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प्रधानमंत्री मोदी के 'प्रिय मित्र' से उड़ने लगी है पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की नींद
Pushkar Singh Dhami: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जमकर तारीफ की।
Pushkar Singh Dhami: हाल के सालों में भारतीय जनता पार्टी ( Bhartiye Janta Party) ने जिस तरह युवा और नए चेहरों को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए सत्ता की चाबी सौंपी है, उससे पार्टी की आने वाले दिनों की रणनीति स्पष्ट दिखती है। ऐसा ही एक नाम है उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का। बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व उत्तराखंड को लेकर जिस तरह की कवायद में जुटा है उससे यह साफ़ है कि वह इस राज्य का नेतृत्व आगे भी युवाओं के हाथ में देने का मन बना चुका लगता है। बीजेपी के रणनीतिकारों द्वारा इस नए मूव से पार्टी में कुर्सी के दावेदारों में हलचल तेज हो गई है।
पीएम ने सीएम पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की
ऋषिकेश में 7 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी ऑक्सीजन संयंत्र के उद्घाटन मौके पर पहुचे थे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जमकर तारीफ की। साथ ही उन्हें राज्य गठन के 25वें साल में बुलंदी तक ले जाने का लक्ष्य दिया। उससे यह बात स्पष्ट हो गया है कि आगे भी राज्य की कमान युवा हाथों में ही रहेगी। मौका भले ही था ऑक्सीजन संयंत्र उद्घाटन का, लेकिन प्रधानमंत्री के राजनीतिक इशारे से पार्टी के बुजुर्ग और अनुभवी नेताओं की सांसें फूलने लगी। हालांकि पीएम की इस रणनीति से युवा चेहरों में खासा जोश है।
धामी को लेकर पार्टी में अलग-अलग मत
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह एक के बाद एक सीएम फेस में बदलते हुए पुष्कर सिंह धामी के हाथों में कमान सौंपी है। उससे अब उनके भविष्य पर कयास तेज हो गए हैं। बीते जुलाई महीने में जब पुष्कर धामी ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी, तभी से उनके भविष्य को लेकर कयास लगाए जाने लगे थे। पार्टी के भीतर एक खेमा उनके जहां उनके दोबारा सीएम बनने की बात कह रहा है तो वहीं दूसरा खेमा संदेह जाता रहा है। लेकिन कई कड़ियों को जोड़ें तो पता चलता है कि पार्टी आलाकमान एक अलग ही रणनीति पर काम कर रहा है।
प्रह्लाद जोशी ने गौतम की बात पर मुहर लगाई
धामी के भविष्य को लेकर अटकलों के बीच बीते महीने सर्वप्रथम प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने चुनाव जीतने पर उनके दोबारा मुख्यमंत्री बनने की बात कही। तब दुष्यंत गौतम की बातों पर न तो पार्टी ने गंभीरता दिखाई और न मीडिया ने ही उसे तवज्जो दिया। इसी दरमियान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को उत्तराखंड का चुनाव प्रभारी घोषित किया गया। इसके बाद जोशी राज्य का दौरा करने लगे। इसी क्रम में देहरादून दौरे में उन्होंने दुष्यंत गौतम की बातों पर मुहर लगा दी। धामी के नाम पर मुहर लगते ही पार्टी के अंदर मानो भूचाल आ गया। सबसे ज्यादा धक्का उन बुजुर्ग, अनुभवी और वरिष्ठ नेताओं को लगा, जो अब तक सीएम बनने का ख्वाब देख रहे थे।
पीएम के 'मेरे मित्र' के कई संदेश
पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व को लेकर जो खेमा अब तक संशय में था, उसे तेज धक्का तब लगा जब बीते सप्ताह केंद्रीय रक्षा मंत्री ने उन्हें 'धाकड़ बल्लेबाज' घोषित कर दिया। इसके बाद तो पार्टी में हलचल तेज होना लाजमी था। राजनाथ सिंह ने जिस बात की शुरुआत की उसे 7 अक्टूबर को ऋषिकेश में पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे बढ़ाया। अपने सम्बोधन में पीएम ने धामी को 'मेरे मित्र' कहकर अपनी बात को आगे बढ़ाया। पीएम यहीं नहीं रुके, उन्होंने धामी के नेतृत्व में युवा उत्साह और ऊर्जा को आगे बढ़ाने का सन्देश देकर पार्टी के भीतर और विपक्ष दोनों को एक साथ संकेत दिया।
बीजेपी के फैसले से कई नेताओं के रात की नींद उड़ना तय
भारतीय जनता पार्टी के चार बड़े नेताओं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और दुष्यंत गौतम के पुष्कर सिंह धामी को भविष्य का नेता घोषित करने से विपक्षी दल कांग्रेस को भले ही कोई फर्क न पड़े। लेकिन बीजेपी के अंदर कई नेताओं के रात की नींद उड़ना तय है।