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Up Election 2022: विधानपरिषद में संजय निषाद को भेजने को लेकर BJP तैयार

Up Election 2022: धर्मेन्द्र प्रधान के लखनऊ आगमन पर भी कई राउन्ड बैठक हुई पर चार नामों को लेकर फिर बैठक होगी

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Ragini Sinha
Published on: 24 Sep 2021 7:02 AM GMT
Up Election 2022
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 विधानपरिषद में संजय निषाद को भेजने को लेकर BJP तैयार

Up Election 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में रिक्त पड़ी विधानपरिषद की चार सीटों के लिए भाजपा (BJP) ने निषाद पार्टी के साथ गठबन्धन के तहत एक सीट देने पर लगभग सहमति बन चुकी है। आज निषाद पार्टी( Nishad Party) के अध्यक्ष संजय निषाद और प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान के बीच मुलाकात के दौरान विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे पर भी बातचीत होनी है। कल देर रात मुख्यमंत्री कार्यालय पर कोर कमेटी की बैठक में कई अन्य फैसले भी लिए गए। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले विधानपरिषद की रिक्त हुई चार सीटों पर पार्टी कार्यकर्ताओं को एडजस्ट करने के लिए प्रदेश नेतृत्व कई दिनों से माथापच्ची करने में लगा हुआ था। धर्मेन्द्र प्रधान के लखनऊ आगमन पर भी कई राउन्ड बैठक हुई पर चार नामों को लेकर फिर बैठक होगी जिसके बाद संभावित नामों को पार्टी अध्यक्ष जेपी नढ्ढा के पास भेज दिया जाएगा।

गौरतलब है कि पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार में राज्यपाल कोटे से लीलावती कुशवाहा, रामवृक्ष सिंह यादव, एसआरएस यादव और जितेन्द्र यादव का मनोनयन हुआ था, लेकिन उनका कार्यकाल गत पांच जुलाई को खत्म हो चुका है। अब इन सीटों पर भाजपा की दावेदारी है । भाजपा नेतृत्व सहयोगी दलों के दबाव और पार्टी कार्यकर्ताओं को एडजस्ट करने के साथ ही जातीय व क्षेत्रीय समीकरण को ध्यान में रखकर इन दिनों माथापच्ची कर रहा है पर चुनाव सिर पर होने के कारण वह कोई फैसला नहीं ले पा रहा है। दरअसल, यह सीटे शिक्षा , साहित्य, पत्रकारिता, राजनीति और अन्य सामाजिक क्षेत्र से आने वाले व्यक्तियों के लिए आरक्षित होती हैं। इसे सत्ताधारी दल की तरफ से राजभवन नाम भेजा जाते है। इसके बाद राजभवन की तरफ से मुहर लगने के बाद फिर इन सदस्यों का मनोनयन कर दिया जाता है।

32 विधानपरिषद सदस्य हैं

विधानपरिषद की इन चार सीटों पर मनोनयन होने के होने के बाद सत्ताधारी भाजपा की ताकत विधानपरिषद में और बढ जाएगी। अभी उसके पास 32 विधानपरिषद सदस्य हैं। जबकि परिषद में अब तक ताकतवर रही समाजवादी पार्टी कमजोर पड़ जाएगी। अब तक उसके पास 51 सदस्य थें जो घटकर अब 47 हो जाएगें। जबकि सदन में कांग्रेस के दो ,अपना दल का एक , बसपा के छह और निर्दलीय शिक्षक दल के 6 सदस्य है।

जितिन प्रसाद को यूपी में डेरा डालने को कहा गया

इसके अलावा अरविन्द शर्मा को भी विधानपरिषद में भेजने के कयास लगाए जा रहे है। इसके अलावा विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा के लिए हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद को भी विधानपरिषद में भेजा जा सकता है। विधानसभा चुनाव के पहले जितिन प्रसाद को यूपी में डेरा डालने को कहा गया है। वह प्रदेश के ब्राम्हण मतदाताओं को वह लुभाने का काम करेंगें। जबकि दलित वोटों पर असर डालने के लिए बेबी रानी मौर्य का नाम भी चर्चा में है।

Ragini Sinha

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