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Lucknow: मुनव्वर राना क्यों भाई-भतीजे और पुलिस को बता रहे मौत का जिम्मेदार
मुनव्वर राना ने अपने भाई-भतीजे और पुलिस पर आरोप लगाया है कि अगर वह खुदकुशी जैसा कदम उठाते हैं तो इसके जिम्मेदार यही लोग होंगे।
लखनऊ: शायर मुनव्वर राना अपने बेटे पर दर्ज मुकदमे से काफी आहत हैं, उन्होंने खुदकुशी जैसा कदम उठाने की भी धमकी देते और इसका जिम्मेदारी अपने भाई-भतीजों और पुलिस को ठहराया है। मुनव्वर राना का उनके भाई से जमीन का विवाद चल रहा है। इसी में अपने चाचा और भाईयों को फंसाने के लिए मुनव्वर राना के बेटे तबरेज राना ने फायरिंग की झूठी कहानी रच डाली थी, जो पुलिस जांच में पूरी तरह से फर्जी मिला। इसके बाद रायबरेली पुलिस ने तबरेज राना पर मुकदमा दर्ज किया है।
मुनव्वर राना का भाई से विवाद अब इतना हाईलाइट हो चुका हैं कि उससे काफी आहत हो गए हैं। उनकी पत्नी के मुताबिक जब से विवाद शुरू हुआ है उनकी तबीयत खराब चल रही है। जिस अपार्टमेंट में वह रहते हैं उसके ग्राउंट फ्लोर पर बने ऑफिस में वह पड़े रहते हैं। मुनव्वर राना ने अपने भाई-भतीजे और पुलिस पर आरोप लगाया है कि अगर वह खुदकुशी जैसा कदम उठाते हैं तो इसके जिम्मेदार यही लोग होंगे।
कहां से शुरू हुआ विवाद
आपको मालूम होगा 28 जून की शाम को रायबरेली में एक पेट्रोल पंप के पास मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज़ राना की गाड़ी पर गोलियां चलने की खबर तेजी से फैली थी। फायरिंग की सूचना पर पहुंची पुलिस को तबरेज़ राना ने बताया था कि उनके चाचा और चचेरे भाई ने उनपर ये हमला कराया था। जिसकी जांच में जुटी पुलिस को सीसीटीवी से अहम सुराग मिले और उसके आधार पर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया तो सारा सच सामने आ गया।
रायबरेली पुलिस ने गोली चलाने वाले युवकों को गिरफ़्तार करके दावा किया कि तबरेज़ ने ख़ुद ही अपने ऊपर गोलियां चलवाईं थीं। पुलिस के मुताबिक मुनव्वर राना और उनके भाइयों के बीच संपत्ति विवाद चल रहा है। तबरेज़ राना ने अपने ऊपर जानलेवा हमले की शिकायत की थी। मगर जांच में पता चला है कि उन्होंने ख़ुद ही हमले की साज़िश रची थी ताकि उनके चाचा इस मामले में फंस जाएं।
बेटे पर लगे आरोप पर क्या बोले मुनव्वर राना
वहीं खुद पर फायरिंग कराने के आरोपों से घिरे बेटे तबरेज राना को लेकर मुनव्वर का कहना है कि अगर बेटे ने ऐसा किया है तो वो नालायक है। दुश्मन को तो मारना चाहिए, न कि खुद पर गोली चलवानी चाहिए। फिर भी अगर गलत किया है तो कानून उसे सजा दे। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। मुनव्वर ने कहा कि बहुत अपराध होते हैं, अपराधी जेल भी जाते हैं मगर क्या उनके परिवार के लोगों को भी गुनहगार मानना चाहिए। हम पुलिस की कार्रवाई में दखल नहीं दे रहे हैं, लेकिन हमारे परिवार की बहू-बेटियों से अभद्रता करना, अपराधियों या फिर कहें तो आतंकियों जैसा सुलूक करने से आहत हूं। सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।
विवाद की जड़ है 17 बीघा जमीन
बता दें मुनव्वर राना और उनके भाई के बीच विवाद की जड़ में ग्राम चक बहादुर स्थित 17 बीघा पारिवारिक ज़मीन को बताया जाता है जिसका अभी पूरी तरह से बंटवारा नहीं हुआ है। तबरेज़ राणा पर दूसरे हिस्सेदारों से सलाह मशविरे के बग़ैर ज़मीन बेच देने का आरोप है। मामला स्थानीय अदालत भी पहुंच गया है। छह भाइयों में मुनव्वर राना सबसे बड़े हैं, परिवार के सदस्यों के मुताबिक़, परिवार की अधिकतर संपत्ति निर्विवादित है और आपसी सहमति से बंट गई है लेकिन ग्राम चक बहादुर स्थित ज़मीन को लेकर विवाद है।
भाई इस्माइल राना का क्या है कहना
मुनव्वर राना के भाई इस्माइल राना भी पूरे घटनाक्रम को लेकर मीडिया के सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि वह जीतकर भी हार गए हैं। क्योंकि उनका भतीजा तबरेज गलत संगत में बिगड़ गया। शहर के कुछ आवारा लोगों और प्रापर्टी डीलरों ने उसे बरगला दिया। हमारे परिवार के एकता की नजीर अब तक दी जाती रही है। हम छह भाइयों ने कभी अलगाव नहीं होने दिया, लेकिन भतीजे ने जो किया है, वो ठीक नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि राजघाट पर हमारी पैतृक जमीन साढ़े चार बीघा है। वहीं पर मेरे और राफे राना के नाम अलग से चार बीघा जमीन थी, लेकिन वालिद का देहांत होने के बाद साढ़े आठ बीघा जमीन छह भाइयों के नाम आ गई। इसका केस चल रहा है। इसी बीच तबरेज ने हमारे हिस्से की जमीन बेच दी, जिस पर हमने आपत्ति की। उसने साजिश इसीलिए रची है कि हम सब भाई जेल चले जाएंगे और सुलह के लिए हाथ जोड़ेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने आरोप लगाया कि तबरेज ने अपने पिता मुनव्वर राना पर दबाव बनाकर चार माह पहले पावर ऑफ अटार्नी अपने नाम करा ली।