UP चुनाव से पहले किसानों को खुश करने की तैयारी, 70 लाख मैट्रिक टन धान खरीदेगी सरकार

तीनों कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की नाराजगी का एहसास बीजेपी को होने लगा है। इसी के मद्देनजर योगी सरकार किसानों से 70 लाख मैट्रिक टन धान की रिकॉर्ड खरीददारी की जाएगी।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 13 Sep 2021 6:44 AM GMT
Yogi government will buy 70 lakh metric tonne paddy farmer Kisan Andolan
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किसानों से 70 लाख मीट्रिक टन धान खरीदेगी योगी सरकार। (Social Media)

लखनऊ। तीनों कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की नाराजगी का एहसास बीजेपी को होने लगा है, खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जिस तरह से किसान एकजुट होकर बीजेपी का मुखर विरोध कर रहे हैं उससे आलाकमान और प्रदेश बीजेपी के नेताओं के चेहरे की हवाइयां उड़ी दिखाई दे रही हैं। यही वजह है कि किसानों के हित के लिए योगी सरकार कई बड़े फैसले लेने में जुट गई है। इसी के मद्देनज़र पहले योगी सरकार ने धान की खरीद को लेकर एक बड़ा मसौदा तैयार किया है। जिसके तहत प्रदेश में रिकॉर्ड धान की खरीद की जाएगी।

70 लाख मैट्रिक टन धान खरीदेगी सरकार

सरकार की ओर से जो मसौदा तैयार हुआ है उसके मुताबिक किसानों से 70 लाख मैट्रिक टन धान की रिकॉर्ड खरीददारी की जाएगी। इसके तहत सामान्य धान 1940 रुपए ग्रेड-1 1960 रुपये प्रति क्विंटल खरीदने का प्रस्ताव रखा गया है। सरकार ने जो लक्ष्य निर्धारित किया है यह पिछले 5 सालों में धान खरीद का सर्वाधिक लक्ष्य है। किसानों की सुविधा के लिए इस बार 4000 नए क्रय केंद्र खोलने की भी तैयारी है। सरकार पिछले वर्ष की अपेक्षा इस साल 72 रुपये प्रति क्विंटल अधिक कीमत पर धान खरीदने की तैयारी कर रही है।


लाइकेन से ध्यान नहीं जाएगा वापस

इसके साथ ही सरकार ने यह भी कहा है कि किसान अगर क्रय केंद्र पर धान लेकर आते हैं चाहे वह गीला हो या सूखा उसे वापस नहीं किया जाएगा। सभी धान की खरीद की जाएगी। प्रस्तावित नीति में स्पष्ट कहा गया है कि किसानों का धान गीला या गंदा होने के आधार पर किसी भी दशा में वापस नहीं किया जाएगा । बल्कि उसे क्रय केंद्र पर सुखाने व साफ करने का मौका दिया जाएगा। उसके बाद मानक के हिसाब से उसे खरीदा जाएगा।


गन्ने का दाम भी बढ़ाएगी सरकार

बता दें इससे पहले बीते शुक्रवार को लखनऊ में राज्य के गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर था कि सरकार जल्दी गन्ना किसानों को खुशखबरी देने जा रही है। उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी की रूपरेखा तैयार की जा चुकी है। किसान संगठनों से बातचीत के बाद इसका औपचारिक एलान जल्द कर दिया जाएगा। मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया था कि गन्ना किसानों को 2016-17 में 14,998 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ। इसके बाद योगी सरकार आई। ऐतिहासिक परिवर्तन देखने को मिला। साल 2017-18 में 35,443 करोड़ रुपये का भुगतान गन्ना किसानों को किया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश में अभी किसानों को गन्ने की कीमत वैराइटी के हिसाब से 310 रुपए, 315 रुपए और 325 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहा है। योगी सरकार आने के तुरंत बाद गन्ने के रेट 10 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाए गए थे। उसके बाद से बढ़ोतरी नहीं हुई है. चुनावी साल में योगी सरकार गन्ना किसानों को जल्द खुशखबरी दे सकती है.

गन्ना मूल्य और राज्य सरकारें:

पेराई सत्र गन्ना मूल्य सरकार

2012-13 280-290 सपा

2013-14 280-290 सपा

2014-15 280-290 सपा

2015-16 280-290 सपा

2016-17 305-315 सपा

2017-18 310-325 भाजपा

2018-19 310-325 भाजपा

2019-20 310-325 भाजपा

2020-21 310-325 भाजपा

2021-22 घोषणा बाकी भाजपा

बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने सीएम योगी को लिखा पत्र

वहीं, रविवार को पीलीभीत से बीजेपी के सांसद वरूण गांधी ने सीएम योगी को पत्र लिखकर किसानों की समस्याओं दूर करने का निवेदन किया है। वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि गन्ने की कीमतों में अच्छी वृद्धि की जाए। गेहूं और धान की फसल पर बोनस दिया जाए। पीएम किसान योजना में मिलने वाली राशि को दोगुना कर दिया जाए और डीजल पर सब्सिडी दी जाए। वरुण गांधी का यह खत किसानों को जरूर खुश कर सकता है। लेकिन योगी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। माना जा रहा है कि वरुण के इस लेटर के सहारे विपक्ष के साथ किसान संगठन भी योगी सरकार पर दबाव बढ़ा सकते हैं।

Deepak Kumar

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