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Mantri Suresh Khanna: आतंकियों के आका, माफियाओं के सरपरस्त अखिलेश को हुआ वहम

Mantri Suresh Khanna: आतंकियों के आका, माफियाओं एवं अपराधियों के सरपरस्त, अराजकता एवं गुंडाराज के पर्याय, तुष्टीकरण की राष्ट्रघाती राजनीति करने वाली समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से इससे अधिक की उम्मीद भी नहीं की जा सकती।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 30 Oct 2021 9:41 AM GMT (Updated on: 30 Oct 2021 9:53 AM GMT)
Mantri Suresh Khanna: आतंकियों के आका, माफियाओं के सरपरस्त अखिलेश को हुआ वहम
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Mantri Suresh Khanna: अखिलेश को अहम तो बहुत पहले से था। अब वहम भी हो गया है। उनके द्वारा लगातार दिए जा रहे उलजुलूल बयान इसके सबूत हैं। फिलहाल ये दोनों रोग लाइलाज हैं। लिहाजा वह इस तरह के बयान देते रहेंगे।

यह बातें उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के वरिष्ठ मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Kumar Khanna) ने शनिवार को जारी एक बयान में कहीं। उन्होंने कहा कि वैसे आतंकियों के आका, माफियाओं एवं अपराधियों के सरपरस्त, अराजकता एवं गुंडाराज के पर्याय, तुष्टीकरण की राष्ट्रघाती राजनीति करने वाली समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुखिया अखिलेश यादव से इससे अधिक की उम्मीद भी नहीं की जा सकती। झूठ बोलना उनकी आदत है और आदत जल्दी छूटती नहीं। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी की सरकार पर आतंकवादियों की सरपरस्ती करने, दंगाइयों पर से मुकदमे वापस लेने के आरोप लगते रहे हैं। अखिलेश सरकार के समय कानून व्यवस्था को लेकर भी तमाम सवाल उठे थे।

भाजपा का कुछ होने वाला नहीं

खन्ना ने कहा कि हो सकता है समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का जो चरित्र है उसी तरह के लोग उनके यहां टिकट की लाइन के भी होड़ में लगे हो। अब अखिलेश उनको यश भारती या अन्य किसी सम्मान से नवाजने की स्थिति में तो कभी आने से रहे लिहाजा वह उनको टिकट से ही नवाज दें तो बेहतर।

खन्ना ने कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। समय के साथ पुराने जुमलों की धार कुंद हो जाती। कितनी बार भाजपा को कोसेंगे। वैसे भी बिल्ली के चाहने से छींका नहीं टूटता। आप भी कोसते रहिए। भाजपा का कुछ होने वाला नहीं। आप अपनी और अपनी पार्टी की चिंता करिए। समय मिले तो थोड़ी फिक्र अपने परिवार की भी कर लें। समाजवादी पार्टी में भाजपा के एक और बसपा के कई निलंबित चल रहे विधायकों के शामिल होने पर उन्होंने तंज कसा कि कई दलों से कूड़ा भरने की बजाय घर को सहेज लें तो बेहतर रहेगा।

Vidushi Mishra

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