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UP Election 2022: यूपी की इन 70 सीटों पर है कांग्रेस का फोकस, अब तक 166 प्रत्याशी मैदान में उतारे
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव चुनावमें कांग्रेस पार्टी ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। पार्टी ने अब तक 166 सीटों पर अपने प्रत्याशी के नामों की घोषणा की है। जिनमें 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने का वादा भी निभाया है,
UP Election 2022: वैसे तो इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव चुनाव (UP Election 2022) में कांग्रेस (Congress) पार्टी ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। पार्टी ने अब तक 166 सीटों पर अपने प्रत्याशी के नामों की घोषणा की है। जिनमें 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने का वादा भी निभाया है, लेकिन उनका मुख्य फोकस 2012 के चुनाव में जीती और दूसरे नंबर पर रही सीटों पर है।
प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने अपनी टीम के साथ इन सीटों पर बहुत पहले से काम करना शुरू कर दिया था। इनमें कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर उतारने के लिए ट्रेनिंग कैंप (Training Camp) भी लगाए जा चुके हैं। अब वही प्रशिक्षित कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रचार कर रहे हैं।
2017 में जीते कांग्रेस के विधायक
1- अजय कुमार लल्लू
2- आराधना मिश्रा मोना
3- अदिति सिंह
4- राकेश सिंह
5- नरेश सैनी
6- सुहैल अख्तर अंसारी
7- मसूद अख्तर
ये सात विधायक कांग्रेस के जीतकर वर्ष 2017 में यूपी विधानसभा पहुंचे थे। जिनमें से चार बगावत कर बीजेपी (BJP) और समाजवादी पार्टी (SP) में चले गए। सिर्फ तीन MLA पार्टी के साथ हैं। 2017 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से कांग्रेस ने गठबंधन किया था। सपा ने कांग्रेस को 105 सीटें दी थी। लेकिन उनके सिर्फ 7 प्रत्याशी जीते। उनका वोट 6 प्रतिशत के करीब था। ये कांग्रेस का अब तक का सबसे ख़राब प्रदर्शन था। क्योंकि, 2007 के चुनाव में भी उनके 22 विधायक जीते थे।
..तो ये है प्रियंका की रणनीति
साल 1996 के बाद से यूपी में कांग्रेस पार्टी का वोट शेयर 8 प्रतिशत से नीचे रहा है। हालांकि वर्ष 2012 अपवाद रहा था, जब पार्टी का वोट शेयर 13.28 फीसदी तक पहुंच गया था। ऐसे में यह बात समझनी होगी, कि या तो पार्टी पूरे राज्य में थोड़ी-थोड़ी ताकत लगाए या कुछ सीटों पर पूरी ताकत लगाकर फायदा उठाए। इसी रणनीति के तहत इस बार प्रियंका गांधी अपनी टीम के साथ 2012 और 2017 का सर्वेक्षण कर उन्हीं सीटों पर ज्यादा फोकस कर रही हैं जहां उन्हें इन दो चुनाव में लाभ मिला था।
पार्टी इन 70 सीटों पर फोकस
इस तरह, बात 2012 के विधानसभा चुनाव की करें, तो कांग्रेस ने इस चुनाव में 355 उम्मीदवार उतारे थे। जिनमें 28 सीटें जीती। जबकि 31 सीटें ऐसी थी जहां पार्टी दूसरे नंबर पर थी। इस चुनाव में पार्टी का वोट प्रतिशत 13.26 फीसद था। अब कांग्रेस इस चुनाव को ध्यान में रखकर आगे अपनी रणनीति तैयार की है। क्योंकि, पिछले कई सालों में 2012 का चुनाव ऐसा था जब उनका वोट प्रतिशत बढ़कर 13.26 फीसदी के करीब पहुंच गया था। इसलिए कांग्रेस पार्टी अब 2012 और 2017 के चुनाव परिणामों को देखते हुए ऐसी 70 सीटों पर अपना फोकस कर रही है जहां पर उनका प्रदर्शन अच्छा था।
2012 विधानसभा चुनाव में जीती सीटें
साल 2012 विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी ने गंगोह, शामली, स्वार, बिलासपुर, हापुड़ सुरक्षित, स्याना, खुर्जा सुरक्षित, मथुरा, लखनऊ कैंट, तिलोई जगदीशपुर सुरक्षित, किदवई नगर, कालपी, राठ सुरक्षित, तिंदवारी, बांदा, रामपुर खास, इलाहाबाद नॉर्थ, नानपारा, पयागपुर, रुधौली, नौतनवां, खड्डा, तमकुहीराज, रुद्रपुर, जौनपुर पंडरा, मड़िहान विधानसभा की सीटों पर जीत दर्ज की थी।
2012 में वो 31 सीटें जहां दूसरे नंबर थे प्रत्याशी
साल 2012 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बेहट, नकुड़, सहारनपुर नगर, सहारनपुर, रामपुर मनिहारन सुरक्षित, पुरकाजी सुरक्षित, रामपुर, मिलक सुरक्षित, जेवर, कौल, गुन्नौर, शेखूपुर, बीसलपुर, लहरपुर, सेवता, लखनऊ उत्तरी, हरचंदपुर, सलोन सुरक्षित, गौरीगंज, अमेठी, गोविंद नगर, हुसैनगंज, मटेरा, बहराइच भिनगा, गौरा, बस्ती सदर, फरेंदा, पडरौना, वाराणसी साउथ, वाराणसी कैंट सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी दूसरे नंबर पर थे।