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UP News: यूपी में हुए इन चर्चित कांडो की वजह से सरकार की हुई जमकर फजीयत
UP Ke Charchit Kand : योगी सरकार एक मामले से निपट नहीं पाती तब तक सरकार को तनाव देने के लिये दूसरा मामला तैयार हो जाता है।
UP Ke Charchit Kand : सूबे के लखीमपुर तिकोनियाँ कांड पर सुप्रीम कोर्ट, योगी सरकार की अब तक की कार्रवाही से खुश नहीं है बल्कि न्यायालय ने इस मामले में योगी सरकार की जमकर फटकार भी लगाई है। फिलहाल तो लखीमपुर तिकोनियाँ कांड सरकार के गले की फांस बन गया है।
सिर्फ इस एक मामले ने सूबे में योगी सरकार को कटघरे में नहीं खड़ा किया है। बल्कि सूबे में अब तक घटीं सात घटनाएं ऐसी हैं, जिनकी वजह से योगी सरकार को कटघरे में खड़ा होना पड़ा है।हालांकि सीएम योगी (CM Yogi Ne Suljhaye Ye Mamle) ने अपनी सूझबूझ से इन सभी बड़ी व चर्चित घटनाओं (Yogi Sarkar Mein UP Ke Charchit Kand) को मैनेज भी किया है । लेकिन ये सभी घटनाएँ सरकार के लिये नासूर तो बन ही चुकीं हैं, जिन्हें विपक्ष आगामी चुनाव में मुद्दा तो जरूर बनाएंगे।
ये हैं घटनाएं जिनकी वजह से योगी सरकार को कटघरे में खड़ा होना पड़ा
2018 की बुलंदशहर हिंसा
2018 Ka Bulandshahr Hinsa
3 दिसम्बर, 2018 को बुलंदशहर हिंसा की आग में झुलस गया था।गोकशी के नाम पर उग्र भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार व एक ग्रामीण युवक सुमित कुमार की पीट पीट कर हत्या कर दी थी।इस मामले में दर्ज हुई एफआईआर में बजरंगदल के जिला संयोजक का नाम आने से हंगामा खड़ा हो गया था।इस मुद्दे पर भी विपक्ष ने जमकर सियासत की। योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था।
मेरठ में हुआ 2018 में होटल में दरोगा पिटाई कांड
2018 Ka Meerut Ke hotal mein Daroga Pitai Kand
गत 19 अक्तूबर, 2018 में होटल में दरोगा पिटाई कांड की गूंज भी राजधानी लखनऊ तक सुनाई दी थी।मेरठ में भाजपा के पार्षद द्वारा एक महिला के साथ खाना खाने आये दरोगा की पिटाई कर दी,जिसका वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में भी मेरठ के लोगों ने सूबे की योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था।
हालंकि सीएम योगी के कड़े रुख के चलते बाद में पुलिस ने भाजपा पार्षद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था । जबकि दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया था।तब कहीं ये मामला शांत हुआ था।
लखनऊ में एप्पल कम्पनी के एरिया मैनेजर की हत्या
2018 Mein Apple Company Area Manager Ki Hatya
गत 29 सितम्बर, 2018 को राजधानी लखनऊ में एप्पल कम्पनी के एरिया मैनेजर की दो पुलिसकर्मियों ने हत्या कर दी थी।यह कांड भी योगी सरकार के लिये सबसे बड़ी दिक़्क़त बन गया था।इस कांड ने तो सरकार व पुलिस महकमे, दोनो को ही जनता की नजर में कटघरे में खड़ा कर दिया था।जब आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल भेजा गया तो महकमें में तनाव पैदा हो गया था।
उन्नाव भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पर रेपकेस
Unnao BJP MLA Kuldeep Sengar Rape Case
सूबे के उन्नाव जनपद में हुए दुष्कर्म प्रकरण ने भी सरकार व पुलिस की सांसें अटका दीं थीं।इस मामले में योगी सरकार उस समय अग्निपरीक्षा के दौर से गुजरने लगी जब रेप पीड़िता ने बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप करने का आरोप लगा दिया था।इन आरोपों का एक शिकायती पत्र पीड़िता ने पीएम व सीएम को भेजा था।
इस प्रकरण ने योगी सरकार की तब ज्यादा किरकिरी करवाई जब पीड़िता व विधायक परिवार आमने सामने आ गए थे।विधायक समर्थकों ने पीड़िता के पिता को पीट पीट कर अधमरा कर दिया था।पुलिस ने पीड़िता के पिता को जेल भेज दिया था।जहाँ उनकी बाद में मौत भी हो गयी थी।इस मामले में भी योगी सरकार की बेहद किरकिरी हुई।
गोरखपुर में हुए मनीष गुप्ता हत्याकांड
Kanpur Ke Manish Gupta Hatyakand
गत 27 सितम्बर की रात को सीएम के गृहजनपद गोरखपुर की पुलिस हैवान बनकर कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता पर टूट पड़ी।वे अपने मित्रों के साथ गोरखपुर घूमने गए थे, रात में होटल चैक करने के नाम पर पुलिस होटल में मनीष गुप्ता के रूम में गयी। उनके साथ इतनी मारपीट की। नतीजतन, उनकी मौत हो गयी थी।इस मामले में भी सूबे के विपक्ष ने योगी सरकार की जमकर खिंचाई की।किसी तरह सीएम योगी ने कानपुर जाकर मृतक व्यापारी की पत्नी से मिलकर उनकी सभी मांगे मान लीं तब यह मामला शांत हुआ।
लखीमपुर खीरी हिंसा
Lakhimpur Kheri violence
अभी सूबे के सीएम इस मामले को मैनेज कर ही पाए थे कि गत तीन अक्तूबर को भाजपा के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र पर लखीमपुर तिकोनियाँ में आंदोलन कर रहे किसानों पर जीप चढ़ा कर कुचल देने का गम्भीर आरोप लग गया। यह घटना कांड में तब्दील हो गयी।
इस कांड में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गयी।इस कांड से सरकार इस कदर हिल गयी कि सीएम योगी को एडीजी एल ओ प्रशांत कुमार समेत लखनऊ से पुलिस के कई काबिल अफसरों को लखीमपुर भेजना पड़ गया।
इस कांड की आग आज भी सुलग रही है।कांग्रेस समेत सूबे का समूचा विपक्ष तो सड़कों पर आ गया था।इस कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के मंत्री पिता अजय मिश्रा के त्यागपत्र की मांग को लेकर कांग्रेस अब तक आंदोलित है।
आगरा में बाल्मिकी समाज के युवक की हत्या
Agra Mein Balmiki Samaj Ke Yuvak Ki Hatya
अभी इस कांड की आग सुलग ही रही थी कि गत मंगलवार को आगरा पुलिस की हरकत ने योगी सरकार के समक्ष फिर बड़ा टेंशन पैदा कर दिया।आगरा के विस्तार थाने में पुलिस अभिरक्षा में एक बाल्मीकि समाज के युवक की मौत का आरोप पुलिस पर लग गया।मृतक युवक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उनके पुत्र की मौत हुई है।
हालकि इस मामले की मृतक युवक की आयी पोस्टमार्टम रिपोर्ट कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।॥लेकिन विपक्ष को फिर एक बार योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करने का मौका मिल गया।इस मुद्दे में अपनी जमीन तलाशने के लिए कांग्रेस की प्रियंका गांधी अपने नेताओं के साथ आगरा पहुंच गईं और परिवार को सांत्वना प्रदान की।
वर्ष 2018 से योगी सरकार की किरकिरी कराते रहे कभी भाजपा नेता तो कभी सूबे की पुलिस विगत वर्ष 2018 से कभी भाजपा के नेता योगी सरकार के लिये धर्म संकट खड़ा करते रहे हैं तो कभी सूबे की पुलिस सरकार की किरकिरी करवाती रही है।यह माहौल अब तक जारी है।
सरकार एक मामले (Yogi Sarkar Mein UP Ke Charchit Kand) से निपट नहीं पाती तब तक सरकार को तनाव देने के लिये दूसरा मामला तैयार हो जाता है।