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sexual harassment against UP leaders: योगेन्द्र सागर के पहले कई अन्य राजनेता भी यौन उत्पीड़न में खा चुके हैं जेल की हवा

sexual harassment against UP leaders: योगेन्द्र सागर कोई पहले राजनेता नहीं हैं जिन पर इस तरह के आरोप लगने के बाद उन्हे जेल की हवा खानी पड़ी हो।

Shreedhar Agnihotri
Published on: 31 Oct 2021 4:15 PM IST
sexual harassment against UP leaders
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योगेन्द्र सागर के पहले कई अन्य राजनेता भी यौन उत्पीड़न में खा चुके हैं जेल की हवा (soCial Media)

Sexual harassment against UP leaders: पिछले तीन दशकों में राजनीति की रपटीली राह पर न जाने कितने नेताओं को यौन उत्पीड़न (Utpidan ka arop) में शामिल होने के आरोप में जेल की हवा खानी पड़ी है। इसी कड़ी में बसपा के पूर्व विधायक योगेन्द्र सागर (BSP MLA Yogendra Sagar) को कोर्ट ने छात्रा से रेप के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। एक समय भाजपा वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह (BJP senior leader Kalyan Singh) का उन्हे कराबी माना जाता था। बदायूं के बिल्सी से विधायक रहे योगेन्द्र सागर 2007 में बसपा विधायक (BSP) बनने के बाद राज्यमंत्री का दर्जा भी मिला था। 2007 से 2012 के बीच प्रदेश में बसपा सरकार के दौरान उन की तूती बोलती रही। यही वह दौर था, जब अप्रैल 2008 में उन पर अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा।

योगेन्द्र सागर को कोर्ट ने सुनाई जेल की सजा

दरअसल, योगेन्द्र सागर (Yogendera sagar) कोई पहले राजनेता नहीं हैं जिन पर इस तरह के आरोप लगने के बाद उन्हे जेल की हवा खानी पड़ी हो। इसी भाजपा सरकार में उन्नाव के विधायक कुलदीप सेंगर (Unnao MLA Kuldeep Sengar) भी एक लडकी से बलात्कार के मामले में इन दिनो जेल में हैं। वर्ष 2017 में पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया था कि नौकरी के लिए भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर ने उसके साथ बलात्कार (Rape) किया। घटना के लगभग एक साल बाद जब अप्रैल 2018 में लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Cm Yogi Adityanath government) के घर के बाहर खुद को आग लगाने की कोशिश की। तब यह मामला प्रकाश में आया था। पिछली सरकार में तत्कालीन मंत्री गायत्री प्रजापति (Minister Gayatri Prajapati) और पीस पार्टी के विधायक डा अयूब (Peace Party MLA Dr Ayub) पर यौनषोषण के आरोप को लेकर राजनीति गरम हुई थी। गायत्री को तो जेल भी जाना पडा। इसी सरकार में एक और विधायक अरुण वर्मा पर भी इसी तरह के आरोप लगे।

महेन्द्र कुमार सिंह पर भी आरोप

यूपी की राजनीति में इस तरह की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से कई बार विधायक बने महेन्द्र कुमार सिंह (Mahendra Kumar Singh) उर्फ झीन बाबू भी इसी तरह के एक मामले में फंस चुके हे। झीन बाबू भी गोवा में रंगरेलियां मनाने का आरोप लगा था जिसके बाद उन्हे सस्पेंड कर दिया गया था।

कवियत्री मधुमिता पर हत्या की साजिश

वर्ष 2003 में कवियत्री मधुमिता (Poet Madhumita) के साथ यौन सम्बन्ध बनाने के बाद विधायक अमरमणि त्रिपाठी ने अपनी पत्नी के साथ साजिश कर उसकी हत्या कर दी थी। जिसके बाद उन्हे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी। अमरमणि के साथ उनकी पत्नी को भी मधुमणि को साजिश में शमिल होने के कारण आजीवन कारावास की सजा हुई।

मेराजुद्दीन ने मंत्री पद से इस्तीफ भी देना पड़ा था

मुलायम सरकार (Mulayam sarkar) के दौरान 2006 के आसपास मेरठ (Meerut) का कविता प्रकरण खूब सुर्खियों में रहा था जिसमें राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त मेराजुद्दीन का नाम उछला था जिसके कारण उन्हे मंत्री पद से इस्तीफ भी देना पड़ा था। मामला यौन उत्पीडन के साथ ही कविता की हत्या करने से सम्बन्धित था। मायावती सरकार के दौरान साल 2011 में बसपा विधायक आनन्द सेन पर एक युवती शशि का अपहरण कर उसकी हत्या का आरोप लगा था जिसके बाद निचली अदालत ने विधायक आनन्द सेन को सजा सुनाई थी। बाद में हाईकोर्ट ने 2013 में उन्हे संदेह का लाभ देकर दोषमुक्त कर दिया।

बसपा के विधायक हाजी अलीम पर भी साल 2003 में अपोलो सर्कस की नेपाली बालिकाओं के साथ यौन शोषण करने के आरोप में फंसे। नेपाली लड़कियों ने पुलिस के पास जाकर हाजी अलीम और उनके भाई तथा अन्य साथियों पर आरोप लगाया था कि यह सब लोग उन्हे बांधकर उनके साथ यौन शोषण करते थें। बहुजन समाज पार्टी की सरकार में पार्टी के तत्कालीन विधायक भगवान षर्मा उर्फ गुड्डू पंडित पर साल 2008 में एक युवती शीतल बिडला के साथ बलात्कार के मामले में गिरफ्तार किया गया था।

राममोहन गर्ग यौनाचार के मामले में गिरफ्तार हुए

मायावती सरकार (Mayawati sarkar) में बसपा सरकार (BSP government) के दौरान राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त राममोहन गर्ग को यौनाचार के मामले में गिरफ्तार हुए थें। अलीगढ की रहने वाली सीमा चौधरी ने आरोप लगाया था कि राममोहन गर्ग ने उसका षारीरिक षोषण किया और उसकी एक सीडी भी बना ली। 2007 वाली सरकार के दौरान ही बसपा विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी पर साल 2010 में नौकरानी ने आरोप लगाया कि उसके साथ विधायक ने लखनऊ स्थित आवास पर कई बार बलात्कार किया। इस मामले में मायावती ने सीबीआई जांच कराई जिसके बाद पुरुषोत्तम द्विवेदी को सजा हो गयी।

दद्दू प्रसाद पर भी एक महिला ने आरोप लगाया

इसी सरकार में बसपा के एक और विधायक दद्दू प्रसाद पर भी 2011 में बांदा में एक महिला ने आरोप लगाया कि उन्होंने लगातार कई महीनों तक उसका शारीरिक शोषण किया। इस मामले की जांच हुई तो पहले दद्दू प्रसाद का पार्टी ने टिकट काटा बाद में पार्टी से बाहर कर दिया।

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Ragini Sinha

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