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Lucknow Republic Day: आंधी आए या तूफान वीर खड़े हैं सीना तान, मौका था गणतंत्र दिवस की फुल ड्रेस परेड का

Lucknow Republic Day : बारिश और कड़ाके की ठंड के बीच गणतंत्र दिवस परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल हुई। रिहर्सल चारबाग (Charbagh) से लेकर विधानसभा तक निकली गई।

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Newstrack NetworkPublished By Ragini Sinha
Published on: 22 Jan 2022 12:43 PM IST
Republic day parade
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Republic Day : आंधी आए या तूफान वीर खड़े हैं सीना तान, मौका था गणतंत्र दिवस की फुल ड्रेस परेड 

Republic Day :कड़ाके की ठंड के बीच शुरू हुई बारिश की झड़ी और उस पर गणतंत्र दिवस परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल (Republic Day parade full dress rehearsal) के तहत चारबाग (Charbagh) से लेकर विधानसभा (Vidhansabha) तक निकली रिहर्सल परेड (rehearsal parade) देखकर ऐसा लगा कि आंधी आए या तूफान वीर खड़े हैं सीना तान।

ऐसे ही वीरों की बदौलत हिमालय का सिर कोई झुका नहीं सकता। देश की सरहदों की हिफाजत हमारे नौजवान कैसे करते होंगे उसकी ये तो एक छोटी सी बानगी मात्र है। लेकिन अपने बच्चों को बारिश से भीगते हुए मार्च पास्ट करते देख गरम कपड़ों और बंद एसी कमरों में बैठने वाले लोग भी हैरान थे।


कोरोना प्रोटोकाल (Corona protocol) के तहत मुख्य सचिव की ओर से जारी गाइडलाइन (Guideline) के तहत 26 जनवरी को भारतीय गणतंत्र दिवस ( Republic Day will be celebrated with simplicity) पूरी सादगी से मनाया जाएगा। लेकिन परेड और झांकी निकलेंगी। ऐसे में कड़ाकेदार ठंड और तेज बारिश के बीच हुई ये रिहर्सल (Reharshal) ।


कल से ही मौसम का मिजाज बदलने लगा था। सूरज देवता भी आज अपनी झलक नहीं दिखा पाए। ऐसे में स्कूलों के बच्चों और हमारी सुरक्षा बलों की टीम ने फुल ड्रेस रिहर्सल कर 26 जनवरी को होने वाली परेड की एक झलक पेश की।


हमारे एनसीसी कैडेट छात्र जीवन में सेना के एकता और अनुशासन के मंत्र को याद करते हुए चारबाग में एकत्रित हुए और उसके बाद वहां से परेड शुरू हुई शुरुआत में रिमझिम बौछारें पड़नी शुरू हुईं जो क्रमशः तेज और तेज होती गईं।लेकिन कोई भी अपने कर्तव्यपथ से नहीं डिगा।


एक लय और सधे हुए कदमों से कदमताल मिलाते हुए सब आगे बढ़ते गए मानो देश की प्रगति के देश की खुशहाली के सोपान चढ़ रहे हों।


विधानसभा तक सभी पूरी तरह भीग चुके थे। ठंड भी चरम पर थी लेकिन किसी के चेहरे पर शिकन नहीं थी। मंजिल तक पहुंचने के बाद परेड विसर्जित हुई। देश को ऐसे सपूतों पर नाज है।



Ragini Sinha

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