TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

UP Election 2022: अखिलेश यादव से मिले चाचा शिवपाल, आज सहयोगी दलों के साथ सपा अध्यक्ष की बैठक

UP Election 2022: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनके चाचा तथा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) के बीच मुलाकात हो रही है।

Network
Newstrack NetworkWritten By aman
Published on: 12 Jan 2022 11:35 AM IST (Updated on: 12 Jan 2022 12:42 PM IST)
akhilesh yadav shivpal singh yadav
X

फोटो- सोशल मीडिया  

UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनके चाचा तथा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) के बीच मुलाकात हो रही है। शिवपाल यादव आज अपने बेटे आदित्य के साथ अखिलेश यादव के आवास पहुंचे। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा होगी।

दूसरी तरफ, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सियासी कुनबे को समेटने की कोशिश तेज कर दी है। अखिलेश आज सहयोगी दलों के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक दोपहर एक बजे के करीब सपा कार्यालय में होगी। बैठक में अखिलेश यादव सहयोगी दलों के नेताओं के साथ चुनाव को लेकर आगे की रणनीति तथा टिकट बंटवारे पर चर्चा कर सकते हैं।

बीते दो चुनावों जिनमें एक विधानसभा तथा दूसरा लोकसभा चुनाव में गठबंधन के असफल प्रयोगों के बाद समाजवादी पार्टी ने समायोजन की राह अपनाई है। सत्ता की इस रेस में अखिलेश यादव ने आगे रहने के लिए अति पिछड़ा वर्ग को साधने की रणनीति अपनाई है। पिछले छह महीने में सपा ने कई गैर यादव ओबीसी या अति पिछड़ों को पार्टी से जोड़ा है। सपा में स्वामी प्रसाद मौर्य का आना इसी बात का उदहारण है। क्योंकि उनके साथ वोट बेस के विस्तार की कवायद और मजबूत होगी।

यूपी में मौर्य, शाक्य, सैनी बिरादरी के वोटर को जोड़ना अखिलेश यादव के लिए फायदेमंद रहेगा। इसीलिए उनकी पार्टी में कई नेता जो इस जाति से संबंध रखते हैं जुड़ रहे हैं। पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक कई सीटों पर इनका प्रभाव है। बसपा में भी स्वामी अति पिछड़े चेहरे के तौर पर प्रभावी थे। बीजेपी में शामिल होने के बाद यही कहा गया था कि पार्टी को मौर्य वोटों का साथ दिलाने में उनकी अहम भूमिका होगी। बीजेपी में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद ने अपनी बिरादरी व समर्थकों में पार्टी से अलग अपना समानांतर आधार बनाए रखने का जतन लगातार जारी रखा था। अखिलेश अब उन्हें साथ कर इस सफलता की कुंजी को अपने हाथ रखना चाहते हैं।



\
aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story