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UP Vidhan Sabha Satra 2021 : चुनावी वायदों का बजट इसी महीने लाने की तैयारी में योगी सरकार
यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 21 दिसंबर, 2016 को कार्यान्वयन के तहत अपने सपनों की परियोजनाओं को निधि देने के लिए एक मिनी-चुनाव बजट (2016-2017 के लिए अनुदान की दूसरी अनुपूरक मांग) पेश किया था।
UP Vidhan Sabha Satra 2021 : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दिसंबर में विधानसभा का सत्र (UP Vidhan Sabha Satra) बुलाने की तैयारी कर रही है। ये सत्र आगामी विधानसभा चुनावों (vidhan sabha chunav) के मद्देनजर कुछ लोकलुभावन उपायों को लाने के लिए दिसम्बर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में बुलाया जा सकता है।
सरकार इसमें एक अनुपूरक बजट लाने की योजना बना रही है और अगले वित्तीय वर्ष (financial year) में व्यय का रास्ता भी बना रही है। यह अनुपूरक बजट अगले साल की शुरुआत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार का आखिरी बजट होगा।
सूत्रों के मुताबिक सभी अतिरिक्त मुख्य सचिवों / प्रमुख सचिवों और विभाग प्रमुखों को इस संबंध में निर्देश भेजकर, विभिन्न विभागों को अगले वित्तीय वर्ष के लिए अनुमानित प्राप्तियों और व्यय के बारे में अपने बजटीय प्रस्ताव भेजने के लिए कहा गया था। अधिकांश विभाग इसे भेज चुके हैं।
वित्त वर्ष के लिए लोकलुभावन घोषणाएं
ऐसा कहा जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ सरकार चालू वित्त वर्ष के लिए लोकलुभावन घोषणाएं (UP Vidhan Sabha Satra 2021) करते हुए एक मिनी बजट पेश करेगी या चुनाव से पहले 2022-23 के पहले कुछ महीनों के लिए अंतरिम बजट या लेखानुदान पेश करेगी।
गौरतलब है कि यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 21 दिसंबर, 2016 को कार्यान्वयन के तहत अपने सपनों की परियोजनाओं को निधि देने के लिए एक मिनी-चुनाव बजट (2016-2017 के लिए अनुदान की दूसरी अनुपूरक मांग) पेश किया था।
2022 में सत्ता में लौटने के लिए
उन्होंने नई सरकार की स्थापना के बाद अगले वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार के प्रतिबद्ध व्यय को पूरा करने के लिए 2017-18 के पहले पांच महीनों के लिए अंतरिम बजट या लेखानुदान भी प्रस्तुत किया था।
यादव ने कहा था कि वह 2017-18 के लिए केवल अंतरिम बजट पेश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद चुनी जाने वाली नई सरकार 2017-18 का पूरा बजट पेश करेगी।
बाद में, भाजपा की जीत और मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की स्थापना के बाद, तत्कालीन वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने 11 जुलाई, 2017 को राज्य विधानसभा में 3.84 लाख करोड़ रुपये का पूरा बजट (2017-18) पेश किया था।
भाजपा और योगी आदित्यनाथ सरकार भी 2022 में सत्ता (Yogi Sarkar In 2022) में लौटने के लिए आश्वस्त दिखाई दे रही है और इसलिए बजट (UP Vidhan Sabha Satra 2021) की तैयारी शुरू कर दी गई है ताकि विधानसभा चुनाव (vidhan sabha chunav) के बाद सरकार 2022-23 के वार्षिक बजट के साथ तैयार हो।