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UP में फैली एक और महामारी! अब तक 60 से ज्यादा की मौत, सैकड़ों बीमार, केंद्र सरकार ने भेजी टीम

Scrub Typhus Fever In UP: देश में कोरोना के बाद उत्तर प्रदेश में एक और बीमारी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। प्रदेश के कई जिलों में वायरल बुखार से सैकड़ों लोग पीड़ित हैं जिनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है। इस वायरल बुखार की पहचान 'स्क्रब टाइफस' (Scrub typhus) के रूप में की गई है।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 4 Sept 2021 3:09 PM IST (Updated on: 4 Sept 2021 3:32 PM IST)
Scrub Typhus Fever In UP
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UP में फैली एक और महामारी: डिजाईन फोटो- न्यूजट्रैक 

Scrub Typhus Fever In UP: देश में कोरोना की तीसरी लहर के तेज होने की आशंका के बीच उत्तर प्रदेश में एक और बीमारी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। प्रदेश के कई जिलों में वायरल बुखार से सैकड़ों लोग पीड़िता हैं जिनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है। इस वायरल बुखार की पहचान 'स्क्रब टाइफस' (Scrub typhus) के रूप में की गई है। प्रदेश के जिन जिलों में ये बुखार सबसे ज्यादा कहर बरपा रहा है उसमें फिरोजाबाद, मथुरा, आगरा, मैनपुरी, एटा, कासगंज और राजधानी लखनऊ शामिल है। यूपी में तेजी से फैल रही बीमारी को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने एक टीम को यूपी दौरे पर भेजा गया है जो प्रभावित इलाकों का दौरा कर इसके रोकथान के लिए जरुरी कदम उठाएंगे।

फिरोजाबाद में सबसे ज्यादा कहर

इस बुखार का कहर सबसे ज्यादा फिरोजाबाद जिले में देखने को मिला है। यहां बुखार से मरने वालों की संख्या आधिकारिक रूप से शुक्रवार को बढ़कर 50 हो गयी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनेश कुमार प्रेमी ने इसकी जानकारी दी है। जिले में बुखार व डेंगू से पीड़ित लोगों का आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार स्थिति को संभालने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं जिला अधिकारी भी अपनी टीम के साथ घर-घर जाकर जागरूकता अभियान चलाकर व उपचार की समीक्षा कर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक वायरल बुखार में लोगों को पेट दर्द, प्लेटलेट का कम होना जैसी समस्या हो रही है। इसके कारण कई मरीजों की मौत हो चुकी है। इस बीमारी का नाम जापानी इंसेफेलाइटिस बताया जा रहा है।

फिरोजाबाद में सबसे ज्यादा कहर

इन इलाकों में हैं सबसे ज्यादा केस

फिरोजाबाद के नगरीय क्षेत्र में सर्वाधिक वायरल और डेंगू के मामले सामने आए हैं। इनमें ओम नगर, नगला-अमान, नई आबादी, पीपल नगर, ऐलान नगर, चंदवार गेट, आजाद नगर, महावीर नगर, नारखी, नगला अमान, भगवान नगर जैसे इलाकों में सबसे ज्यादा केस हैं।

संगमनगरी में डेंगू के 7 नए मरीज

संगम नगरी प्रयागराज में कोरोना से भले ही लोगों को निजात मिल गई हो, लेकिन डेंगू ने यहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। प्रयागराज में डेंगू के बढ़ते प्रकोप से लोग दहशत में हैं। पिछले 2 हफ्ते के भीतर प्रयागराज के शहरी और ग्रामीण इलाकों में 41 मरीज डेंगू के सामने आए हैं, जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। सभी मरीजों को उपचार के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक डेंगू से एक भी मौत का मामला जिले में सामने नहीं आया है, वहीं प्रशासनिक अमले की तरफ से बीमारी से निपटने के तमाम जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। जिसमें एंटीलार्वा का छिड़काव, फॉगिंग व साफ सफाई करने का आदेश सीएमओ की तरफ से जारी किया गया है।

लखनऊ के अस्पतालों में बढ़ रहे मरीज

राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में तेज बुखार के मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। कुछ डॉक्टर्स इसे वायरल फीवर कह रहे हैं, तो विशेषज्ञों का कहना है कि यह अनजान तरह का बुखार है। लखनऊ के अस्पतालों में भी रोज़ाना ओपीड़ी में तेज़ बुखार वाले मरीजों की तादाद बढ़ रही है। शुक्रवार को केजीएमयू, लोकबंधु, सिविल और बलरामपुर अस्पताल में हजारों की संख्या में लोग ओपीडी में पहुंचे। इसमें सैकड़ों रोगी तेज़ बुखार के थे। वहीं, लोकबंधु हॉस्पिटल को छोड़कर बाक़ी सभी अस्पतालों ने डेंगू मरीजों की बात को नकारा।

सिविल अस्पताल में तेज बुख़ार के आए मरीज़ों से वार्ड फ़ुल: फोटो- आशुतोष त्रिपाठी- न्यूजट्रैक

सिविल अस्पताल

हजरतगंज के एसपीएम सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.के. नंदा (Dr. SK Nanda CMS Civil Hospital) ने बताया कि 'अस्पताल में शुक्रवार को तेज़ बुखार के 85 नए मरीज़ आए। वहीं, हॉस्पिटल में 08 वयस्क रोगी भर्ती हैं। तो, 05 बच्चे एडमिट हैं।'

तेज बुखार के मरीज - 85 भर्ती

वयस्क रोगी - 08 भर्ती

बच्चे – 05

तेज बुख़ार के मरीज़ों की संख्या सबसे ज्यादा: फोटो- आशुतोष त्रिपाठी- न्यूजट्रैक

बलरामपुर अस्पताल

बलरामपुर अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. एस. एम. त्रिपाठी (Dr. SM Tripathi Balrampur Hospital) ने कहा कि 'शुक्रवार को 4500 से अधिक मरीज़ ओपीडी में आए। वहीं, तेज़ बुखार के 100 से अधिक रोगी मिले। तो, अस्पताल में कोई मरीज़ भर्ती नहीं है।'

ओपीडी में आए मरीज - 4500 से अधिक

तेज बुखार - 100 से अधिक

कोई भर्ती नहीं

किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय

केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह (Dr. Sudheer Singh KGMU) ने बताया कि '3235 मरीज़ ओपीडी में आए। इसमें मेडिसिन विभाग के 37 मरीज़ थे। जिसमें तेज़ बुखार के 37 रोगी थे। ओपीड़ी में आए मरीज़ - 3235

मेडिसिन विभाग - 357

तेज़ बुखार के रोगी - 37

भर्ती रोगी के बारे में जानकारी नहीं

लोकबंधु अस्पताल

लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी (Lokbandhu Hospital Dr. Ajay Shankar Tripathi) ने बताया कि 'शुक्रवार को ओपीडी में 1274 मरीज़ आए। इसमें तेज़ बुखार के 70 से 75 रोगी थे। वहीं, डेंगू का एक मरीज़ भर्ती है। तो, तेज़ बुखार से पीड़ित 13 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं।

ओपीड़ी में आए मरीज़ - 1274

तेज़ बुखार के रोगी - 70-75

डेंगू मरीज़ - 01

तेज़ बुखार से भर्ती बच्चे – 13

कानपुर में 7 लोगों की मौत

कानपुर में वायरल फीवर से अबतक 7 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में 2 लोगों की मौत हुई। इस बुखार से सबसे ज्यादा बच्चों की मौत हो रही है। पिछले 2 दिनों में सभी सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोग भर्ती में हुए हैं। इसमें बड़ी संख्या बच्चों की है।

मथुरा में 10 दिनों में 4 बच्चों की मौत

मथुरा में बुखार का प्रकोप थम नहीं रहा है, फरह क्षेत्र के गांव कोह से शुरू हुआ डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप जिले में फैलता जा रहा है। अब बलदेव क्षेत्र में बच्चों की मौत के मामले सामने आए हैं। यहां बीते 10 दिन में चार बच्चों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम क्षेत्र में पहुंचीं। गांवों में शिविर लगाकर दवाइयों का वितरण किया गया। चार बच्चों की मौत के साथ जनपद में बुखार से मरने वालों का आंकड़ा शुक्रवार को 21 हो गया। केंद्र और प्रदेश की स्वास्थ टीमों ने जनपद में डेरा डाल रखा है।

रहस्यमयी बुखार स्क्रब टाइफस क्या है?

स्क्रब टाइफस एक फिर से उभरता हुआ रिकेट्सियोसिस संक्रमण है, जो पहले भारत और अन्य दक्षिण एशियाई देशों में रिपोर्ट किया गया था। यह एक वेक्टर बॉर्न बीमारी है, इसकी शुरुआत बुखार और शरीर पर चकत्ते पड़ने से होती है और आगे चलकर यह शरीर के नर्वस सिस्टम, दिल, गुर्दे, श्वसन और पाचन प्रणाली को प्रभावित करता है. इस बुखार की वजह से निमोनिया, मेनिंगो-एन्सेफलाइटिस, ऑर्गन फेलियर और इंटर्नल ब्लीडिंग के साथ ही इस बीमारी में एक्यूट रेसपिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (एआरडीएस) का खतरा बना रहता है।

सीएम योगी ने नियुक्त किए नोडल अधिकारी: डिजाईन फोटो- न्यूजट्रैक

सीएम योगी ने नियुक्त किए नोडल अधिकारी

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ के साथ ही डेंगू तथा वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसको देखते हुए शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के लिए एक-एक वरिष्ठ आइएएस अफसर को नोडल अधिकारी बनाया है। यह सभी नोडल अधिकारी शुक्रवार को अपने-अपने जिलों में रवाना हो गए हैं और चार दिन में जिलों की स्थिति पर अपनी रिपोर्ट शासन को देंगे। जिलों में डीएम को नोडल अधिकारियों को रिपोर्ट करना होगा।



Shashi kant gautam

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