UP Elections 2022 : 'बड़ों का आशीर्वाद और जनता का साथ… अबकी लेकर आएगा ऐतिहासिक बदलाव', अखिलेश का ट्वीट

उत्तर प्रदेश चुनाव (UP Elections 2022) में मैनपुरी (Mainpuri) जिले की करहल विधानसभा सीट (Karhal assembly seat) की गिनती अब प्रदेश के चंद 'हॉट सीट' (Hot Seat) में होने लगी है।

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Written By aman
Published on: 18 Feb 2022 5:37 AM GMT (Updated on: 18 Feb 2022 5:39 AM GMT)
akhilesh yadav tweet mulayam singh yadav
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akhilesh yadav tweet mulayam singh yadav 

UP Elections 2022 : उत्तर प्रदेश चुनाव (UP Elections 2022) में मैनपुरी (Mainpuri) जिले की करहल विधानसभा सीट (Karhal assembly seat) की गिनती अब प्रदेश के चंद 'हॉट सीट' (Hot Seat) में होने लगी है। यूं कहें, तो इस सीट की गिनती उन हाई प्रोफाइल सीट में होने लगी है, जिसके लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने पूरी ताकत झोंक दी है। जैसा कि आपको पता है कि इस सीट से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) चुनावी मैदान में हैं।

इसी क्रम में कल गुरुवार को समाजवादी पार्टी के संरक्षक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने इस विधानसभा चुनाव में पहली बार बेटे अखिलेश के लिए चुनावी प्रचार किया। यहां आपको बता दें, कि मैनपुरी को 'सपा का गढ़' माना जाता है। करहल रैली में संबोधन के दौरान सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने अपने संबोधन में किसान, व्यापारी और युवाओं को ही प्राथमिकता पर रखा। उन्होंने कहा, प्रदेश में अखिलेश की सरकार बनते ही सबसे पहले बेरोजगारों के लिए रोजगार की व्यवस्था की जाएगी। गौरतलब है, कि करहल विधानसभा सीट यादव बहुल क्षेत्र है। यहां 50 फीसदी के करीब मतदाता यादव हैं।

अखिलेश का ट्वीट

कल के 'नेताजी' की रैली के बाद आज सुबह यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा, 'बड़ों का आशीर्वाद और जनता का साथ…अबकी लेकर आएगा ऐतिहासिक बदलाव।' इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कुछ तस्वीरें भी ट्वीट की हैं जिसमें उनके साथ बस में पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल यादव भी हैं।

..पारिवारिक एकजुटता भी जरूरी

आपको याद होगा पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2017 में उत्तर प्रदेश के इस सबसे बड़े राजनीतिक पारिवारिक की कलह सतह पर आ गई थी। उसके बाद विवाद बढ़ता ही गया। आख़िरकार चाचा शिवपाल यादव में अपनी अलग पार्टी बना ली। चाचा-भतीजा की रहें जुदा हो गईं। लेकिन इस विधानसभा चुनाव में चाचा शिवपाल यादव भी सपा की टिकट पर फिर मैदान में हैं। चूंकि पिछली बार पारिवारिक कलह की ख़बरों ने पार्टी समर्थकों के बीच और राजनीतिक तौर पर काफी नुकसान पहुंचाया था। तो संभव है कि अखिलेश अगले चरणों के मतदान से पहले पिता और चाचा की तस्वीर साझा कर एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।

सपा की सबसे सुरक्षित सीट है करहल

आपको बता दें, कि करहल सीट समाजवादी पार्टी के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती रही है। मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से ही सांसद हैं। अगर, सियासी गणित की बात की जाए तो करहल में सपा का ही कब्जा रहा है। यहां से सिर्फ एक बार बीजेपी को सफलता मिली है। इससे आप समझ सकते हैं कि अखिलेश यादव सपा की सबसे सुरक्षित सीट से चुनावी मैदान में हैं, मगर पार्टी और घर की एकजुटता भी जरूरी ताकि आगे कोई गलत संदेश न जाए, जिसका बीजेपी को किसी प्रकार का फायदा मिले।

सपा की मांग

वहीं, समाजवादी पार्टी ने जौनपुर के मल्हनी विधानसभा सीट के 136 बूथों पर अतिरिक्त पैरामिलिट्री फोर्स (paramilitary force) तैनात करने की मांग की है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की तरफ से लिखे पत्र में इन 136 बूथों को 'अति संवेदनशील' बताया गया है। साथ ही, सपा की तरफ से आरोप लगाया है कि पिछली बार यहां बूथ कैप्चरिंग (booth capturing) हुई थी। तब यहां लोगों को वोट नहीं डालने दिए गए थे।



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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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