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UP Election 2022: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मांगा 'गोपाल जी' के लिये वोट, कहा- "भाजपा किसी के भरोसे को नहीं तोड़ती''
उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भाजपा की जीत हेतु लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल इन्वेस्टर के लिये उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनाना जरूरी है।
UP Election 2022: लखनऊ पूर्व विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी आशुतोष टण्डन के समर्थन में जनसभा करने देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पत्रकारपुरम चौराहे पहुंचे। यहां उन्होंने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। राजनाथ सिंह ने कहा कि "दो चरणों के चुनाव में भाजपा को कमोबेश उतनी ही सीट मिल रही है, जितनी 2017 के चुनाव में मिली थी। भाजपा किसी के भरोसे को नहीं तोड़ती। हमारी पार्टी जो बोलती है, वो करती है। हमारी कथनी-करनी में कोई अंतर नहीं है। भाजपा ने क़भी विश्वास तोड़ने का काम नहीं किया।"
'पीओके लेने के लिए बढ़ाएं मोदी की ताकत'
उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भाजपा की जीत हेतु लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल इन्वेस्टर के लिये उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनाना जरूरी है। सतपाल ने कहा कि "हमें पीओके लेना है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताकत को बढ़ाना है। कमल का बटन दबाया, इसलिए राम मंदिर बना। काशी की गालियां भव्य हुईं। 60 साल में जितने प्रधानमंत्री हुए, उन्होंने गंगा में स्नान नहीं किया। लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी ने चंदन लगाया। स्नान क़िया और मंदिर में दर्शन भी किए।"
विपक्षी दलों के पास नहीं कोई मुद्दा: आशुतोष टण्डन
लखनऊ पूर्व के प्रत्याशी आशुतोष टण्डन ने कहा कि "विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्हें सिर्फ़ भाजपा को रोकना है। बल्कि, भाजपा को विकास करना है। उन्होंने कहा कि हम 300 से ज़्यादा सीटें लाकर पुनः सरकार बनाने जा रहे हैं।"
79000 से ज़्यादा वोटों से 2017 में जीता था चुनाव
लखनऊ पूर्वी सीट पर सभी जातियों के लोग रहते हैं। ऐसा नहीं कहा जा सकता, कि इस सीट पर किसी एक जाति के वोट सबसे ज़्यादा हैं। हालांकि, राजधानी का यह पॉश इलाका है। तमाम बड़े नौकरशाहों व बड़े नेताओं के घर इसी इलाके में आते हैं। मौजूदा समय में इस सीट से विधायक 'योगी सरकार' में नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल जी' हैं। उन्होंने साल 2017 के विधानसभा चुनावों में, सपा के अनुराग सिंह भदौरिया को 79 हजार से अधिक मतों से हराकर जीत हासिल की थी। इसके अलावा, साल 2014 के उपचुनाव में भी आशुतोष टण्डन ने ही जीत दर्ज की थी।
साल 1991 से बीजेपी के पक्ष में गिरते हैं मत
भारतीय जनता पार्टी को लखनऊ की यह विधानसभा सीट, हर बार ख़ुश होने का मौका ज़रूर देती है। प्रत्याशी कोई भी हो, नया हो या पुराना, पिछला चुनाव जीता हो या हारा, लेकिन यदि वह बीजेपी से, लखनऊ पूर्वी की सीट से चुनाव लड़ रहा है, तो उसका जीतना तय माना जाना चाहिए। क्योंकि, अभी तक का इतिहास तो यही कहता है।
बता दें कि, साल 1991 से इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का ही कब्जा रहा है। सबसे पहले भगवती प्रसाद शुक्ला ने इस सीट से चुनाव जीता। उसके बाद क़रीब 14 साल तक विद्या सागर गुप्ता का इस सीट पर दबदबा रहा। वहीं, 2012 में कलराज मिश्रा इस क्षेत्र से विधायक रहे। लेकिन, 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद, उन्होंने इस सीट को छोड़ दिया।
इस जनसभा में लखनऊ पूर्व प्रत्याशी आशुतोष टण्डन, महापौर संयुक्ता भाटिया, उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज सहित अन्य तमाम भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।