कि कुछ कलंकित वकीलों के कारण इस पेशे को बदनाम नहीं होने दिया जाएगा। हाईकोर्ट ने भी यह माना है कि वकीलों का एक सँगठित समूह धन उगाही, मनी लॉड्रिंग, ब्लैक मेलिंग व लोगों की जमीन पर कब्जे जैसे अवैध कार्यो में लिप्त है। कोर्ट ने कहा कि इन वकीलों की इन हरकतों के कारण ही समाज में वकालत के पेशे की छवि निरंतर गिर रही है। कोर्ट ने कहा कि अब इसकी इजाजत नही दी जा सकती।
अब हाईकोर्ट के इस निर्णय के बाद से लखनऊ की पुलिस भी अब एक्शन में आ गयी है। अब आज से राजधानी में विभिन्न थानों में वकीलों में दर्ज मुकद्दमे की सूची तैयार की जाने लगीं हैं। अगर कोर्ट ने दागी वकीलों के खिलाफ यह सख्त रुख कायम रहा तो राजधानी में विभिन्न थानों में दर्ज मुकद्दमों में वांछित वकीलों की गिरफ्तारी होनी भी शुरू हो सकती है।राजधानी के पुलिस विभाग के एक आला अफसर ने बताया कि सबसे ज्यादा वकीलों में दर्ज मुकद्दमे थानों में पुलिस के साथ मारपीट व अभद्रता के मुकद्दमे दर्ज हैं।इसके अलावा लोगों की जमीन पर कब्जे करने के भी मुकद्दमे दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार सबसे ज्यादा युवा उम्र वकीलों के खिलाफ थानों में मुकद्दमे दर्ज हैं।
सीजेएम से कुछ अधिवक्ताओं ने अभद्रता की थी
गत 2017 में सीजेएम लखनऊ की सीजेएम संध्या श्रीवास्तव (CJM Sandhya Srivastava) के मामले को भी हाईकोर्ट ने संज्ञान में ले लिया है। सीजेएम से कुछ अधिवक्ताओं ने अभद्रता की थी। हाईकोर्ट ने जनपद न्यायधीश से को यह निर्देश दिए हैं कि इस मामले में यह बताएं कि क्या इस मामले में तत्कालीन सीजेएम ने अदालत की अवमानना का कोई सन्दर्भ भेजा था।
पुलिस की भी लापरवाही आई सामने
दागी वकीलों को जेल भेजने में पुलिस लापरवाही बरत रही थी। उसके पीछे का कारण यह था कि पुलिस को यह डर रहता था वकील थाने का घेराव प्रदर्शन करना शुरू कर देते थे लेकिन अब हाईकोर्ट दागी वकीलों के प्रति हाईकोर्ट के सख्त हो जाने से पुलिस ने कल गुरुवार को दो वकीलों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।इन दोनों वकीलों पर इसी वर्ष कुछ दिन पूर्व ही महिला न्याययिक अधिकारी से अभद्रता करने का आरोप है।
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