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UP Election 2022 : निर्वाचन आयोग से सपा को मिली राहत, कोरोना गाइडलाइंस उल्लंघन पर पहली गलती बताकर छोड़ा
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनाव आयोग ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों को जनसभा करने, भीड़ आदि जुटाने पर रोक लगा दी थी।
UP Election 2022 : पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनाव आयोग ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों को जनसभा करने, भीड़ आदि जुटाने पर रोक लगा दी थी।इस मनाही के बावजूद बीते दिनों यूपी की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के दफ्तर में भीड़ इकट्ठा हुई थी। जिस पर कार्रवाई भी तेज हो गई थी। इसी मामले में चुनाव आयोग की तरफ से समाजवादी पार्टी को हिदायत देकर छोड़ दिया गया है। आयोग की तरफ से सपा को भविष्य में सावधान रहने तथा पाबंदियों के सख्ती से पालन की हिदायत दी गई है।
गौरतलब है, कि लखनऊ में सपा ने वर्चुअल रैली के नाम पर एक कार्यक्रम आयोजित की थी। इसी कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य सहित बीजेपी के कई बागी विधायकों ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की थी। सपा दफ्तर में हुए इस कार्यक्रम में तब भारी संख्या में भीड़ इकठ्ठा हुई थी। जबकि, चुनाव आयोग ने कोरोना के हालिया रूप को देखते हुए चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगाई हुई है।
समाजवादी पार्टी की इस रैली को कोरोना गाइडलाइन और निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उल्लंघन माना गया। इसी मामले में अब आयोग ने समाजवादी पार्टी को भविष्य में सावधान रहने तथा पाबंदियों के सख्ती से पालन की हिदायत दी है। साथ ही, चुनाव आयोग ने कहा है, कि 'सपा ने मौजूदा चुनाव के दौरान पहली बार निर्देशों का उल्लंघन किया है, इसलिए उसे भविष्य में सतर्क रहने और सभी दिशानिर्देशों के पालन की चेतावनी देकर छोड़ दिया है।'
बता दें, कि इससे पहले 14 जनवरी 2022 को लखनऊ में समाजवादी पार्टी की रैली के बाद चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर पार्टी से 24 घंटे के भीतर जवाब तलब किया था। चुनाव आयोग ने 22 जनवरी 2022 तक पाबंदी बढ़ाई है। इससे पहले 15 जनवरी तक रोक लगायी थी।