TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

UP Election 2022: क्या मुलायम की इस पुरानी सीट को बीजेपी से वापस छीन पाएगी सपा!

Up Election 2022 : गुन्नौर विधानसभी सीट (Gunnaur VidhanSabha Seat)। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के लिए काफी मायने रखती है क्योंकि यहां से कभी सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav)भी विधायक हुआ करते थे।

Krishna
Report KrishnaPublished By Ragini Sinha
Published on: 28 Jan 2022 5:00 PM IST
UP Election 2022
X

UP Election 2022: मुलायम की इस पुरानी सीट को क्या वापस बीजेपी से छिन पाएगी सपा (Social Media)

Up Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Up election 2022) अगले महीने विधानसभा चुनाव में उतरने जा रहे देश के सबसे बड़े सिय़ासी राज्य उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में ऐसी कई विधानसभा सीटें हैं जिसपर लोगों के साथ – साथ राजनीतिक दलों की भी विशेष निगाह है। इन्हीं में से एक सीट है संभल जिले के गुन्नौर विधानसभी सीट (Gunnaur VidhanSabha Seat)। यादव बाहुल्य ये सीट समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के लिए काफी मायने रखती है क्योंकि यहां से कभी सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav)भी विधायक हुआ करते थे। हालांकि ये सीट अब उनके पास नहीं है।

गुन्नौर की सियासी पृष्ठभूमि

गुन्नौर विधानसभा सीट (Gunnaur VidhanSabha Seat) पर अधिकतर समाजवादियों का कब्जा रहा है। यूपी में चले राम लहर (ram lahar)के दौरान भी इस सीट पर सपा ने अपना कब्जा जमाया था। उस दौरान सपा के राजेश कुमार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। वहीं राम खिलाड़ी सिंह यादव (Ram khiladi singh yadav) इस सीट से तीन बार विधानसभा पहुंचने में सफल रहे। 1991 और 1996 में जनता दल औऱ फिर 2012 में वो समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा पहुंचे।

ये सीट चर्चा में तब आई जब 2003 में मुलायम सिंह यादव इस सीट से चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बने। दरअसल 2002 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से अजीत सिंह यादव जदयू के टिकट पर विधायक बने थे। बाद में उन्होंने मुलायम सिंह यादव के लिए ये सीट छोड़ दी। मुलायम 2003 में हुए उपचुनाव में जीतकर विधानसभा पहुंचे, उस दौरान वो राज्य के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। 2007 के विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव एक बार फिर इस सीट से चुनाव जीतने में सफल रहे। हालांकि बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। फिर 2012 में चली सपा की लहर में राम खिलाड़ी सिंह यादव इस सीट से सपा के सिंबल पर विधानसभा पहुंचे।

2017 के परिणाम

2017 के विधानसभा चुनाव में चली बीजेपी की आंधी में सपा अपना ये गढ़ नहीं बचा सकी। बीजेपी ने कभी मुलायम के ही करीबी रहे अजीत यादव पर दांव खेलते हुए उन्हें सपा के राम खिलाड़ी सिंह यादव के खिलाफ मैदान में उतारा। बीजेपी के ये दांव सफल रहा अजीत यादव राम खिलाड़ी सिंह यादव को 11 हजार से अधिक मतों से पराजित कर इस सीट पर कमल खिलाने में कामयाब रहे।

सामाजिक समीकरण

गुन्नौर विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरण की बात करें तो यहां करीब तीन लाख पचहतर हजार मतदाता हैं। यादव बाहुल्य इस सीट पर ब्राहमण, ठाकुर, वैश्य औऱ मौर्य समाज के लोगों की भी निर्णायक भूमिक में है। इसी के साथ यहां मुस्लिम मतदाता भी ठीक ठाक संख्या में है। ऐसे में यादव –मुस्लिम के मजबूत समीकरण के चलते ये सीट सपा के लिए मुफीद मानी जाती रही है।

2022 के दावेदार

मौजूदा विधानसभा चुनाव में एकबार फिर बीजेपी ने जहां अपने सिंटिंग विधायक अजय यादव पर दोबारा भरोसा जताया है। तो सपा ने भी एकबार फिर अपने पुराने चेहरे राम खिलाड़ी सिंह यादव को मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने इस सीट से मुस्लिम प्रत्याशी को उतारा है। ऐसे में मुलायम सिंह यादव की इस पुरानी सीट को क्या सपा पुनः वापस ले पाती या फिर बीजेपी एक बार फिर सपा के इस गढ़ में कलम खिलाने में कामयाब रहती है, ये चुनाव परिणाम बताएंगे। वहीं पिछले चुनाव में तीसरे नंबर पर रही बसपा किसका खेल बिगाड़ती ये भी देखने वाली बात होगी।

Taza khabar aaj ki uttar pradesh 2022, ताजा खबर आज की उत्तर प्रदेश 2022



\
Ragini Sinha

Ragini Sinha

Next Story