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एक युग का अंत: पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का हुआ निधन, SGPGI में पिछले 48 दिनों से थे भर्ती
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का एक लंबी बीमारी के बाद शनिवार को निधन हो गया।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का एक लंबी बीमारी के बाद शनिवार को निधन हो गया। उन्हें 4 जुलाई को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) के क्रिटिकल केयर मेडिसिन (Critical Care medicine) के आईसीयू में गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया था। लंबी बीमारी और शरीर के कई अंगों के धीरे-धीरे फेल होने के कारण आज उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि उनकी किडनी में इंफेक्शन बढ़ने लगा था। जिसके बाद उनकी डायलिसिस शुरू कर दी गई थी। लेकिन, 89 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री को डॉक्टर्स बचा न सके। गौरतलब है कि, शुक्रवार को दिल्ली से लौटते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अस्पताल पहुंचकर उनका हाल जाना था। वहीं, आज भी सीएम योगी ने अपना गोरखपुर दौरा रद्द कर अस्पताल पहुंचकर उनका हाल जाना था।
4 जुलाई से एसजीपीजीआई में चल रहा था इलाज
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को 4 जुलाई को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती किया गया था। उन्हें 3 जुलाई को लोहिया संस्थान में अत्यधिक ब्लड प्रेशर बढ़ने की वजह से 'माइनर हार्ट अटैक' आने के बाद पीजीआई लाया गया था। जहां एक अनुभवी डॉक्टरों का पैनल बनाकर उनका इलाज शुरू किया गया। इसके बाद उनकी स्थिति में सुधार आना शुरू हो गया था। मग़र, उन्हें सांस की समस्या लगातार बनी हुई थी।
18 जुलाई को वेंटिलेटर पर किया गया था शिफ्ट
रायबरेली रोड़ स्थित एसजीपीजीआई में भर्ती होने के बाद कल्याण सिंह की हालत में सुधार आने लगा था। लेकिन, 17 जुलाई की शाम से उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। इसकी शिकायत के बाद कल्याण सिंह की 'ऑक्सीजन थेरेपी' शुरू की गई। सांस लेने में तकलीफ और बढ़ने पर उन्हें 18 जुलाई को 'नॉन इनवेसिव वेंटीलेशन' पर रखा गया था।
27 जुलाई से थे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर
राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को श्वासनली में एक ट्यूब डालकर ऑक्सीजन दी जा रही है। इसका उद्देश्य फेफड़ों को पूरी तरह से ऑक्सीजन देना है। यह यांत्रिक वेंटिलेशन देने की प्रक्रिया है। इसे डॉक्टरी भाषा में इंटुबैट (Intuebate) कहते हैं। यह एक तरह का लाइफ सपोर्ट सिस्टम है। इसे तब इस्तेमाल करते हैं, जब मरीज के फेफड़े पर्याप्त रूप से सांस नहीं ले पाते हैं।
21 जून को हुए थे लोहिया संस्थान में भर्ती
बता दें कि, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को 21 जून को गोमती नगर स्थित राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था। जहां से उन्हें 4 जुलाई को माइनर हार्ट अटैक आने के बाद पीजीआई भेज दिया गया था। उस वक़्त संस्थान के प्रवक्ता श्रीकेश सिंह ने बताया था कि 'यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को 21 जून को अनियंत्रित ब्लड शुगरएक्यूट बैक्टीरियल पैरोटिसिस व सेप्सिस की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती किया गया था। अस्पताल में भर्ती होते ही तुरंत एंटीबायोटिक देकर इंफेक्शन और सेप्सिस को नियंत्रित किया गया। समय के साथ उनके सेप्सिस के सभी पैरामीटर भी नार्मल हो गए।' उन्होंने बताया था कि कल्याण सिंह का सीटी स्कैन कराया गया। जिसमें खून का धक्का पाया गया था।
इन डॉक्टरों की निगरानी में चल रहा था इलाज
गौरतलब है कि एसजीपीजीआई में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तबीयत को ध्यान में रखते हुए नेफ्रोलॉजी, कार्डिऑलाजी, न्यूरोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, न्यूरो ऑटोलॉजी के विशेषज्ञों का एक पैनल बनाया गया है। जिसमें डॉक्टर बनानी पोद्दार, डाक्टर अफजल अज़ीम, डाक्टर नारायन प्रसाद, डॉक्टर सुनील प्रधान, डाक्टर पालीवाल, डाक्टर ईश भाटिया, डाक्टर अमित केसरी शामिल हैं। वहीं, प्रोफेसर आर के धीमन (निदेशक एवं प्रख्यात हेपेटालाजिस्ट) एवं प्रोफेसर गौरव अग्रवाल (एन्डोसर्जन व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) भी उनके उपचार की लगातार देखरेख कर रहे हैं।
इन नेताओं ने अस्पताल जाकर जाना था पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का हाल
• 21 अगस्त-- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सातवीं बार अस्पताल पहुंचकर जाना था पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का हाल।
• 20 अगस्त-- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छठवीं बार पीजीआई पहुंचे। साथ में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी थे।
• 01 अगस्त-- गृह मंत्री अमित शाह पीजीआई पहुंचे।
• 28 जुलाई-- बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती पहुंचीं।
• 27 जुलाई-- पांचवी बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एसजीपीजीआई में मिलने पहुंचे थे। इससे पहले वह 18 जुलाई, 08 जुलाई, 06 जुलाई व 04 जुलाई को भी देखने गए थे।
• 23 जुलाई-- सांसद बृज भूषण शरण सिंह देखने पहुंचे थे।
• 22 जुलाई-- विधानसभा अध्यक्ष हदय नारायण दीक्षित पहुंचे थे।
• 21 जुलाई - रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कल्याण सिंह का हाल जाना था। उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व मंत्री बृजेश पाठक भी मौजूद थे। इसके पहले 04 जुलाई को रक्षा मंत्री लोहिया संस्थान में भी कल्याण सिंह को देखने पहुंचे थे।
• 20 जुलाई-- राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने पूर्व राज्यपाल का अस्पताल पहुंचकर हाल जाना था।
• 13 जुलाई-- प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा व आबकारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री पहुंचे थे।
• 12 जुलाई-- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पीजीआई पहुंची थीं।
• 11 जुलाई-- केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग व जल शक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल भी कल्याण सिंह से मिलने पीजीआई पहुंचे थे।
• 08 जुलाई-- बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा व राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष नई दिल्ली से लखनऊ पहुंचे।