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Mukhyamantri Bal Seva Yojna: मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत, एक क्लिक में जानें सभी जिलों की जानकारी

Mukhyamantri Bal Seva Yojna: राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की।

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Newstrack NetworkPublished By Dharmendra Singh
Published on: 22 July 2021 6:22 PM IST (Updated on: 23 July 2021 1:18 AM IST)
Mukhyamantri Bal Seva Yojna
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 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत करते सीएम योगी और राज्यपाल (फोटो: न्यूजट्रैक)

Mukhyamantri Bal Seva Yojna: उत्तर प्रदेश में कोरोना की वजह से अपमे मां-बाप को खोने वाले बच्चों के लिए योगी सरकार ने गुरुवार यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की है। अब इस योजना के तहत सरकार इन बच्चों की जिम्मेदारी उठाएगी। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की।

इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने योजना के तहत अनाथ बच्चों के खाते 4 हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से तीन महीने के 12 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किये। राज्य में 4050 अनाथ बच्चों को चिह्नित किया गया था। आईए जानते हैं किस जिले में कितनों बच्चों को पैसे खाते में भेजे गए हैं।
अमेठी: 27 बच्चों को मिला आर्थिक सहायता स्वीकृत पत्र
अनाथ और संकट ग्रस्त सत्ताइस बच्चों को राज्य मंत्री सुरेश पासी ने आर्थिक सहयोग के लिए स्वीकृत पत्र प्रदान किया। योजना के तहत ऐसे चिन्हित अनाथ बच्चों के भरण पोषण वा पढ़ाई लिखाई का खर्च सरकार उठाएगी। ऐसे अनाथ बच्चों को प्रतिमाह चार हजार रुपए आर्थिक सहयोग के रूप में दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कलेक्ट्रेट सभागार अमेठी में हुआ। इस अवसर पर राज्य मंत्री सुरेश पासी ने कहा कि कोविड-19 महामारी से प्रभावित, अनाथ व संकटग्रस्त ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता में से कोई एक या फिर दोनों माता-पिता कि मृत्यु हो गई है। उन्हें इस योजना में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालय व बालिकाओं के शिक्षा के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में दाखिला करा कर बच्चों को शिक्षित किया जाएगा।
व्यवसायिक शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को लैपटॉप शासन की तरफ से मुहैया कराया जाएगा। जो बच्चे छूट गए हैं उनको चिन्हित कर इस योजना में लाभ दिया जाएगा कोई भी बच्चा इससे छूटने नहीं पाएगा ।

शाहजहांपुर: 33 अनाथ बच्चों को मिला प्रमाण पत्र
कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के लिए सरकार आज से उनकी अभिभावक बन गई है। प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री बाल विकास योजना के तहत शाहजहांपुर में 33 अनाथ बच्चों को प्रमाण पत्र देकर उन्हें योजना का लाभ दिया गया।
दरअसल यहां के गांधी भवन में आयोजित कार्यक्रम में पहले मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया। उसके बाद जिलाधिकारी और विधायकों ने लाभार्थी बच्चों को प्रमाण पत्र कर देकर योजना का लाभ दिया। मुख्यमंत्री बाल विकास योजना के तहत शाहजहांपुर में आज 33 अनाथ बच्चों को प्रमाण पत्र देकर इस योजना का लाभ दिया गया
आपको बता दें कि शाहजहांपुर में इस योजना के लिए 60 ऐसे बच्चों का चयन किया गया था, जिनके माता या पिता या फिर दोनों की कोरोना काल में मौत हुई हो। सरकार की तरफ से अनाथ बच्चों को 4000 प्रतिमाह और शिक्षा पा रहे बच्चों को टेबलेट दिया गया। इसके अलावा कन्याओं को शादी के समय 1 लाख 1 हज़ार की धनराशि सरकार द्वारा दी जाएगी।
कानपुर देहात: 12 बच्चों को सौंपे प्रमाण पत्र
कानपुर देहात जनपद में मुख्यमंत्री बाल विकास योजना के तहत 52 बच्चों का चयन किया गया जिसमें प्रथम चरण में 25 बच्चों को इसका लाभ दिया जायेगा, जबकि द्वितीय चरण में 27 बच्चों को लाभ दिया जायेगा। आज 12 बच्चों को इस योजना के तहत अकबरपुर रनियां विधायक प्रतिभा शुक्ला, रसूलाबाद निर्मलास संखवार, जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय ने प्रमाण पत्र सौंपा है।
इस मौके पर जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि इन बच्चों को किसी प्रकार कोई दिक्कत न हो, परेशानी न हो, इसकी जिम्मेदारी प्रशासन पूरी तरह से उठायेगा। यह बच्चेंअपने आपको अकेला न महसूस करें, इनसे सम्बन्धित जो भी सहायता सरकार द्वारा भेजी जा रही है उसको शीघ्र पूरा करके इन बालकों को मदद पहुंचायी जाये, जिससे इन बच्चों का भविष्य सुधर सके, सवर सके।

अयोध्या: 35 बच्चों को दिया गया स्वीकृति पत्र
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कार्यक्रम के तहत 35 बच्चों को जिन्होंने अपने माता-पिता या दोनों में से किसी एक को कोविड संक्रमण काल में खो दिया है, को योजना के लाभ का स्वीकृति पत्र दिया गया। अयोध्या विधायक वेदप्रकाश गुप्ता ने कहा कि कोरोना में अनाथ बच्चों के पालन पोषण हेतु प्रदेश सरकार द्वारा योजना का शुभारम्भ किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुये कहा कि कड़ी मेहनत के साथ जनपद के कुल 165 बच्चों जिन्होंने कोरोना के संक्रमण काल में अपने अभिभावकों को खोया है को ढूंढकर उनके आवेदन पत्र भरवाने के साथ सभी औपचारिकताएं पूर्ण कराकर इस योजना का उन्हें लाभ दिलाया जा रहा है।
मीरजापुर: 22 बच्चों का चयन
यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की गुरुवार को शुरुआत की गई। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना हेतु मीरजापुर जनपद में 22 बच्चों का चयन किया गया है तथा 9 बच्चों का सत्यापन कार्य जारी है।
उन्होने ऐसे सभी बच्चों के लिये उनके विकास और सफल जीवन के लिये ईश्वर से कामना करते हुए उन्हें प्रगति पत के लिये प्रेरित किया। जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी ने बताया कि कोविड महामारी से अनाथ बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा, चिकित्सा आदि की व्यवस्था हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान करने के लिये इस योजना को फलीभूत करने के लिये हमारा पूरा विभाग एवं प्रशासन सदैव क्रियाशील है।

शामली: 105 बच्चों के खाते में पैस हुए ट्रांसफर
कोरोना काल में माता पिता की मौत के बाद अनाथ हुए बच्चों को गुरुवार को चार-चार हजार वितरण किए गए। जनपद में कुल 105 बच्चों को रुपए का वितरण किया गया इस मौके पर जिलाधिकारी ने बच्चों के खातों में पैसे ट्रांसफर कर उनकी चेकबुक और पासबुक उनको सौंपी। देश में कोरोना कॉल के सैकड़ों बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है। अब उनकी जिम्मेदारी सरकार उठाएगी।











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