TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

UP News: धर्मान्तरण के रैकेट से जुड़े लोगों के टारगेट पर रहतीं हैं गैर मुस्लिम महिलाएं

यूपी एटीएस ने देश मे फैले धर्मान्तरण के रैकेट को ध्वस्त करने के लिये लगातार सक्रिय भूमिका में है। इस संदर्भ में यूपी एटीएस की लगातार छापेमारी जारी है। धर्मान्तरण के रैकेट से जुड़े अब तक 15 लोगों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है।

Network
Newstrack NetworkPublished By Deepak Kumar
Published on: 10 Oct 2021 2:33 PM IST (Updated on: 10 Oct 2021 3:57 PM IST)
UP News: धर्मान्तरण के रैकेट से जुड़े लोगों के टारगेट पर रहतीं हैं गैर मुस्लिम महिलाएं
X

UP News: धर्मान्तरण के मामले में सरकार व प्रशासन का रुख बेहद सख्त हो चला है। जिसके चलते यूपी एटीएस की टीमें देश भर में फैले इस रैकेट को नेस्तनाबूत करने के लिये लगातार संदिग्धों पर छापेमारी भी कर रहीं हैं।यूपी एटीएस के द्वारा इस क्षेत्र में की गयी अब तक की कार्रवाई के बाद जितने लोग भी गिरफ्तार किए गए उनसे हुई पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ है कि धर्मान्तरण के रैकेट से जुड़े लोग गैर मुस्लिम महिलाओं से शादी कर धर्मान्तरण (UP Me Dharmantaran Mamla) की गतिविधियों को देश मे बढ़ावा दिए हुए हैं।

अब तक इस रैकेट से जुड़े गिरफ्तार लोगों की सूची

यूपी एटीएस ने देश मे फैले धर्मान्तरण के रैकेट को ध्वस्त करने के लिये लगातार सक्रिय भूमिका में है। इस संदर्भ में यूपी एटीएस (UP ATS) की लगातार छापेमारी जारी है। धर्मान्तरण के रैकेट से जुड़े अब तक 15 लोगों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है, जिसमें उमर गौतम, मौलाना कलीम सिद्दीकी, महाराष्ट्र के रामेश्वर कावड़े उर्फ आदम उर्फ भूपिया बन्दों उर्फ अशलन, मुस्तफा कौशर आलम, हाफिज इदरीश मोहम्मद सलीम, धीरज जगताप प्रमुख हैं।

धर्मान्तरण के तरीके का हुआ है खुलासा

इस संदर्भ में न्यूज ट्रैक को मिली जानकारी के अनुसार पूर्व में मौलाना कलीम से सम्बंधित चार जगहों पर यूपी एटीएस ने छापेमारी की थी, जिसमें मौलाना के एक सदस्य अली जाफरी को भी गिरफ्तार किया गया था।इसके पास से एक मोबाइल फोन यूपी एटीएस को बरामद हुआ था।जिसकी जांच करने पर यह खुलासा हुआ कि सरफराज, कलीम की फर्म में काम करता था।उसके मोबाइल की जांच करने के दौरान यूपी एटीएस को यह जानकारी हुई कि सरफराज गैर मुस्लिम महिलाओं व युवतियों को अपने जाल में फंसा कर लिव इन रिलेशनशिप में रहकर शादी करने के बाद फिर उस पर धर्म परिवर्तन का दवाब बनाया जाता है।जिसकी सम्पूर्ण डिटेल मौलाना उमर गौतम को भी भेजी जाती थी।

ह्यूमैनिटी फॉर आल दिल्ली संस्था की आड़ में होता है धर्म परिवर्तन

यूपी एटीएस प्रमुख जीके गोस्वामी के मुताबिक आरोपी सरफराज अली दिल्ली में ग्लोबल पीस सेंटर का काम देख रहा था, जो कि मौलाना कलीम की संस्था है।दिल्ली में स्थापित ह्यूमैनिटी फ़ॉर आल, न्यू दिल्ली की संस्था की आड़ में धर्म परिवर्तन का काम पूरे देश मे सुचारू रूप से चल रहा था।जिसमें प्रमाण मिलें हैं कि ये लोग गैर मुस्लिम महिलाओं व युवतियों को धर्मान्तरण के लिये चुनते थे।

रैकेट से जुड़ने वालों को पहले किया जाता है प्रशिक्षित

जानकारी यह मिल रही है कि देश मे धर्मान्तरण को बढ़ावा देने के लिये नए नए युवाओं को जोड़ा जा रहा है । फिर इन्हें इस बात के लिये भी प्रशिक्षित किया जाता है कि वे कैसे गैर मुस्लिम महिला का दिल जीतें। इस रैकेट से जुड़े लोग पहले उन घरों की बकायदा महीनों रेकी भी करते हैं । उस घर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी भी कर लेते हैं, जिस घर मे उन्हें धर्मान्तरण की अपनी योजना को अंजाम देना होता है।अभी कुछ माह पूर्व ही छत्तीसगढ़ में इस रैकेट से जुड़ा एक शख्स अपने जाल में एक गैर मुस्लिम महिला को फांस कर उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद के अपने गांव चौबिया ले आया। फिर उस गैर मुस्लिम महिला पर धर्मान्तरण का दवाब बनाने लगा । लेकिन जब वह गैर मुस्लिम महिला एक रात भागकर इटावा एसएसपी को जाकर पूरा अपना किस्सा बताया। तब एसएसपी ने उस युवक की गिरफ्तारी कर अवैध धर्मान्तरण के इस रैकेट और उस गैर मुस्लिम महिला को बचाया।

इस मामले में भी छत्तीसगढ़ की रहने वाली इस महिला ने बताया कि सफीक नाम का यह युवक रमेश बनकर उसके घर पर काम करने के लिये आया था, जब घर के सदस्य घर पर नहीं होते थे । तब उसने पीड़ित गैर मुस्लिम महिला को अपने बातों के जाल में फांस लिया। उसे भगाकर अपने गांव इटावा ले आया।जब वह युवती ने इटावा में आकर देखा तब उसे इस युवक की सच्चाई पता लगी।गिरफ्तार सफीक नामक युवक ने इटावा एसएसपी को बताया था कि उसे यह सब करने के लिये एक अच्छा पारिश्रमिक मिलता था।साथ ही एक गैर मुस्लिम महिला या युवती को कैसे अपनी बातों के जाल में फांसना है उसका भी प्रशिक्षण दिया जाता है।



\
Deepak Kumar

Deepak Kumar

Next Story