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बाघम्बरी मठ में ही आशीष गिरि की भी हुई थी संदिग्ध हालात में मौत, 2 साल बाद भी नहीं हो सका खुलासा

निरंजनी अखाड़े के सचिव आशीष गिरि की भी दो साल पहले इसी मठ में संदिग्ध हालात में मौत हुई थी। आनंद गिरि ने आशीष गिरि की मौत की घटना को आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या करार दिया था और मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी, लेकिन इस मामले का कोई खुलासा नहीं हो पाया है।

Anshuman Tiwari
Report Anshuman TiwariPublished By Deepak Kumar
Published on: 21 Sep 2021 9:31 AM GMT
बाघम्बरी मठ में ही आशीष गिरि की भी हुई थी संदिग्ध हालात में मौत, 2 साल बाद भी नहीं हो सका खुलासा
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महंत आशीष गिरि। (Social  Media) 

Lucknow: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में हुई मौत के बाद प्रयागराज के अल्लापुर स्थित बाघम्बरी मठ काफी चर्चाओं में है। इस मठ के ही एक कमरे में सोमवार को महंत नरेंद्र गिरि संदिग्ध हालात में मृत अवस्था में मिले थे। वैसे मठ में संदिग्ध हालात में मौत का यह पहला मामला नहीं है।

निरंजनी अखाड़े के सचिव आशीष गिरि की भी दो साल पहले इसी मठ में संदिग्ध हालात में मौत हुई थी। आनंद गिरि ने आशीष गिरि की मौत की घटना को आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या करार दिया था और मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। आशीष गिरि की मौत भी मीडिया में कई दिनों तक छाई रही थी मगर दो साल बाद भी पुलिस इस मामले का खुलासा नहीं कर सकी है।

कुंभ मेले के बाद मृत मिले थे आशीष गिरि

प्रयागराज में 2019 में कुंभ मेले का आयोजन किया गया था और उस मेले के समय बाघम्बरी मठ और निरंजनी अखाड़े में सबकुछ पहले जैसा ही सामान्य दिख रहा था। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि और निरंजनी अखाड़े के सचिव आशीष गिरि के बीच काफी अच्छा सामंजस्य था और दोनों प्रायः एक साथ ही दिखा करते थे। मठ मंदिर के कार्यक्रमों सहित अन्य सार्वजनिक मंचों पर भी दोनों की सहभागिता दिखती थी और दोनों इन कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया करते थे। दोनों में कभी भी किसी भी प्रकार के मनमुटाव या विवाद की खबरें बाहर नहीं आईं।

कुंभ मेला समाप्त होने के बाद हुई एक घटना ने हर किसी को झकझोर दिया। अल्लापुर स्थित बाघम्बरी मठ में आशीष गिरि अचानक मृत पाए गए थे। उनके मृत पाए जाने की घटना की सूचना पर पुलिस तुरंत बाघम्बरी मठ पहुंची थी और पुलिस की जांच में आशीष के गोली से मृत पाए जाने की बात सामने आई थी।

पुलिस को नहीं मिला हत्या का सबूत

निरंजनी अखाड़े के सचिव की मौत की सारी परिस्थितियां काफी संदिग्ध लग रही थीं। परिस्थितियों से आशीष की हत्या किए जाने का संकेत मिला था मगर बाद में पुलिस की जांच पड़ताल में हत्या का कोई ठोस सबूत नहीं मिल सका। महंत नरेंद्र गिरि की मौत की तरह ही उस समय भी आशीष गिरि की मौत पर तमाम सवाल उठे थे।

लोगों का कहना था कि आशीष गिरि निरंजनी अखाड़े के सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर तैनात थे और उनके किसी से विवाद की कोई बात कभी सामने नहीं आई। ऐसी स्थिति में उनके आत्महत्या करने की बात किसी के गले के नीचे नहीं उतरी थी। वैसे पुलिसिया जांच पड़ताल में हत्या का सबूत न पाए जाने के बाद यह मामला पूरी तरह दब गया।

आनंद गिरि ने लगाया था हत्या का आरोप

बाद में महंत नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच मतभेद काफी बढ़ गए और आनंद गिरि ने महंत नरेंद्र गिरि पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए। अखाड़ा परिषद व निरंजनी अखाड़े से निष्कासन के बाद आनंद गिरि ने आशीष गिरि की मौत का मामला भी उठाया था। आनंद गिरि ने आरोप लगाया था कि आशीष गिरि ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उनकी हत्या की गई है। उन्होंने आशीष गिरि की मौत के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी ताकि इस घटना की सच्चाई उजागर हो सके।

उनका कहना था कि यदि इस मामले में गहराई से जांच पड़ताल की जाए तो बाघम्बरी मठ की बड़ी साजिश का खुलासा हो जाएगा। उन्होंने इस मामले में अपने गुरु नरेंद्र गिरि की ओर ही इशारा किया था। आनंद गिरि का यह भी आरोप था कि संपत्ति के दुरुपयोग का मामला उठाने और कई मौकों पर नरेंद्र गिरि का विरोध करने पर ही आशीष गिरि की हत्या कर दी गई।

सीबीआई जांच की उठाई थी मांग

अखाड़े की बेशकीमती जमीनों को बड़े पैमाने पर बेचने का आरोप लगाने वाले आनंद गिरि का कहना था कि आशीष गिरि भी समय-समय पर इसका विरोध कर रहे थे। इसके कुछ दिनों बाद उनकी बाघम्बरी मठ में खून से लथपथ लाश मिली थी। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा था। इस पत्र में उन्होंने सवाल उठाते हुए आशीष गिरि के खुदकुशी किए जाने के कारणों का खुलासा करने की मांग की थी।

उनका यह भी कहना था कि अगर इस मामले की जांच पड़ताल गहराई से की जाए तो अखाड़े के बड़े-बड़े नाम बेनकाब हो जाएंगे। हालांकि आनंद गिरि के पत्र के बावजूद इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश नहीं की गई। पुलिस की ओर से ही आशीष गिरि की मौत के मामले की जांच की गई थी मगर उस जांच में पुलिस हत्या का कोई सबूत नहीं जुटा सकी। अब अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में हुई मौत के बाद आशीष गिरि की मौत का मामला भी चर्चा का विषय बन गया है।

Deepak Kumar

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