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Lucknow News: RTO व ARTO कार्यालयों में बने दलाली के अड्डे, बिना वजह काटे जाते हैं चालान
मथुरा आरटीओ कार्यालय में गए वाहन मालिक व ट्रांसपोटर्स बताते हैं कि तैनात महिला आरआई नीतू शर्मा वाहन चैकिंग के दौरान बेहद अभद्र भाषा शैली का प्रयोग करती हैं और बिना वजह चालान भी काटा जाता है।
लखनऊ। सूबे के सरकारी महकमों में व्याप्त भ्रष्टचार पर लगाम लगाने के सरकार चाहे लाख दावे क्यूं न करे, लेकिन सच्चाई तो यही है कि लखनऊ से लेकर नोयडा तक आरटीओ व एआरटीओ कार्यालयों में भ्रष्टचार अपने चरम पर है। सरकार के इन कार्यालयों में बिना दलाल के वाहन सम्बन्धी कोई भी कार्य नहीं किए जाते हैं। सूबे में कई बार कुछ जनपदों के डीएम व एसएसपी ने आरटीओ-एआरटीओ कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टचारके खिलाफ समय समय पर अभियान चलाकर उल्लेखनीय कार्रवाईयां कीं।
विगत वर्ष मार्च 2018 में इटावा की तत्कालीन डीएम सेल्वा कुमारी के निर्देशों पर तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने इटावा के आरटीओ विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सूबे में अब तक की सबसे बड़ी व चर्चित कार्रवाई की थी। उस कार्रवाई के दौरान दो एआरटीओ व कई दलाल जेल भी भेजे गए थे, लेकिन आम तौर पर देखा यह गया है कि जिला प्रशासन की इस तरह की कार्रवाईयों के बावजूद भी सूबे के आरटीओ व एआरटीओ विभाग में आज भी भ्रष्टाचार बदस्तूर जारी है।
सूबे में मथुरा जनपद का एआरटीओ विभाग आजकल बेहद चर्चा का विषय है, लेकिन इस चर्चा से सरकार की छवि काफी कलंकित हो रही है। मथुरा आरटीओ कार्यालय में तैनात महिला आर आई नीतू शर्मा, अपनी अभद्र भाषा शैली व तथाकथित भ्रष्टाचार को लेकर काफी चर्चा में रहती हैं। इनके बारे में स्थानीय वाहन स्वामी व ट्रांसपोटर्स बताते हैं कि ये वाहन चैकिंग के दौरान वाहन स्वामियों से बेहद अभद्र भाषा शैली का प्रयोग करते देखीं जा सकती हैं।
वाहन स्वामियों से गली गलौज करना व अभद्र भाषा में बात करने का इनका एक वीडियो वायरल हुआ है। ये वीडियो एक ट्रान्सपोर्टर ने वायरल किया है। इस वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि आर आई नीतू शर्मा ने मथुरा के एक ट्रान्सपोर्टर का वाहन चालान कर दिया है। जब उस ट्रान्सपोर्टर ने आर आई मैडम से यह जानना चाहा कि आखिर उसके वाहन का किस कमी के कारण चालान किया गया है? तो ट्रान्सपोर्टर के इन प्रश्नों का कोई जवाब तो आर आई नीतू शर्मा नहीं दे पायीं, लेकिन उस ट्रान्सपोर्टर से गली गलौज व अभद्र भाषा मे बात करने लगीं।
मथुरा जनपद से जुड़े कई वाहन स्वामियों ने न्यूज ट्रैक को बताया कि आर आई मैडम को कथित तौर पर जो वाहन स्वामी उनका मुंह मांगा सुविधा शुल्क नहीं दे पाता है उसी के वाहन का लम्बा चालान कर दिया जाता है। अभी कुछ दिन पहले ही छाता में आर आई नीतू शर्मा ने अपनी पावर का गलत इस्तेमाल करते हुए जितने रुपये का टेंपो नहीं उतने रुपए का चालान कर दिया, जबकि टेंपो चालक उनके सामने गिड़गिड़ाता रहा और अपने परिवार की दुहाई देता रहा, लेकिन मैडम पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
आरटीओ व एआरटीओ कार्यालय बने दलाली के प्रमुख अड्डे
ये सूबे की योगी सरकार भी जानती है कि लखनऊ आरटीओ कार्यालय से लेकर सूबे के प्रत्येक जनपद व महानगर के आरटीओ व एआरटीओ कार्यालय दलाली के प्रमुख अड्डे बने हुए हैं। सूबे के किसी भी आरटीओ व एआरटीओ कार्यालयों में बिना दलालों के वाहन सम्बन्धी कोई काम नहीं किया जाता है। इन्हीं दलालों के माध्यम से वाहन सम्बन्धी कार्यों के लिए वाहन स्वामियों से लम्बा सुविधा शुल्क वसूला जाता है, फिर वसूले गए इस सुविधा शुल्क का एक बड़ा हिस्सा कथित तौर पर आरटीओ व एआरटीओ विभाग में तैनात लोगों के पास तक पहुंचाया जाता है।
अखिर दलाली के अड्डे क्यों बन हुए सूबे के आरटीओ व एआरटीओ कार्यालय
अब सवाल यह है कि आखिर सूबे के आरटीओ व एआरटीओ विभाग दलाली के अड्डे क्यों बने हुए हैं? ये सिस्टम आज का नहीं बल्कि बहुत पुराना है। आखिर सूबे के आरटीओ व एआरटीओ विभाग में एक लंबी दलाली को लेकर वाहन स्वामी कब तक ठगे जाते रहेंगे?