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Lucknow News: SGPGI में बनेंगे वेंटिलेटर, इंफ्रारेड थर्मोमीटर व मॉनीटर, इमरजेंसी बेड्स 7 गुना बढ़े

पीजीआई निदेशक आर.के. धीमन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाल ही में लोकार्पित किए गए 7 प्रोजेक्ट का उल्लेख किया।

Shashwat Mishra
Report Shashwat MishraPublished By Divyanshu Rao
Published on: 26 Jan 2022 5:25 PM IST
Lucknow News
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निदेशक आर.के. धीमन की तस्वीर 

Lucknow News: राजधानी के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में अब आकस्मिक सेवाओं के लिए जा रहे मरीज़ों को बेहतर इलाज और तुरंत बेड़ मुहैया हो सकेगा। क्योंकि, नये इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के बनने से अब बेड़ों की संख्या 7 गुना बढ़ गई है। साथ ही, अब वेंटिलेटर, इंफ्रारेड थर्मोमीटर, मॉनीटर संस्थान में ही बनाये जायेंगे। वहीं, 'एडवांस पीडियाटिक सेंटर' और 'एडवांस डायबिटीक सेंटर' का कार्य पूरा होने पर, एक ही छत के नीचे बच्चों से सम्बंधित सभी बीमारियों व डायबिटिक मरीजों को एक ही छत के नीचे इलाज मिल सकेगा।

इमरजेंसी बेड्स में 7 गुना बढ़ोतरी से होगा सुधार

निदेशक आर.के. धीमन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाल ही में लोकार्पित किए गए 7 प्रोजेक्ट का उल्लेख किया। इसमें इमरजेंसी मेडिसिन और गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र के विषय में उन्होंने बताया कि इसमें कुल 558 बेड्स होंगे, जिसमें से 210 बेड्स इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के लिए हैं। इमरजेंसी बेड्स में 7 गुनी बढ़ोतरी से आकस्मिक सेवाओं में नि:संदेह सुधार आएगा। उन्होंने पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में एडवांस ब्रोंकोस्कॉपी लैब के विस्तार एवं नवीनीकरण के विषय में भी जानकारी दी।

'एडवांस पीडियाटिक सेंटर' में होंगे 23 विभाग

एसजीपीजीआई निदेशक ने एडवांस पीडियाटिक सेंटर का ज़िक्र करते हुए कहा कि इसमें 23 विभाग होगा। जिसमें, बच्चों से संबंधित सभी बीमारियों का इलाज होगा। उन्होंने कहा कि "हमारे राज्य की जनसंख्या के 40% बच्चे हैं। अतः बच्चों की बीमारियों से संबंधित एक पृथक विभाग की आवश्यकता थी। इस एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में 23 विभाग होंगे, जिसमें 125 संकाय सदस्य और 185 सीनियर रेजिडेंट की भी नियुक्ति की जाएगी। इस प्रकार बच्चों के लिए एक समानांतर अस्पताल होगा, जिसमें उनसे संबंधित सभी बीमारियों के लिए एक ही केंद्र होगा।"

निदेशक आर.के. धीमन

एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर के बनने से होंगे ये फ़ायदे:-

• बच्चों से संबंधित सभी इलाज एक छत के नीचे।

• इस सेंटर में 23 विभाग होंगे।

• 125 संकाय सदस्यों को रखा जाएगा।

• 185 सीनियर रेजिडेंट्स भी होंगे तैनात।

SITP के साथ हुए MoU से पीजीआई में बनेंगे वेंटिलेटर

प्रो. आरके धीमन ने 'एडवांस डायबिटिक सेंटर' के विषय में भी जानकारी दी, जिसमें डायबिटीज से संबंधित हर बीमारी के लिए एक ही छत के नीचे समस्त उपचार सुविधाएं होंगी। उन्होंने (एसटीपीआई) 'सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ़ इंडिया' व इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के साथ पीजीआई के हुए समझौते (MOU) का भी जिक्र किया। जिसके अंतर्गत वेंटिलेटर, इंफ्रारेड थर्मोमीटर, मॉनीटर संस्थान में ही बनाये जायेंगे।



Divyanshu Rao

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